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Yamuna Nagar News: हत्या में उम्रकैद का दोषी 19 साल बाद गिरफ्तार
संवाद न्यूज एजेंसी, यमुना नगर
Updated Mon, 17 Nov 2025 01:29 AM IST
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पुलिस गिरफ्त में मतलूब। प्रवक्ता
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संवाद न्यूज एजेंसी
यमुनानगर। चचेरे भाई की हत्या में 19 साल से फरार उम्रकैद के दोषी को थाना रादौर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोषी जिला कुरुक्षेत्र के शाहबाद में गांव मदनपुरा स्थित अमरूद के बाग में छिपा था, जिसे पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर पकड़ा। अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। दोषी की उम्र इस समय 66 साल हो गई है।
पुलिस के अनुसार साल 2000 में उत्तरप्रदेश के जिला सहारनपुर के गांव बल्ला माजरा निवासी मतलूब ने अपने ताऊ के बेटे मुस्ताफ के साथ मिलकर थाना रादौर क्षेत्र में विरेंद्र के आम के बागों को ठेके पर ले रखा था। मुस्ताफ पत्नी के साथ यहां रहा करता था। जून में मुस्ताफ का शव बाग में मिला था, जिसके बाद उसके भाई मतलूब ने पुलिस थाने में शिकायत दी थी।
पुलिस जांच हुई तो सामने आया कि शिकायत देने वाले मतलूब ने ही अपनी भाभी जरीफा के साथ मिलकर अपने चचेरे भाई मुस्ताफ को मौत के घाट उतारा था। दोनों के बीच पैसे लेनदेन का झगड़ा था, जिसमें मुस्ताफ की पत्नी को भी अपनी तरफ कर मतलूब ने वारदात को अंजाम दिया।
दोनों आरोपियों को थाना रादौर में मामला दर्ज कर गिरफ्तार जेल भेज दिया गया।वर्ष 2002 में कोर्ट ने दोनों को उम्रकैद की सजा सुनाई और तीन-तीन हजार रुपये जुर्माना लगाया। दोनों को अंबाला जेल में भेजा गया। मतलूब ने चार साल जेल में काटने के बाद पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से जमानत ली और बाहर आ गया, पर बाद में कोर्ट में सरेंडर नहीं किया। इसके बाद से मतलूब फरार था। पुलिस ने दोषी को पकड़ने के लिए यूपी जाकर गांव बल्लामाजरा में कई बार दबिश दी, पर मतलूब गांव छोड़कर इधर-उधर रहता रहा।
थाना प्रभारी राजपाल ने बताया कि सूत्रों से आरोपी का मोबाइल नंबर निकाला और उसकी लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की। कई बार लोकेशन सही नहीं मिलने से मतलूब को नहीं पकड़ा गया। अब लोकेशन मिलने पर टीम बनाई। टीम ने कुरुक्षेत्र के शाहबाद के गांव मदनपुरा में अमरूद के बाग से मतलूब को गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट में पेश करने पर जेल भेज दिया। मामले में अन्य दोषी जरीफा की तीन साल पहले मौत हो चुकी है।
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यमुनानगर। चचेरे भाई की हत्या में 19 साल से फरार उम्रकैद के दोषी को थाना रादौर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोषी जिला कुरुक्षेत्र के शाहबाद में गांव मदनपुरा स्थित अमरूद के बाग में छिपा था, जिसे पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर पकड़ा। अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। दोषी की उम्र इस समय 66 साल हो गई है।
पुलिस के अनुसार साल 2000 में उत्तरप्रदेश के जिला सहारनपुर के गांव बल्ला माजरा निवासी मतलूब ने अपने ताऊ के बेटे मुस्ताफ के साथ मिलकर थाना रादौर क्षेत्र में विरेंद्र के आम के बागों को ठेके पर ले रखा था। मुस्ताफ पत्नी के साथ यहां रहा करता था। जून में मुस्ताफ का शव बाग में मिला था, जिसके बाद उसके भाई मतलूब ने पुलिस थाने में शिकायत दी थी।
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पुलिस जांच हुई तो सामने आया कि शिकायत देने वाले मतलूब ने ही अपनी भाभी जरीफा के साथ मिलकर अपने चचेरे भाई मुस्ताफ को मौत के घाट उतारा था। दोनों के बीच पैसे लेनदेन का झगड़ा था, जिसमें मुस्ताफ की पत्नी को भी अपनी तरफ कर मतलूब ने वारदात को अंजाम दिया।
दोनों आरोपियों को थाना रादौर में मामला दर्ज कर गिरफ्तार जेल भेज दिया गया।वर्ष 2002 में कोर्ट ने दोनों को उम्रकैद की सजा सुनाई और तीन-तीन हजार रुपये जुर्माना लगाया। दोनों को अंबाला जेल में भेजा गया। मतलूब ने चार साल जेल में काटने के बाद पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से जमानत ली और बाहर आ गया, पर बाद में कोर्ट में सरेंडर नहीं किया। इसके बाद से मतलूब फरार था। पुलिस ने दोषी को पकड़ने के लिए यूपी जाकर गांव बल्लामाजरा में कई बार दबिश दी, पर मतलूब गांव छोड़कर इधर-उधर रहता रहा।
थाना प्रभारी राजपाल ने बताया कि सूत्रों से आरोपी का मोबाइल नंबर निकाला और उसकी लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की। कई बार लोकेशन सही नहीं मिलने से मतलूब को नहीं पकड़ा गया। अब लोकेशन मिलने पर टीम बनाई। टीम ने कुरुक्षेत्र के शाहबाद के गांव मदनपुरा में अमरूद के बाग से मतलूब को गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट में पेश करने पर जेल भेज दिया। मामले में अन्य दोषी जरीफा की तीन साल पहले मौत हो चुकी है।