{"_id":"6946f10156d59333ff07d396","slug":"a-conspiracy-to-seize-church-property-using-fake-gpa-yamuna-nagar-news-c-246-1-sknl1018-148568-2025-12-21","type":"story","status":"publish","title_hn":"Yamuna Nagar News: फर्जी जीपीए से चर्च की संपत्ति हड़पने की साजिश","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Yamuna Nagar News: फर्जी जीपीए से चर्च की संपत्ति हड़पने की साजिश
संवाद न्यूज एजेंसी, यमुना नगर
Updated Sun, 21 Dec 2025 12:24 AM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
संवाद न्यूज एजेंसी
यमुनानगर। अंबाला जिले के गांव मिल्क शेखा निवासी संजीव कुमार के नाम से फर्जी जनरल पावर ऑफ अटॉर्नी (जीपीए) तैयार कर चर्च की बहुमूल्य संपत्ति (200 करोड़) हड़पने का गंभीर मामला सामने आया है। मामला उजागर होने के बाद डीएसपी स्तर पर जांच कराई गई, जिसके आधार पर जगाधरी थाना पुलिस ने 13 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
इस फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी (जीपीए) को रिस्ट नार्थ इंडिया ट्रस्ट एसोसिएशन जगाधरी की संपत्ति बताते हुए नार्थ इंडिया चर्च की यूनिट फिलाडेलफिया अस्पताल, अंबाला को भेज दिया गया। पुलिस को दी शिकायत में संजीव कुमार ने बताया कि गांव सरावां की टपरियां निवासी जसमेर सिंह, उसके बेटे राजेश कुमार व संजीव कुमार, पत्नी सत्या देवी, संजीव की पत्नी नीलम रानी, कर्मचंद व उसकी पत्नी सपना रानी, गांव रतनगढ़ निवासी राजेंद्र कौर, बराड़ा निवासी शमशेर सिंह, गांव कूलपुर निवासी मलकीत सिंह, अंबाला के महमूदपुर निवासी संदीप, छछरौली निवासी मेहर चंद और गांव फलेल माजरा निवासी सप्टर सिंह ने मिलकर सीएनआई जगाधरी की झूठी जीपीए तैयार की।
आरोप है कि यह जीपीए संजीव कुमार के नाम से बनाई गई और उसे फिलाडेलफिया अस्पताल, अंबाला भेज दिया गया। संजीव कुमार ने बताया कि उन्हें इस पूरे फर्जीवाड़े की जानकारी तब मिली, जब 3 जुलाई 2024 को डीएसपी यमुनानगर-2 कार्यालय से फोन आया। उन्हें जीपीए से संबंधित शिकायत की जांच के लिए बुलाया गया था।
इसके बाद उन्होंने डीएसपी के समक्ष अपने बयान दर्ज कराए और स्पष्ट किया कि न तो उन्हें उक्त चर्च की संपत्ति के बारे में कोई जानकारी है और न ही उनका उससे कोई संबंध है। शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि जिस जीपीए को उनके नाम से तैयार किया गया, उसमें एक ब्रिटिश सिटीजन के पासपोर्ट की प्रति संलग्न की गई है, जबकि उनके पास खुद का कोई पासपोर्ट तक नहीं है।
संजीव कुमार ने पुलिस को बताया कि वह बीपीएल कार्डधारक हैं और उनके नाम से करोड़ों की संपत्ति दिखाना पूरी तरह से फर्जी और साजिश के तहत किया गया है। डीएसपी स्तर पर कराई गई जांच में शिकायत के तथ्यों को प्रथम दृष्टया सही पाया गया। इसके बाद जगाधरी थाना पुलिस ने सभी 13 नामजद आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश से संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है और दस्तावेजों की सत्यता के साथ-साथ पूरे नेटवर्क की भी पड़ताल की जाएगी।
