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Bondi Beach Attack: 'बी.कॉम करने के बाद ऑस्ट्रेलिया गया साजिद, पिता की मौत पर भी भारत नहीं आया', पुलिस का बयान

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, हैदराबाद। Published by: निर्मल कांत Updated Wed, 17 Dec 2025 09:40 AM IST
सार

Bondi Beach Attack: तेलंगाना पुलिस ने कहा कि बॉन्डी बीच हमले के आरोपी सजिद अकरम ने अपने पिता की मृत्यु के बाद भी भारत नहीं आया और उसके हैदराबाद में परिवार से संबंध बहुत सीमित थे। सजिद अकरम 1998 में ऑस्ट्रेलिया चला गया था, उनके खिलाफ भारत में कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था।

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बॉन्डी बीच पर लोगों पर गोलीबारी करते साजिद अकरम और उसका बेटा नवीद अकरम - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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तेलंगाना पुलिस ने मंगलवार को बताया कि ऑस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच में हुए आतंकी हमले के बाद मुठभेड़ में मारे गए 50 वर्षीय सजिद अकरम ने अपने पिता की मौत के बाद भी भारत की यात्रा नहीं की थी। इससे स्पष्ट होता है कि उसका हैदराबाद में अपने परिवार से तीन दशक संबंध सीमित थे। 
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राज्य पुलिस ने एक बयान में कहा कि सजिद अकरम मूल रूप से हैदराबाद का था, जहां उसने बी.कॉम की डिग्री ली थी और नवंबर 1998 में ऑस्ट्रेलिया चला गया। पुलिस के मुताबिक, उनके पास अभी भी भारतीय पासपोर्ट था।
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बयान में कहा गया कि साजिद अकरम का पिछले 27 वर्षों से हैदराबाद में अपने रिश्तेदारों से बहुत सीमित संपर्क रहा। उसने ऑस्ट्रेलिया जाने के बाद भारत केवल छह बार ही यात्रा की, खासतौर पर संपत्ति संबंधी मामलों और अपने बुजुर्ग माता-पिता से मिलने के लिए। पुलिस ने यह भी कहा कि वह अपने पिता की मृत्यु के समय भी भारत नहीं आया था।

तेलंगाना पुलिस की ओर से यह स्पष्टीककरण ऐसे समय में आया है, जब कई देशों की एजेंसियां 14 दिसंबर को बॉन्डी बीच में हुई गोलीबारी की जांच कर रही हैं। सजिद अकरम और उसके बेटे नवीद अकरम (34 वर्षीय) ने हनुक्का समारोह में गोलीबारी की थी, जिसमें 15 लोग मारे गए और 42 लोग घायल हुए। साजिद अकरम बाद में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया, जिससे मृतकों की संख्या 16 हो गई, जबकि नवीद पुलिस की निगरानी में अस्पताल में भर्ती है।

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फिलीपींस की आव्रजन (इमिग्रेशन) ब्यूरो ने पहले पुष्टि की थी कि सजिद अकरम ने भारतीय पासपोर्ट और नवीद ने ऑस्ट्रेलियाई पासपोर्ट पर हमले से पहले फिलीपींस की यात्रा की थी। ब्यूरो की प्रवक्ता डाना सैंडोवाल ने कहा कि साजिद अकरम और उसका बेटा एक नवंबर 2025 को सिडनी से आए, दावाओ को अंतिम गंतव्य बताया और 28 नवंबर को सिडनी लौट गए।

तेलंगाना पुलिस ने कहा कि सजिद अकरम ने ऑस्ट्रेलिया में बसने के बाद यूरोपीय मूल की महिला से शादी की और उनका एक बेटा और एक बेटी है, दोनों ऑस्ट्रेलियाई नागरिक हैं। पुलिस के मुताबिक, भारत में उनके परिवार को उनके कथित कट्टरपंथी रुख या गतिविधियों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।

बयान में कहा गया कि सजिद अकरम और उसके बेटे नवीद के कट्टरपंथी बनने के कारणों का भारत या तेलंगाना से कोई संबंध प्रतीत नहीं होता। साथ ही, 1998 में ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले उसके खिलाफ भारत में कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने इस गोलीबारी को इस्लामिक स्टेट विचारधारा से प्रेरित लक्षित आतंकवादी हमला बताया।

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