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Kangra News: नैहरनपुखर-हार सड़क बंद होने से विद्यार्थी और व्यापारी परेशान
संवाद न्यूज एजेंसी, कांगड़ा
Updated Wed, 24 Dec 2025 08:25 AM IST
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परागपुर (कांगड़ा)। नैहरनपुखर से हार सड़क को यातायात के लिए पूर्णतया बंद किए जाने के जिला प्रशासन और पीडब्ल्यूडी के फैसले ने स्थानीय जनता, खासकर विद्यार्थियों और व्यापारियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। 17 से 31 दिसंबर तक नैहरनपुखर से नलेटी (लालपुखर) तक मार्ग बंद रहने से परागपुर से कलोहा की ओर आने-जाने वाले हजारों लोग वैकल्पिक रास्तों के अभाव में भटकने को मजबूर हैं।
इस सड़क के बंद होने का सबसे बड़ा खमियाजा शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। रोजाना स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्र, कर्मचारी और व्यापारी संकरे वैकल्पिक मार्गों पर घंटों जाम में फंस रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन द्वारा सुझाए गए वैकल्पिक रास्ते व्यावहारिक नहीं हैं, जिससे समय और ईंधन दोनों की बर्बादी हो रही है।
हैरानी की बात यह है कि नैहरनपुखर में लगाए गए साइन बोर्ड पर यह स्पष्ट नहीं लिखा गया है कि सड़क पूरी तरह बंद है। बोर्ड पर केवल कार्य प्रगति पर है और वैकल्पिक मार्ग चुनें लिखा है, लेकिन वे मार्ग कौन से हैं, इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है। इसके चलते बाहरी क्षेत्रों और कांगड़ा की ओर से आने वाले वाहन चालक बीच रास्ते में फंसकर भ्रमित हो रहे हैं।
स्थानीय दुकानदार संजीव ठाकुर, अश्वनी, दीपक, रमन और राकेश सहित अन्य व्यापारियों ने बताया कि सड़क बंदी के कारण कारोबार लगभग ठप हो गया है। उन्होंने मांग की है कि या तो यातायात को आंशिक रूप से एकतरफा बहाल किया जाए या निर्माण कार्य की गति बढ़ाकर सड़क को जल्द खोला जाए। 11 किलोमीटर लंबे इस डिस्ट्रिक्ट मेजर रोड का पूरी तरह बंद होना जनहित के खिलाफ है।
वहीं, एसडीएम देहरा कुलवंत सिंह पोटन और एसडीओ पीडब्ल्यूडी देहरा राजिंदर सिंह का कहना है कि नैहरनपुखर से लालपुखर तक की सड़क को उपायुक्त कांगड़ा के आदेश मिलने के बाद ही बंद करवाया गया है।
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इस सड़क के बंद होने का सबसे बड़ा खमियाजा शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। रोजाना स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्र, कर्मचारी और व्यापारी संकरे वैकल्पिक मार्गों पर घंटों जाम में फंस रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन द्वारा सुझाए गए वैकल्पिक रास्ते व्यावहारिक नहीं हैं, जिससे समय और ईंधन दोनों की बर्बादी हो रही है।
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हैरानी की बात यह है कि नैहरनपुखर में लगाए गए साइन बोर्ड पर यह स्पष्ट नहीं लिखा गया है कि सड़क पूरी तरह बंद है। बोर्ड पर केवल कार्य प्रगति पर है और वैकल्पिक मार्ग चुनें लिखा है, लेकिन वे मार्ग कौन से हैं, इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है। इसके चलते बाहरी क्षेत्रों और कांगड़ा की ओर से आने वाले वाहन चालक बीच रास्ते में फंसकर भ्रमित हो रहे हैं।
स्थानीय दुकानदार संजीव ठाकुर, अश्वनी, दीपक, रमन और राकेश सहित अन्य व्यापारियों ने बताया कि सड़क बंदी के कारण कारोबार लगभग ठप हो गया है। उन्होंने मांग की है कि या तो यातायात को आंशिक रूप से एकतरफा बहाल किया जाए या निर्माण कार्य की गति बढ़ाकर सड़क को जल्द खोला जाए। 11 किलोमीटर लंबे इस डिस्ट्रिक्ट मेजर रोड का पूरी तरह बंद होना जनहित के खिलाफ है।
वहीं, एसडीएम देहरा कुलवंत सिंह पोटन और एसडीओ पीडब्ल्यूडी देहरा राजिंदर सिंह का कहना है कि नैहरनपुखर से लालपुखर तक की सड़क को उपायुक्त कांगड़ा के आदेश मिलने के बाद ही बंद करवाया गया है।