{"_id":"69453f7c3edca8078008649f","slug":"60-candidates-appeared-for-the-entrance-exam-for-emt-diploma-course-at-aiims-bilaspur-news-c-92-1-ssml1001-150502-2025-12-19","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bilaspur News: एम्स में ईएमटी डिप्लोमा कोर्स के लिए 60 अभ्यर्थियों ने दी प्रवेश परीक्षा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bilaspur News: एम्स में ईएमटी डिप्लोमा कोर्स के लिए 60 अभ्यर्थियों ने दी प्रवेश परीक्षा
संवाद न्यूज एजेंसी, बिलासपुर
Updated Fri, 19 Dec 2025 11:33 PM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
डिजिटल न चलाएं
दुर्घटना, गंभीर बीमारी या आपदा की स्थिति में अत्यंत महत्वपूर्ण है भूमिका
देश के गिने-चुने प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों में ही संचालित किया जा रहा है कोर्स
एडवांस लाइफ सपोर्ट, बेसिक लाइफ सपोर्ट, वेंटिलेटर की दी जाती है जानकारी
संवाद न्यूज एजेंसी
बिलासपुर। देश के अग्रणी चिकित्सा संस्थान एम्स बिलासपुर में इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश के लिए शुक्रवार को लिखित परीक्षा आयोजित की गई। ईएमटी डिप्लोमा कोर्स की कुल 10 सीटों के लिए लगभग 60 अभ्यर्थियों ने परीक्षा में भाग लिया। परीक्षा के लिए सभी अभ्यर्थियों को सुबह 11 बजे परीक्षा केंद्र पर रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए थे।
जानकारी के अनुसार इस कोर्स का पहला बैच मार्च 2025 के आसपास आरंभ हुआ था, जो वर्ष 2026 में प्रशिक्षण पूर्ण करेगा। वर्तमान परीक्षा के माध्यम से चयनित होने वाले 10 अभ्यर्थियों का नया बैच भी आगामी सत्र में प्रशिक्षण प्राप्त करेगा। प्रशिक्षण के दौरान छात्रों को एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट (एएलएस) और बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) एम्बुलेंस के संचालन, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सपोर्ट, कार्डियक मॉनिटरिंग और अन्य आधुनिक उपकरणों की विस्तृत जानकारी दी जाती है। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार किसी भी गंभीर मरीज के लिए दुर्घटना या बीमारी के बाद का पहला एक घंटा, जिसे गोल्डन ऑवर कहा जाता है, अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान दिया गया सही उपचार मरीज के जीवन और मृत्यु के बीच अंतर तय कर सकता है। ईएमटी को इसी उद्देश्य से प्रशिक्षित किया जाता है ताकि अस्पताल पहुंचने से पहले ही मरीज को आवश्यक उपचार मिल सके।
ईएमटी डिप्लोमा कोर्स देश के गिने-चुने प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों में ही संचालित किया जा रहा है। एम्स के अलावा कुछ अन्य प्रमुख संस्थानों में यह कोर्स उपलब्ध है, जिससे इसकी विशेषता और महत्व और बढ़ जाता है। ईएमटी डिप्लोमा कोर्स का संचालन कोर्स समन्वयक डॉ. तरुण की देखरेख में किया जा रहा है। यह कोर्स विशेष रूप से आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है, जिसमें सैद्धांतिक पढ़ाई के साथ व्यावहारिक प्रशिक्षण पर विशेष जोर दिया जाता है।
-- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- --
इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन की भूमिका किसी भी दुर्घटना,गंभीर बीमारी या आपदा की स्थिति में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। अस्पताल पहुंचने से पहले एम्बुलेंस के भीतर मरीज को प्राथमिक उपचार देना, उसकी स्थिति को स्थिर करना और आवश्यक जीवन रक्षक उपकरणों का उपयोग करना ईएमटी की प्रमुख जिम्मेदारी होती है। देशभर में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के साथ प्रशिक्षित इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियनों की मांग तेजी से बढ़ी है। इस कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद युवाओं के लिए निजी क्षेत्र के बड़े अस्पतालों, ट्रॉमा सेंटरों, और एम्बुलेंस सेवाओं में रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं। इसके अलावा सरकारी 102 और 108 एम्बुलेंस सेवाओं में भी प्रशिक्षित ईएमटी की निरंतर आवश्यकता बनी रहती है, जिससे युवाओं को स्थायी और सम्मानजनक रोजगार मिलने की संभावनाएं प्रबल हो जाती हैं। सीमित सीटों के बावजूद बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों की भागीदारी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं से जुड़े इस कोर्स के प्रति युवाओं का रुझान लगातार बढ़ रहा है।
