{"_id":"69309757c41dda677c01ceef","slug":"rice-miller-sandeep-named-some-officials-yamuna-nagar-news-c-246-1-sknl1023-147718-2025-12-04","type":"story","status":"publish","title_hn":"Yamuna Nagar News: राइस मिलर संदीप ने लिए कुछ अधिकारियों के नाम","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Yamuna Nagar News: राइस मिलर संदीप ने लिए कुछ अधिकारियों के नाम
संवाद न्यूज एजेंसी, यमुना नगर
Updated Thu, 04 Dec 2025 01:32 AM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
संवाद न्यूज एजेंसी
यमुनानगर। करीब 75 करोड़ के धान घोटाले के आरोपी राइस मिलर संदीप सिंगला ने रिमांड के दौरान कुछ खुलासे किए हैं। पूछताछ में आरोपी ने कुछ अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस अभी इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रही है, क्योंकि पुलिस इस मामले में कड़ी से कड़ी जोड़ रही है। साथ ही जो आरोप लगाए गए हैं उनका रिकाॅर्ड से भी मिलान करना है।
एसआईटी ने संदीप सिंगला से पूछा कि मंडियों से उठाकर धान कहां पहुंचाया गया, मंडियों से धान राइस मिलों में गया या फिर बीच रास्ते से ही कहीं और बेच दिया गया। इसके अलावा फर्जी गेट पास काटे गए या नहीं, धान उठाने वाले वाहनों की तौलाई कौन से कांटों पर की गई, धान का जो गबन हुआ है उसमें मार्केट कमेटी, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अलावा और कौन से विभाग के कौन से कर्मचारी व अधिकारियों क्या भूमिका रही। इनमें से कुछ सवालों के जवाब तो पुलिस को मिल गए हैं और जो बचे हैं उनको लेकर वीरवार को पूछताछ की जाएगी।
राइस मिलर की गिरफ्तारी के बाद एसआईटी ने डीएफएससी से भी धान खरीद, उठान, गेट पास के अलावा जिन कर्मचारियों व इंस्पेक्टरों की ड्यूटी थी उनका रिकॉर्ड मांगा है। इस रिकॉर्ड का मिलर से मिले जवाब से मिलान किया जाएगा। वहीं शनिवार को एसपी इस मामले प्रेस कांफ्रेस कर सकते हैं। तब तक आरोपी द्वारा जो खुलासे किए जाएंगे उनका चिट्ठा तैयार किया जाएगा। संदीप सिंगला ने अभी तक पुलिस को यह नहीं बताया कि उनकी पत्नी कहां रह रही हैं, क्योंकि पुलिस को मामले में उनकी भी गिरफ्तारी करनी है। जिन राइस मिलों में धान का गबन हुआ है उनमें पति-पत्नी दोनों ही पार्टनर हैं।
अदालत में अब छह को होगी सुनवाई
वहीं आरोपी संदीप सिंगला की राइस मिलों में गबन के बाद बचे हुए धान को कौन सी एजेंसी को दिया जाए इस पर बुधवार को भी निर्णय नहीं हो सका। अदालत ने शनिवार तक सुनवाई को स्थगित कर दिया। अब इस पर छह दिसंबर को सुनवाई की जाएगी। हैफेड और डीएफएससी की तरफ व्यासपुर न्यायालय में अर्जी लगाई गई थी कि आरोपी की राइस मिलों में जो धान बचा हुआ है, वह उन्हें दिया जाए। इस धान की दूसरी राइस मिलों में कुटाई करवा कर चावल एफसीआई को सप्लाई किया जाएगा। दरअसल प्रतापनगर में एक ही परिसर में चार राइस मिल होने से मामला और ज्यादा पेचीदा हो गया है। दोनों एजेंसियों को समझ नहीं आ रहा है कि राइस मिल में दिया गया उनका धान कौन सा है। बचे हुए धान पर हैफेड व डीएफएससी अपना हक जता रहे हैं। क्योंकि मामले में प्राथमिकी दर्ज है इसलिए धान उठाने से पहले न्यायालय की अनुमति लेना जरूरी है।
