{"_id":"692f4646a4ca405ec900344b","slug":"the-cold-increased-the-air-quality-deteriorated-and-the-aqi-reached-259-yamuna-nagar-news-c-246-1-sknl1023-147657-2025-12-03","type":"story","status":"publish","title_hn":"Yamuna Nagar News: ठड़ बढ़ी, हवा की सेहत बिगड़ी, एक्यूआई पहुंचा 259 पर","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Yamuna Nagar News: ठड़ बढ़ी, हवा की सेहत बिगड़ी, एक्यूआई पहुंचा 259 पर
संवाद न्यूज एजेंसी, यमुना नगर
Updated Wed, 03 Dec 2025 01:34 AM IST
विज्ञापन
शहर में मंगलवार को सुबह के समय छाई हल्की धुंध। संवाद
विज्ञापन
संवाद न्यूज एजेंसी
यमुनानगर। जिले में ठंड ने रफ्तार पकड़ ली है। जिले में न्यूनतम तापमान 7.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। इस गिरावट के साथ ही ठंड का असर दिखने लगा है। वहीं अधिकतम तापमान 23 डिग्री पर बना हुआ है। वहीं हवा गुणवत्ता एक बार फिर खराब श्रेणी में पहुंच गई है। शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 259 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया,है।
मौसम विभाग ने वीरवार से रविवार तक बादल छाए रहने की संभावना जताई है। हालांकि न्यूनतम तापमान में दो डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। इससे लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिलने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि ठंडी हवा दिक्कत बढ़ा सकती है। इसके अलावा पड़ोसी राज्यों में हो रही बर्फबारी का असर भी जिला में देखने को मिल रहा है।
मौसम में बदलाव का असर आम जनजीवन पर साफ दिख रहा है। सुबह-शाम के समय सर्द हवाओं से लोग ठिठुरने लगे हैं। बुजुर्ग और छोटे बच्चों में ज्यादा चिंता की स्थिति देखी जा रही है। इस ठंड में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है, खासकर सुबह के समय। वहीं दुकानदारों का कहना है कि सर्दी की वजह से धीरे-धीरे बाजार में लोगों का आवागमन कम होने लगा है, क्योंकि लोग जल्दी-जल्दी घर लौटना चाहते हैं।
शहर में एक्यूआई 259 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया, जो कि चिंताजनक स्तर है। एक दिन पहले यह 170 माइक्रोग्राम था। चार दिन की राहत के बाद प्रदूषण का फिर से बढ़ना लोगों के लिए खतरे की घंटी माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ता प्रदूषण सांस, आंख और त्वचा संबंधी समस्याओं को जन्म दे सकता है।
खासकर बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा व हृदय रोग से पीड़ित व्यक्तियों को इससे अधिक सावधान रहने की जरूरत है। हवा में प्रदूषक कणों की बढ़ी मात्रा फेफड़ों पर सीधा असर डालती है और लंबे समय तक इनमें वृद्धि रहना गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। शहर में प्रदूषण बढ़ने के पीछे देर शाम और सुबह के समय ठंड और औद्योगिक गतिविधियों का असर बताया जा रहा है।
सेहत का रखें ध्यान : डॉ. अनुज
उप जिला अस्पताल जगाधरी के एमएस डॉ. अनुज मंगला का कहना है कि अब ठंड होने लगी है। इसलिए लोग गर्म कपड़े पहनें, घरों में नमी और ठंड से बचाव का इंतजाम करें। विशेष रूप से बुजुर्ग, बच्चे और वे लोग, जिन्हें पहले से श्वास या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं, वह बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकलें।
Trending Videos
यमुनानगर। जिले में ठंड ने रफ्तार पकड़ ली है। जिले में न्यूनतम तापमान 7.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। इस गिरावट के साथ ही ठंड का असर दिखने लगा है। वहीं अधिकतम तापमान 23 डिग्री पर बना हुआ है। वहीं हवा गुणवत्ता एक बार फिर खराब श्रेणी में पहुंच गई है। शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 259 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया,है।
मौसम विभाग ने वीरवार से रविवार तक बादल छाए रहने की संभावना जताई है। हालांकि न्यूनतम तापमान में दो डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। इससे लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिलने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि ठंडी हवा दिक्कत बढ़ा सकती है। इसके अलावा पड़ोसी राज्यों में हो रही बर्फबारी का असर भी जिला में देखने को मिल रहा है।
विज्ञापन
विज्ञापन
मौसम में बदलाव का असर आम जनजीवन पर साफ दिख रहा है। सुबह-शाम के समय सर्द हवाओं से लोग ठिठुरने लगे हैं। बुजुर्ग और छोटे बच्चों में ज्यादा चिंता की स्थिति देखी जा रही है। इस ठंड में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है, खासकर सुबह के समय। वहीं दुकानदारों का कहना है कि सर्दी की वजह से धीरे-धीरे बाजार में लोगों का आवागमन कम होने लगा है, क्योंकि लोग जल्दी-जल्दी घर लौटना चाहते हैं।
शहर में एक्यूआई 259 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया, जो कि चिंताजनक स्तर है। एक दिन पहले यह 170 माइक्रोग्राम था। चार दिन की राहत के बाद प्रदूषण का फिर से बढ़ना लोगों के लिए खतरे की घंटी माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ता प्रदूषण सांस, आंख और त्वचा संबंधी समस्याओं को जन्म दे सकता है।
खासकर बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा व हृदय रोग से पीड़ित व्यक्तियों को इससे अधिक सावधान रहने की जरूरत है। हवा में प्रदूषक कणों की बढ़ी मात्रा फेफड़ों पर सीधा असर डालती है और लंबे समय तक इनमें वृद्धि रहना गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। शहर में प्रदूषण बढ़ने के पीछे देर शाम और सुबह के समय ठंड और औद्योगिक गतिविधियों का असर बताया जा रहा है।
सेहत का रखें ध्यान : डॉ. अनुज
उप जिला अस्पताल जगाधरी के एमएस डॉ. अनुज मंगला का कहना है कि अब ठंड होने लगी है। इसलिए लोग गर्म कपड़े पहनें, घरों में नमी और ठंड से बचाव का इंतजाम करें। विशेष रूप से बुजुर्ग, बच्चे और वे लोग, जिन्हें पहले से श्वास या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं, वह बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकलें।