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Chamba News: संक्रमित कुत्ते के काटने से होती है रेबीज की बीमारी
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संक्रमित कुत्ते के काटने से होती है रेबीज की बीमारी
विश्व जूनोसिस दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में किया जागरूक
जानवरों से मनुष्यों में फैलने वाले रोगों को कहते हैं जूनोसिस : डॉ. बिपिन
संवाद न्यूज एजेंसी
चंबा। जूनोसिस उन संक्रामक रोगों को कहते हैं जो जानवरों से मनुष्यों में फैलते हैं। ये बैक्टीरिया, वायरस, परजीवी, या फंगस हो सकते हैं। जूनोसिस शब्द ग्रीक भाषा के दो शब्दों से बना है। जून (यानी जानवर) और नोसोस (यानी बीमारी)। यह बात मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बिपिन ठाकुर ने विश्व जूनोसिस दिवस पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि संक्रमित कुत्ते के काटने से रेबीज हो सकता है। संक्रमित जानवरों की बूंदों या एयरोसोल (हवा में तैरते कण) के माध्यम से, जानवरों के संपर्क में आने के बाद बिना हाथ धोए अपनी आंख, नाक या मुंह को छूने से, अधपके मांस, अंडे, दूध या दूषित उत्पादों का सेवन करने से और दूषित पानी पीने से भी यह बीमारी हो सकती है। उन्होंने कहा कि रेबीज एक वायरल बीमारी है जो संक्रमित जानवरों (विशेषकर कुत्तों, चमगादड़ों) के काटने से फैलती है और मस्तिष्क को प्रभावित करती है। यह बीमारी अक्सर घातक होती है।
यह वायरस पक्षियों (बर्ड फ्लू) और सूअरों (स्वाइन फ्लू) से मनुष्यों में फैल सकते हैं। इससे गंभीर श्वसन संबंधी बीमारियां हो सकती हैं। इबोला एक गंभीर और अक्सर घातक वायरल बीमारी है जो संक्रमित जानवरों (जैसे चमगादड़, प्राइमेट्स) से मनुष्यों में फैल सकती है। मंकीपॉक्स भी एक वायरल बीमारी है जो संक्रमित जानवरों (जैसे रोडेंट्स, प्राइमेट्स) से मनुष्यों में फैल सकती है। इससे बुखार, दाने और लिम्फ नोड्स में सूजन होती है। इसकी रोकथाम को लेकर उन्होंने विस्तार से जानकारी दी।
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विश्व जूनोसिस दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में किया जागरूक
जानवरों से मनुष्यों में फैलने वाले रोगों को कहते हैं जूनोसिस : डॉ. बिपिन
संवाद न्यूज एजेंसी
चंबा। जूनोसिस उन संक्रामक रोगों को कहते हैं जो जानवरों से मनुष्यों में फैलते हैं। ये बैक्टीरिया, वायरस, परजीवी, या फंगस हो सकते हैं। जूनोसिस शब्द ग्रीक भाषा के दो शब्दों से बना है। जून (यानी जानवर) और नोसोस (यानी बीमारी)। यह बात मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बिपिन ठाकुर ने विश्व जूनोसिस दिवस पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि संक्रमित कुत्ते के काटने से रेबीज हो सकता है। संक्रमित जानवरों की बूंदों या एयरोसोल (हवा में तैरते कण) के माध्यम से, जानवरों के संपर्क में आने के बाद बिना हाथ धोए अपनी आंख, नाक या मुंह को छूने से, अधपके मांस, अंडे, दूध या दूषित उत्पादों का सेवन करने से और दूषित पानी पीने से भी यह बीमारी हो सकती है। उन्होंने कहा कि रेबीज एक वायरल बीमारी है जो संक्रमित जानवरों (विशेषकर कुत्तों, चमगादड़ों) के काटने से फैलती है और मस्तिष्क को प्रभावित करती है। यह बीमारी अक्सर घातक होती है।
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यह वायरस पक्षियों (बर्ड फ्लू) और सूअरों (स्वाइन फ्लू) से मनुष्यों में फैल सकते हैं। इससे गंभीर श्वसन संबंधी बीमारियां हो सकती हैं। इबोला एक गंभीर और अक्सर घातक वायरल बीमारी है जो संक्रमित जानवरों (जैसे चमगादड़, प्राइमेट्स) से मनुष्यों में फैल सकती है। मंकीपॉक्स भी एक वायरल बीमारी है जो संक्रमित जानवरों (जैसे रोडेंट्स, प्राइमेट्स) से मनुष्यों में फैल सकती है। इससे बुखार, दाने और लिम्फ नोड्स में सूजन होती है। इसकी रोकथाम को लेकर उन्होंने विस्तार से जानकारी दी।