डीएसपी स्तर पर कराई गई जांच में शिकायत के तथ्यों को प्रथम दृष्टया सही पाया गया। इसके बाद जगाधरी थाना पुलिस ने सभी 13 नामजद आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश से संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है और दस्तावेजों की सत्यता के साथ-साथ पूरे नेटवर्क की भी पड़ताल की जाएगी।
Trending Videos
यमुनानगर। अंबाला जिले के गांव मिल्क शेखा निवासी संजीव कुमार के नाम से फर्जी जनरल पावर ऑफ अटॉर्नी (जीपीए) तैयार कर चर्च की बहुमूल्य संपत्ति (200 करोड़) हड़पने का गंभीर मामला सामने आया है। मामला उजागर होने के बाद डीएसपी स्तर पर जांच कराई गई, जिसके आधार पर जगाधरी थाना पुलिस ने 13 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
इस फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी (जीपीए) को रिस्ट नार्थ इंडिया ट्रस्ट एसोसिएशन जगाधरी की संपत्ति बताते हुए नार्थ इंडिया चर्च की यूनिट फिलाडेलफिया अस्पताल, अंबाला को भेज दिया गया। पुलिस को दी शिकायत में संजीव कुमार ने बताया कि गांव सरावां की टपरियां निवासी जसमेर सिंह, उसके बेटे राजेश कुमार व संजीव कुमार, पत्नी सत्या देवी, संजीव की पत्नी नीलम रानी, कर्मचंद व उसकी पत्नी सपना रानी, गांव रतनगढ़ निवासी राजेंद्र कौर, बराड़ा निवासी शमशेर सिंह, गांव कूलपुर निवासी मलकीत सिंह, अंबाला के महमूदपुर निवासी संदीप, छछरौली निवासी मेहर चंद और गांव फलेल माजरा निवासी सप्टर सिंह ने मिलकर सीएनआई जगाधरी की झूठी जीपीए तैयार की।
विज्ञापन
विज्ञापन
आरोप है कि यह जीपीए संजीव कुमार के नाम से बनाई गई और उसे फिलाडेलफिया अस्पताल, अंबाला भेज दिया गया। संजीव कुमार ने बताया कि उन्हें इस पूरे फर्जीवाड़े की जानकारी तब मिली, जब 3 जुलाई 2024 को डीएसपी यमुनानगर-2 कार्यालय से फोन आया। उन्हें जीपीए से संबंधित शिकायत की जांच के लिए बुलाया गया था।
इसके बाद उन्होंने डीएसपी के समक्ष अपने बयान दर्ज कराए और स्पष्ट किया कि न तो उन्हें उक्त चर्च की संपत्ति के बारे में कोई जानकारी है और न ही उनका उससे कोई संबंध है। शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि जिस जीपीए को उनके नाम से तैयार किया गया, उसमें एक ब्रिटिश सिटीजन के पासपोर्ट की प्रति संलग्न की गई है, जबकि उनके पास खुद का कोई पासपोर्ट तक नहीं है।
संजीव कुमार ने पुलिस को बताया कि वह बीपीएल कार्डधारक हैं और उनके नाम से करोड़ों की संपत्ति दिखाना पूरी तरह से फर्जी और साजिश के तहत किया गया है। डीएसपी स्तर पर कराई गई जांच में शिकायत के तथ्यों को प्रथम दृष्टया सही पाया गया। इसके बाद जगाधरी थाना पुलिस ने सभी 13 नामजद आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश से संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है और दस्तावेजों की सत्यता के साथ-साथ पूरे नेटवर्क की भी पड़ताल की जाएगी।
डीएसपी स्तर पर कराई गई जांच में शिकायत के तथ्यों को प्रथम दृष्टया सही पाया गया। इसके बाद जगाधरी थाना पुलिस ने सभी 13 नामजद आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश से संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है और दस्तावेजों की सत्यता के साथ-साथ पूरे नेटवर्क की भी पड़ताल की जाएगी।