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Haryana: सैलानियों को दोबारा मिल सकता जंगल सफारी का आनंद, 11570 एकड़ क्षेत्र बसा प्रदेश का एकमात्र कलेसर जंगल
सुरेश सैनी, यमुनानगर (हरियाणा)
Published by: नवीन दलाल
Updated Sat, 09 Sep 2023 12:26 PM IST
सार
यमुनानगर के खंड प्रतापगर स्थित कलेसर जंगल में घूमने से न केवल रोमांचक नजारा मिलता है, बल्कि इसके साथ जंगल में दुर्लभ प्राणी भी देखने को मिलते हैं। जल्द ही सैलानी यहां की जंगल सफारी का आनंद ले सकेंगे। कलेसर नेशनल पार्क बहुत ही खूबसूरत पर्यटन स्थल है। इसकी सीमा तीन राज्यों हिमाचल, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से लगी हुई है।
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कलेसर जंगल
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
हरियाणा में जंगल सफारी की सैर करने की इच्छा रखने वालों के लिए अच्छी खबर है। सैलानियों के लिए यमुनानगर का कलेसर जंगल को सफारी के लिए दोबारा से खोलने का सरकार विचार कर रही है। बकायदा इस मामले में वन विभाग से भी बातचीत की जा रही है।
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कलेसर नेशनल पार्क हिमालय की शिवालिक पर्वत मालाओं की तलहटी में स्थित
जल्द ही सैलानी यहां की जंगल सफारी का आनंद ले सकेंगे। यह कलेसर नेशनल पार्क हिमालय की शिवालिक पर्वत मालाओं की तलहटी में स्थित है। बता दें कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते कलेसर नेशनल पार्क व वाइल्ड लाइफ सेंचुरी को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था। तब से यहां की सफारी पर रोक लगी हुई है। तब मकसद यह था यहां आने वाले सैलानियों का वन्य प्राणियों पर वायरस का प्रभाव न पड़े।
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तीन राज्यों से लगी हुई हैं इसकी सीमाएं
कलेसर नेशनल पार्क बहुत ही खूबसूरत पर्यटन स्थल है। इसकी सीमा तीन राज्यों हिमाचल, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से लगी हुई है। यहां बने कलेसर मठ (शिव) मंदिर के नाम पर इस पार्क का नामकरण हुआ है। पार्क को आठ दिसंबर 2003 को 11570 एकड़ क्षेत्र में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। बता दें जंगल सफारी चलती थी तब बड़ों के लिए 30 रुपये का टिकट, बच्चे के लिए 10 रुपये, कैमरा प्रयोग करने के लिए 50 रुपये, गाड़ी की पार्किंग के 20 रुपये और वीडियो कैमरा इस्तेमाल करने के लिए 500 रुपये की टिकट लगेगी। वहीं गाड़ी का किराया 500 रुपये लगता था। लेकिन अब अगर दोबारा सफारी शुरू होगी तो उसके रेटों में अंतर होगा।
ये पक्षी देखने को मिलते हैं कलेसर जंगल में
यमुनानगर के खंड प्रतापगर स्थित कलेसर जंगल में घूमने से न केवल रोमांचक नजारा मिलता है, बल्कि इसके साथ जंगल में दुर्लभ प्राणी भी देखने को मिलते हैं। इस जंगल सफारी में तेंदुए, सांबर, बिल्ली, चित्तल, नीलगाय, भालू, जंगली धब्बेदार बिल्ली, हाथी, लंगूर, बंदर, जंगली मुर्गे जैसे अन्य जानवरों की प्रजातियां हैं। जंगली सुअर और मोंगोज भी यहां पाए जाते हैं। राजाजी राष्ट्रीय उद्यान से भी कई बार बाघ और हाथी इस क्षेत्र में आ जाते हैं। बता दें जब यहां सफारी होती थी तब यहां देश ही नहीं विदेशों से भी सैलानी घूमने के लिए आते थे।
हरियाणा वन एवं पर्यटन मंत्री के अनुसार
हमारे यहां कलेसर नेशनल पार्क काफी खूबसूरत जंगल है। जहां बहुत ही वन्य जीव रहते हैं। जंगल सफारी को लेकर विचार किया जा रहा है। इसमें वन विभाग से बातचीत की जा रही है। -कंवरपाल, मंत्री, वन एवं पर्यटन।