संदीप सिंगला से की गई पूछताछ में कुछ जानकारी मिली है। इसका रिकॉर्ड से मिलान किया जाना है। डीएफएससी से भी रिकॉर्ड मांगा गया है। जल्द ही इस पूरे मामले को लेकर बड़ा खुलासा होगा। फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है। उनकी पत्नी की भी तलाश जारी है। - राजकुमार, प्रभारी, सीआईए-वन व एसआईटी सदस्य।
Trending Videos
यमुनानगर। करीब 75 करोड़ के धान घोटाले के आरोपी राइस मिलर संदीप सिंगला ने रिमांड के दौरान कुछ खुलासे किए हैं। पूछताछ में आरोपी ने कुछ अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस अभी इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रही है, क्योंकि पुलिस इस मामले में कड़ी से कड़ी जोड़ रही है। साथ ही जो आरोप लगाए गए हैं उनका रिकाॅर्ड से भी मिलान करना है।
एसआईटी ने संदीप सिंगला से पूछा कि मंडियों से उठाकर धान कहां पहुंचाया गया, मंडियों से धान राइस मिलों में गया या फिर बीच रास्ते से ही कहीं और बेच दिया गया। इसके अलावा फर्जी गेट पास काटे गए या नहीं, धान उठाने वाले वाहनों की तौलाई कौन से कांटों पर की गई, धान का जो गबन हुआ है उसमें मार्केट कमेटी, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अलावा और कौन से विभाग के कौन से कर्मचारी व अधिकारियों क्या भूमिका रही। इनमें से कुछ सवालों के जवाब तो पुलिस को मिल गए हैं और जो बचे हैं उनको लेकर वीरवार को पूछताछ की जाएगी।
विज्ञापन
विज्ञापन
राइस मिलर की गिरफ्तारी के बाद एसआईटी ने डीएफएससी से भी धान खरीद, उठान, गेट पास के अलावा जिन कर्मचारियों व इंस्पेक्टरों की ड्यूटी थी उनका रिकॉर्ड मांगा है। इस रिकॉर्ड का मिलर से मिले जवाब से मिलान किया जाएगा। वहीं शनिवार को एसपी इस मामले प्रेस कांफ्रेस कर सकते हैं। तब तक आरोपी द्वारा जो खुलासे किए जाएंगे उनका चिट्ठा तैयार किया जाएगा। संदीप सिंगला ने अभी तक पुलिस को यह नहीं बताया कि उनकी पत्नी कहां रह रही हैं, क्योंकि पुलिस को मामले में उनकी भी गिरफ्तारी करनी है। जिन राइस मिलों में धान का गबन हुआ है उनमें पति-पत्नी दोनों ही पार्टनर हैं।
अदालत में अब छह को होगी सुनवाई
वहीं आरोपी संदीप सिंगला की राइस मिलों में गबन के बाद बचे हुए धान को कौन सी एजेंसी को दिया जाए इस पर बुधवार को भी निर्णय नहीं हो सका। अदालत ने शनिवार तक सुनवाई को स्थगित कर दिया। अब इस पर छह दिसंबर को सुनवाई की जाएगी। हैफेड और डीएफएससी की तरफ व्यासपुर न्यायालय में अर्जी लगाई गई थी कि आरोपी की राइस मिलों में जो धान बचा हुआ है, वह उन्हें दिया जाए। इस धान की दूसरी राइस मिलों में कुटाई करवा कर चावल एफसीआई को सप्लाई किया जाएगा। दरअसल प्रतापनगर में एक ही परिसर में चार राइस मिल होने से मामला और ज्यादा पेचीदा हो गया है। दोनों एजेंसियों को समझ नहीं आ रहा है कि राइस मिल में दिया गया उनका धान कौन सा है। बचे हुए धान पर हैफेड व डीएफएससी अपना हक जता रहे हैं। क्योंकि मामले में प्राथमिकी दर्ज है इसलिए धान उठाने से पहले न्यायालय की अनुमति लेना जरूरी है।
संदीप सिंगला से की गई पूछताछ में कुछ जानकारी मिली है। इसका रिकॉर्ड से मिलान किया जाना है। डीएफएससी से भी रिकॉर्ड मांगा गया है। जल्द ही इस पूरे मामले को लेकर बड़ा खुलासा होगा। फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है। उनकी पत्नी की भी तलाश जारी है। - राजकुमार, प्रभारी, सीआईए-वन व एसआईटी सदस्य।