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Yamuna Nagar News: ऑटो मार्केट की 21 में से केवल 8 दुकानों की लगी बोली
संवाद न्यूज एजेंसी, यमुना नगर
Updated Sun, 21 Dec 2025 12:34 AM IST
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चांदपुर में नगर निगम की ओर से बनाई गई ऑटो मार्केट। संवाद
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संवाद न्यूज एजेेंसी
यमुनानगर। चांदपुर में 3.16 करोड़ रुपये से बनी ऑटो मार्केट में दुकानदार जाने को तैयार नहीं है। नगर निगम ने यहां बनाई गई दुकानों को किराये पर चढ़ाने के लिए एक बार फिर बोली करवाई, लेकिन 21 में से केवल आठ दुकानों को लेने में ही लोगों ने दिलचस्पी दिखाई। करोड़ों रुपये से बनी इस मार्केट की दुकानों के शटर पर आज भी ताला लटका हुआ है। जो बोली लगाई गई है उसमें पहली दुकान का किराया 28 हजार रुपये तक गया, जबकि इससे आगे की दुकानों का किराया 22 से 23 हजार रुपये ही लोग देने को तैयार हुए।
यहां बनाई गई 21 दुकानों का किराया नगर निगम ने 21,110 रुपये निर्धारित किया है। इसके अलावा 50 हजार रुपये धरोहर राशि भी जमा करानी होगी। इससे पहले भी इन दुकानों की बोली करवाई गई, लेकिन वह सिरे नहीं चढ़ी थी। यहां पर 42 दुकानें बननी थी, लेकिन प्रथम चरण में फिलहाल 21 दुकानों का ही काम पूरा हो पाया है। यह दुकानें इसलिए बनाई गई थी ताकि शहर के बाजारों में जगह-जगह खुली ऑटो, दोपहिया व चार पहिया वाहनों की मरम्मत करने वालों को इनमें शिफ्ट किया जा सके। क्योंकि शहर में ज्यादातर दुकानदार छोटी-छोटी दुकानों में बैठ कर काम कर रहे हैं। उनके पास इतनी भी जगह नहीं है कि वह दुकान का सामान भी इनमें ठीक से रख पाएं। इसलिए खराब वाहनों की मरम्मत सड़क पर ही की जाती है। इससे सड़कों पर जाम लग जाता है। काफी दुकानें तो ऐसी हैं जो रिहायशी कॉलोनियों में चल रही हैं। जिससे लोगों को आने जाने में काफी परेशानी होती है। एक जगह ऑटो मार्केट होने से दुकानदारों का काम भी ज्यादा होगा।
तीन ऑटो मार्केट बनाने का लिया था निर्णय
शहरवासियों की सुविधा को देखते हुए नगर निगम अधिकारियों ने कई साल पहले शहर में तीन ऑटो मार्केट बनाने का निर्णय लिया था।गधौली व गुलाब नगर में करीब 19.60 करोड़ रुपये की लागत से दो ऑटो मार्केट बननी थी। परंतु इन दोनों का काम अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। केवल चांदपुर में ही मार्केट बनी है, जिसमें पहले चरण में 21 दुकान ही बन सकी हैं, लेकिन यह भी किराये पर नहीं चढ़ पा रही हैं। दुकानदार गुरदीप व जयपाल का कहना है कि 21 हजार रुपये किराया बहुत ज्यादा है। आजकल पहले ही महंगाई इतनी है कि इतना किराया देना बहुत मुश्किल है। यदि आधा किराया भी हो जाए तब भी इन्हें लेने के बारे में सोचना पड़ेगा।
चांदपुर में 21 में से आठ दुकानों की बोली हो पाई है। इनकी बोली 22 से 28 हजार रुपये तक गई है। इस किराये को अभी अप्रूव नहीं किया गया है। प्रयास यही है कि सभी दुकानों की बोली जल्द से जल्द हो जाए। ऑटो मार्केट यदि कॉलोनियों व बाजार से दूर होगी तो लोगों को जाम से निजात मिल जाएगी। - अजय वालिया, जेडटीओ, नगर निगम।
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यहां बनाई गई 21 दुकानों का किराया नगर निगम ने 21,110 रुपये निर्धारित किया है। इसके अलावा 50 हजार रुपये धरोहर राशि भी जमा करानी होगी। इससे पहले भी इन दुकानों की बोली करवाई गई, लेकिन वह सिरे नहीं चढ़ी थी। यहां पर 42 दुकानें बननी थी, लेकिन प्रथम चरण में फिलहाल 21 दुकानों का ही काम पूरा हो पाया है। यह दुकानें इसलिए बनाई गई थी ताकि शहर के बाजारों में जगह-जगह खुली ऑटो, दोपहिया व चार पहिया वाहनों की मरम्मत करने वालों को इनमें शिफ्ट किया जा सके। क्योंकि शहर में ज्यादातर दुकानदार छोटी-छोटी दुकानों में बैठ कर काम कर रहे हैं। उनके पास इतनी भी जगह नहीं है कि वह दुकान का सामान भी इनमें ठीक से रख पाएं। इसलिए खराब वाहनों की मरम्मत सड़क पर ही की जाती है। इससे सड़कों पर जाम लग जाता है। काफी दुकानें तो ऐसी हैं जो रिहायशी कॉलोनियों में चल रही हैं। जिससे लोगों को आने जाने में काफी परेशानी होती है। एक जगह ऑटो मार्केट होने से दुकानदारों का काम भी ज्यादा होगा।
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तीन ऑटो मार्केट बनाने का लिया था निर्णय
शहरवासियों की सुविधा को देखते हुए नगर निगम अधिकारियों ने कई साल पहले शहर में तीन ऑटो मार्केट बनाने का निर्णय लिया था।गधौली व गुलाब नगर में करीब 19.60 करोड़ रुपये की लागत से दो ऑटो मार्केट बननी थी। परंतु इन दोनों का काम अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। केवल चांदपुर में ही मार्केट बनी है, जिसमें पहले चरण में 21 दुकान ही बन सकी हैं, लेकिन यह भी किराये पर नहीं चढ़ पा रही हैं। दुकानदार गुरदीप व जयपाल का कहना है कि 21 हजार रुपये किराया बहुत ज्यादा है। आजकल पहले ही महंगाई इतनी है कि इतना किराया देना बहुत मुश्किल है। यदि आधा किराया भी हो जाए तब भी इन्हें लेने के बारे में सोचना पड़ेगा।
चांदपुर में 21 में से आठ दुकानों की बोली हो पाई है। इनकी बोली 22 से 28 हजार रुपये तक गई है। इस किराये को अभी अप्रूव नहीं किया गया है। प्रयास यही है कि सभी दुकानों की बोली जल्द से जल्द हो जाए। ऑटो मार्केट यदि कॉलोनियों व बाजार से दूर होगी तो लोगों को जाम से निजात मिल जाएगी। - अजय वालिया, जेडटीओ, नगर निगम।