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Sirsa News: अनुभव प्रमाणपत्र के विवाद पर कर्मियों ने दिया धरना
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मागों को लेकर प्रर्दशन करते हुए कर्मचारी।
डबवाली। जन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने अपनी मांगों के लिए सोमवार को डबवाली में एक्सईएन कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि कौशल रोजगार निगम की ओर से पुराने अनुभव प्रमाणपत्र को अपडेट करने के लिए जो दस्तावेज मांगे जा रहे हैं वे कर्मचारियों के पास नहीं हैं। यह दस्तावेज विभाग की जिम्मेदारी है।
यूनियन के जिला प्रधान मनमोहन सुंधा ने बताया कि कार्यकारी अभियंता बार-बार निवेदन के बावजूद टालमटोल की नीति अपना रहे हैं। इससे कर्मचारियों में गहरा रोष है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता। तब तक यह धरना अनिश्चितकालीन जारी रहेगा। कर्मचारियों ने बताया कि यह आखिरी महीना है और सरकार ने न तो कोई नई सैंक्शन दी है और न ही उनकी ज्वाइनिंग डेट अपडेट की जा रही है।
कर्मचारियों के अनुसार, अधिकारी उनसे कर्मचारियों का रिकॉर्ड पेश करने को कह रहे हैं। जबकि यह रिकॉर्ड जेई के पास होना चाहिए, जो साइट पर जाकर कर्मचारियों की संख्या और उनके काम का जायजा लेता है और बायोडाटा एसडीओ को सबमिट करता है। एसडीओ उसी के आधार पर वर्क पेपर तैयार करते हैं और एक्सईएन पेमेंट करते हैं।
यूनियन ने इस मांग को सरासर गलत बताया है और इसका पूर्ण विरोध किया है। उन्होंने यह भी बताया कि 2023 में सभी साथियों का पुराना रिकॉर्ड मांगा गया था और उन्होंने सभी पुराने कर्मचारियों की लिस्ट बनाकर दी थी। विभाग ने गुपचुप तरीके से लिस्ट बनाकर और उस पर हस्ताक्षर करके उच्च अधिकारियों को भेज दी।
जब यूनियन ने इस लिस्ट का विरोध किया, तो उन्हें मीटिंग के लिए बुलाया गया। यूनियन ने स्पष्ट किया कि वे केवल एफिडेविट दे सकते हैं कि उनके कर्मचारी इतनी अवधि से कार्य कर रहे हैं और उनके पास कोई अन्य रिकॉर्ड नहीं है। लेकिन, एक्सईएन ने एफिडेविट को मानने से इनकार कर दिया, जबकि पूरे हरियाणा में अन्य जगहों पर एफिडेविट के आधार पर कर्मचारियों की ज्वाइनिंग डेट चढ़ाई गई है।
कर्मचारियों ने कहा कि विभाग तानाशाही रवैया अपना रहा है। उन्होंने बताया कि उन्होंने चार बार बातचीत की है, जिसमें दो बार पत्र लिखे और दो बार तीन-तीन घंटे लंबी मीटिंगें हुईं, लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। इसी मजबूरी में उन्हें धरना देना पड़ रहा है। धरना स्थल पर कर्मचारियों ने सरकार और विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और शीघ्र समाधान की मांग की।
इस दौरान संगठन सचिव रघुवीर सिंह, सचिव विनोद कुमार, संदीप कुमार, राजेश कुमार, ब्रिजलाल व राजकुमार फिटर आदि मौजूद रहे।
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यूनियन के जिला प्रधान मनमोहन सुंधा ने बताया कि कार्यकारी अभियंता बार-बार निवेदन के बावजूद टालमटोल की नीति अपना रहे हैं। इससे कर्मचारियों में गहरा रोष है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता। तब तक यह धरना अनिश्चितकालीन जारी रहेगा। कर्मचारियों ने बताया कि यह आखिरी महीना है और सरकार ने न तो कोई नई सैंक्शन दी है और न ही उनकी ज्वाइनिंग डेट अपडेट की जा रही है।
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कर्मचारियों के अनुसार, अधिकारी उनसे कर्मचारियों का रिकॉर्ड पेश करने को कह रहे हैं। जबकि यह रिकॉर्ड जेई के पास होना चाहिए, जो साइट पर जाकर कर्मचारियों की संख्या और उनके काम का जायजा लेता है और बायोडाटा एसडीओ को सबमिट करता है। एसडीओ उसी के आधार पर वर्क पेपर तैयार करते हैं और एक्सईएन पेमेंट करते हैं।
यूनियन ने इस मांग को सरासर गलत बताया है और इसका पूर्ण विरोध किया है। उन्होंने यह भी बताया कि 2023 में सभी साथियों का पुराना रिकॉर्ड मांगा गया था और उन्होंने सभी पुराने कर्मचारियों की लिस्ट बनाकर दी थी। विभाग ने गुपचुप तरीके से लिस्ट बनाकर और उस पर हस्ताक्षर करके उच्च अधिकारियों को भेज दी।
जब यूनियन ने इस लिस्ट का विरोध किया, तो उन्हें मीटिंग के लिए बुलाया गया। यूनियन ने स्पष्ट किया कि वे केवल एफिडेविट दे सकते हैं कि उनके कर्मचारी इतनी अवधि से कार्य कर रहे हैं और उनके पास कोई अन्य रिकॉर्ड नहीं है। लेकिन, एक्सईएन ने एफिडेविट को मानने से इनकार कर दिया, जबकि पूरे हरियाणा में अन्य जगहों पर एफिडेविट के आधार पर कर्मचारियों की ज्वाइनिंग डेट चढ़ाई गई है।
कर्मचारियों ने कहा कि विभाग तानाशाही रवैया अपना रहा है। उन्होंने बताया कि उन्होंने चार बार बातचीत की है, जिसमें दो बार पत्र लिखे और दो बार तीन-तीन घंटे लंबी मीटिंगें हुईं, लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। इसी मजबूरी में उन्हें धरना देना पड़ रहा है। धरना स्थल पर कर्मचारियों ने सरकार और विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और शीघ्र समाधान की मांग की।
इस दौरान संगठन सचिव रघुवीर सिंह, सचिव विनोद कुमार, संदीप कुमार, राजेश कुमार, ब्रिजलाल व राजकुमार फिटर आदि मौजूद रहे।