Trending Videos
दुर्घटना, गंभीर बीमारी या आपदा की स्थिति में अत्यंत महत्वपूर्ण है भूमिका
देश के गिने-चुने प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों में ही संचालित किया जा रहा है कोर्स
एडवांस लाइफ सपोर्ट, बेसिक लाइफ सपोर्ट, वेंटिलेटर की दी जाती है जानकारी
संवाद न्यूज एजेंसी
बिलासपुर। देश के अग्रणी चिकित्सा संस्थान एम्स बिलासपुर में इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश के लिए शुक्रवार को लिखित परीक्षा आयोजित की गई। ईएमटी डिप्लोमा कोर्स की कुल 10 सीटों के लिए लगभग 60 अभ्यर्थियों ने परीक्षा में भाग लिया। परीक्षा के लिए सभी अभ्यर्थियों को सुबह 11 बजे परीक्षा केंद्र पर रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए थे।
जानकारी के अनुसार इस कोर्स का पहला बैच मार्च 2025 के आसपास आरंभ हुआ था, जो वर्ष 2026 में प्रशिक्षण पूर्ण करेगा। वर्तमान परीक्षा के माध्यम से चयनित होने वाले 10 अभ्यर्थियों का नया बैच भी आगामी सत्र में प्रशिक्षण प्राप्त करेगा। प्रशिक्षण के दौरान छात्रों को एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट (एएलएस) और बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) एम्बुलेंस के संचालन, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सपोर्ट, कार्डियक मॉनिटरिंग और अन्य आधुनिक उपकरणों की विस्तृत जानकारी दी जाती है। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार किसी भी गंभीर मरीज के लिए दुर्घटना या बीमारी के बाद का पहला एक घंटा, जिसे गोल्डन ऑवर कहा जाता है, अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान दिया गया सही उपचार मरीज के जीवन और मृत्यु के बीच अंतर तय कर सकता है। ईएमटी को इसी उद्देश्य से प्रशिक्षित किया जाता है ताकि अस्पताल पहुंचने से पहले ही मरीज को आवश्यक उपचार मिल सके।
विज्ञापन
विज्ञापन
ईएमटी डिप्लोमा कोर्स देश के गिने-चुने प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों में ही संचालित किया जा रहा है। एम्स के अलावा कुछ अन्य प्रमुख संस्थानों में यह कोर्स उपलब्ध है, जिससे इसकी विशेषता और महत्व और बढ़ जाता है। ईएमटी डिप्लोमा कोर्स का संचालन कोर्स समन्वयक डॉ. तरुण की देखरेख में किया जा रहा है। यह कोर्स विशेष रूप से आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है, जिसमें सैद्धांतिक पढ़ाई के साथ व्यावहारिक प्रशिक्षण पर विशेष जोर दिया जाता है।
इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन की भूमिका किसी भी दुर्घटना,गंभीर बीमारी या आपदा की स्थिति में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। अस्पताल पहुंचने से पहले एम्बुलेंस के भीतर मरीज को प्राथमिक उपचार देना, उसकी स्थिति को स्थिर करना और आवश्यक जीवन रक्षक उपकरणों का उपयोग करना ईएमटी की प्रमुख जिम्मेदारी होती है। देशभर में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के साथ प्रशिक्षित इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियनों की मांग तेजी से बढ़ी है। इस कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद युवाओं के लिए निजी क्षेत्र के बड़े अस्पतालों, ट्रॉमा सेंटरों, और एम्बुलेंस सेवाओं में रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं। इसके अलावा सरकारी 102 और 108 एम्बुलेंस सेवाओं में भी प्रशिक्षित ईएमटी की निरंतर आवश्यकता बनी रहती है, जिससे युवाओं को स्थायी और सम्मानजनक रोजगार मिलने की संभावनाएं प्रबल हो जाती हैं। सीमित सीटों के बावजूद बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों की भागीदारी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं से जुड़े इस कोर्स के प्रति युवाओं का रुझान लगातार बढ़ रहा है।