Himachal Flood : सिर पर सामान और मीलों का पैदल सफर, हर कदम ढो रहा जिंदगी का बोझ; बाढ़ ने बहा दीं सड़कें
कुल्लू-मनाली घाटी में मजदूर, पर्यटक और आम लोग सिर और कंधों पर बोझ लेकर मीलों पैदल चल रहे हैं। बता दें कि जिला कुल्लू में बरसात से करीब 100 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है। पढ़ें पूरी खबर...

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कुल्लू-मनाली घाटी की सांसें थम गई हैं। ब्यास नदी के उफान ने सड़कों को खंडहर बना दिया है। मजदूर, पर्यटक और आम लोग सिर और कंधों पर बोझ लेकर मीलों पैदल चल रहे हैं। हर कदम पर जिंदगी का बोझ बढ़ता जा रहा है। वैष्णो माता मंदिर के पास बह चुकी सड़क ने यात्रा को एक संघर्ष बना दिया है। यह सिर्फ सड़कें नहीं, टूटे सपनों और उम्मीदों का मंजर है। प्रशासन राहत में जुटा है लेकिन इस दर्दनाक सफर का अंत अभी दूर है। मजदूरों और लोगों को रोजमर्रा का सामान कई किलोमीटर तक उठाकर ले जाना पड़ा है। वैष्णो माता मंदिर के पास चार पहिया वाहनों के लिए दिनभर सड़क बंद रही। इस कारण रेखा देवी और उनके पति बीमार पोती को पीठ पर उठाकर करीब तीन किलोमीटर तक पैदल चले। इसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया।


दिल्ली से मनाली घूमने आए सुनील और नेहा ने कहा कि वे करीब एक सप्ताह पहले आए थे। भारी बारिश के कारण फंस गए। तबाही होने से पहले रायसन क्षेत्र तक आ गए थे। इसके बाद यहां फंस गए। अब मौसम साफ होने पर कुछ किलोमीटर का सफर छोटे वाहन से किया। जहां सड़क खराब है, वहां से कई किलोमीटर तक पैदल चले। मनाली क्षेत्र में मजदूरी करने आए नेपाल के नीमा, सोमन और राजू ने कहा कि बड़ी मुश्किल से मंडी से कुल्लू पहुंचे हैं। यहां से आगे भी पैदल सफर करना पड़ रहा है। सोने और खाना बनाने का सामान सिर और पीठ पर उठाकर मनाली की ओर निकले हैं।
प्रशासन ने वैष्णो माता मंदिर के पास क्षतिग्रस्त सड़क को छोटे वाहनों के लिए शाम करीब 4 बजे बहाल किया। इससे कुछ हद तक लोगों को राहत मिली है। दिनभर लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सैकड़ों वाहन दोनों और फंसे रहे। इनमें यात्री और पर्यटक भी शामिल रहे।
वैष्णो माता मंदिर के पास करीब सौ मीटर सड़क ऐसी है जिसकी सुरक्षा दीवार पूरी तरह से नदी में बह चुकी है। सड़क का आधे से ज्यादा हिस्सा भी बह चुका है। ऐसे में सड़क को पूरी तरह से तैयार करने में काफी वक्त लगेगा।
कुल्लू में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान
कुल्लू-मनाली में हुई भारी बारिश के कारण 26 अगस्त को 28 मकान, दुकानें, रेस्टोरेंट, गौशाला सहित खोखों को नुकसान हुआ है। इसमें कुल्लू में तीन दुकानें, दो नवनिर्मित मकान, दो सुरक्षा दीवार, तीन गौशालाएं क्षतिग्रस्त और दो को आंशिक रूप को से नुकसान हुआ है। इसके अलावा मनाली में दो रेस्टोरेंट, एक घर व 10 खोखों को नुकसान हुआ है। मनाली के वशिष्ठ चौक से मनाली ब्रिज तक बीआरओ की सड़क को नुकसान हुआ है। कुल्लू के अतिरिक्त उपायुक्त अश्वनी कुमार ने बताया कि जिला में बरसात से करीब 100 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है। लेकिन 26 अगस्त को हुए तबाही के नुकसान का आकलन किया जा रहा है। जिस कारण नुकसान का आंकड़ा बहुत बढ़ जाएगा। प्रशासन ने राजस्व विभाग से रिपेार्ट मांगी है।