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Mandi News: शुष्क ठंड रोकने लगी मरीजों की धड़कन, दोगुना हुई ओपीडी
संवाद न्यूज एजेंसी, मंडी
Updated Fri, 05 Dec 2025 06:40 AM IST
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जोगिंद्रनगर अस्पताल के रोगी वार्ड में उपचार लेते मरीज। स्रोत जागरूक पाठक
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सीने में दर्द से परेशान मरीजों को अस्पताल में भर्ती कर दिया जा रहा उपचार
संवाद न्यूज एजेंसी
जोगिंद्रनगर (मंडी)। शुष्क ठंड से मरीजों की धड़कन पर बुरा असर पड़ने लगा है। जोगिंद्रनगर उपमंडल के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में रोजाना इस तरह के मरीजों की ओपीडी दाेगुना हो रही है। सर्दी से बचने के लिए लोगों की ओर से बरती जा रही लापरवाही से ही अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ी है। सीने में गंभीर दर्द से ग्रस्त मरीजों को नागरिक अस्पताल जोगिंद्रनगर में भर्ती कर उपचार दिया जा रहा है। गंभीर मरीजों को मंडी या टांडा अस्पताल में रेफर करना पड़ रहा है।
चिकित्सकों के अनुसार सर्दी के मौसम में डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और किडनी मरीजों को हार्ट अटैक की ज्यादा आशंका रहती है। इस रोग में सीने में दर्द प्रारंभिक लक्षण है। वीरवार को भी नागरिक अस्पताल जोगिंद्रनगर में तेज धड़कन और सीने में दर्द होने पर मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। सप्ताह के शुरुआती तीन दिन ओपीडी की बात करें तो अक्तूबर, नवंबर माह में सीने में दर्द के उपचार के लिए जहां पांच से दस मरीज अस्पताल पहुंचते थे। वहीं, अब दिसंबर माह में इन मरीजों की ओपीडी 15 से 20 पहुंच गई है।
नागरिक अस्पताल जोगिंद्रनगर के मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. तेजेंद्र और चिकित्साधिकारी डॉ माणिक्य के अनुसार सामान्य दिनों की तुलना में ठंड अधिक बढ़ने से मरीजों की धड़कन पर असर पड़ने लगा है। शरीर को ठंड से बचाने के लिए जो लोग आवश्यक एहतियात नहीं बरत रहे, उन्हें सीने में दर्द का अधिक खतरा बढ़ गया है। चिकित्सक छोटे बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचाने के लिए अधिक से अधिक गर्म कपड़ों का सहारा लेना बारे कहा जा रहा है।
पीलिया और टायफाइड की जकड़ में आ रहे हैं मासूम
सर्दी के मौसम में बच्चों में तेज बुखार के साथ टायफाइड और पीलिया रोग के लक्षण दिखने लगे हैं। अस्पताल के शिशु रोगी वार्ड में ऐसे मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। दो साल से 6 साल की आयु के बच्चों में पेट दर्द बढ़ा है। जबकि आठ से 14 साल के बच्चों की स्वास्थ्य जांच में वायरल फीवर के लक्षण पाए जा रहे हैं।
बॉक्स
मंडी जिला के सभी सरकारी अस्पतालों में सर्दी से ग्रस्त मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ दिलाने के पुख्ता प्रबंध स्वास्थ्य विभाग की ओर से किए गए हैं।-डॉ. दीपाली, सीएमओ मंडी
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संवाद न्यूज एजेंसी
जोगिंद्रनगर (मंडी)। शुष्क ठंड से मरीजों की धड़कन पर बुरा असर पड़ने लगा है। जोगिंद्रनगर उपमंडल के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में रोजाना इस तरह के मरीजों की ओपीडी दाेगुना हो रही है। सर्दी से बचने के लिए लोगों की ओर से बरती जा रही लापरवाही से ही अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ी है। सीने में गंभीर दर्द से ग्रस्त मरीजों को नागरिक अस्पताल जोगिंद्रनगर में भर्ती कर उपचार दिया जा रहा है। गंभीर मरीजों को मंडी या टांडा अस्पताल में रेफर करना पड़ रहा है।
चिकित्सकों के अनुसार सर्दी के मौसम में डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और किडनी मरीजों को हार्ट अटैक की ज्यादा आशंका रहती है। इस रोग में सीने में दर्द प्रारंभिक लक्षण है। वीरवार को भी नागरिक अस्पताल जोगिंद्रनगर में तेज धड़कन और सीने में दर्द होने पर मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। सप्ताह के शुरुआती तीन दिन ओपीडी की बात करें तो अक्तूबर, नवंबर माह में सीने में दर्द के उपचार के लिए जहां पांच से दस मरीज अस्पताल पहुंचते थे। वहीं, अब दिसंबर माह में इन मरीजों की ओपीडी 15 से 20 पहुंच गई है।
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नागरिक अस्पताल जोगिंद्रनगर के मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. तेजेंद्र और चिकित्साधिकारी डॉ माणिक्य के अनुसार सामान्य दिनों की तुलना में ठंड अधिक बढ़ने से मरीजों की धड़कन पर असर पड़ने लगा है। शरीर को ठंड से बचाने के लिए जो लोग आवश्यक एहतियात नहीं बरत रहे, उन्हें सीने में दर्द का अधिक खतरा बढ़ गया है। चिकित्सक छोटे बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचाने के लिए अधिक से अधिक गर्म कपड़ों का सहारा लेना बारे कहा जा रहा है।
पीलिया और टायफाइड की जकड़ में आ रहे हैं मासूम
सर्दी के मौसम में बच्चों में तेज बुखार के साथ टायफाइड और पीलिया रोग के लक्षण दिखने लगे हैं। अस्पताल के शिशु रोगी वार्ड में ऐसे मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। दो साल से 6 साल की आयु के बच्चों में पेट दर्द बढ़ा है। जबकि आठ से 14 साल के बच्चों की स्वास्थ्य जांच में वायरल फीवर के लक्षण पाए जा रहे हैं।
बॉक्स
मंडी जिला के सभी सरकारी अस्पतालों में सर्दी से ग्रस्त मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ दिलाने के पुख्ता प्रबंध स्वास्थ्य विभाग की ओर से किए गए हैं।-डॉ. दीपाली, सीएमओ मंडी