{"_id":"68f8ccc458b76f34860b51d8","slug":"delhi-is-still-far-away-will-continue-as-maharashtra-cm-till-2029-cm-devendra-fadnavis-2025-10-22","type":"story","status":"publish","title_hn":"Maharashtra: 'दिल्ली अभी दूर है, 2029 तक महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बना रहूंगा', जानें ऐसा क्यों बोले CM फडणवीस","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
Maharashtra: 'दिल्ली अभी दूर है, 2029 तक महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बना रहूंगा', जानें ऐसा क्यों बोले CM फडणवीस
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: पवन पांडेय
Updated Wed, 22 Oct 2025 05:53 PM IST
विज्ञापन
सार
CM Devendra Fadnavis On National Politics: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने केंद्र की राजनीति में उनकी जगह को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा है कि दिल्ली अभी दूर है। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वे 2029 तक राज्य के मुख्यमंत्री बने रहेंगे।
देवेंद्र फडणवीस, सीएम, महाराष्ट्र
- फोटो : ANI
विज्ञापन
विस्तार
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को कहा कि वह 2029 तक अपने वर्तमान पद पर बने रहेंगे और सत्तारूढ़ गठबंधन की संरचना में कोई बदलाव नहीं होगा। वहीं राष्ट्रीय राजनीति में उनकी भूमिका को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, 'जहां तक मुझे अपनी पार्टी की जानकारी है...दिल्ली अभी बहुत दूर है। मैं 2029 तक महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बना रहूंगा।'
यह भी पढ़ें - Pan-India SIR: देशव्यापी विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर हुआ मंथन, जानें पहले किन राज्यों में किया जाएगा एसआईआर
महायुति में कोई बदलाव नहीं होगा- फडणवीस
इस दौरान सीएम फडणवीस ने स्पष्ट किया कि वर्तमान सत्तारूढ़ गठबंधन, जिसमें भाजपा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार की राकांपा शामिल हैं, में कोई बदलाव नहीं होगा। उन्होंने कहा, 'न तो कोई नया साझेदार बनेगा और न ही साझेदारों की अदला-बदली होगी।' उन्होंने स्थानीय निकाय चुनावों से पहले राज्य की मतदाता सूची में विसंगतियों का आरोप लगाने के लिए विपक्ष पर भी निशाना साधा। ये चुनाव 31 जनवरी, 2026 तक पूरे होने हैं।
'राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के प्रति कोई कटुता नहीं'
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि उनके मन में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के प्रति कोई कटुता नहीं है। उन्होंने कहा, '2024 के विधानसभा चुनावों के बाद राजनीतिक स्थिरता को देखते हुए, मुझे विश्वास है कि (नेताओं के बीच) सौहार्द वापस आएगा। इससे पहले, 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद राजनीतिक अस्थिरता के कारण, राजनीतिक नेताओं के बीच दुश्मनी जैसी स्थिति थी। मेरे 99 प्रतिशत राजनीतिक नेताओं के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध हैं।'
ठाकरे बंधुओं के साथ आने पर भी दी प्रतिक्रिया
मनसे प्रमुख राज ठाकरे और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के स्थानीय निकाय चुनावों में साथ आने की अटकलों पर फडणवीस ने कहा, 'अगर राज ठाकरे कहते हैं कि मैंने मराठी के मुद्दे पर दोनों भाइयों को करीब लाया, तो मैं इसे एक तारीफ मानता हूं।' मुख्यमंत्री ने कहा, 'पहले, पार्टियां तोड़ने के लिए मेरी आलोचना होती थी। कोई तीसरा व्यक्ति किसी राजनीतिक दल को नहीं तोड़ सकता। केवल महत्वाकांक्षाएं और अन्याय ही पार्टियों को तोड़ सकते हैं।' उन्होंने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद है कि स्थानीय निकाय चुनावों के बाद भी ठाकरे भाई साथ रहेंगे।
हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि ठाकरे ब्रांड का मतलब सिर्फ शिवसेना संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे हैं, और कोई नहीं। एकनाथ शिंदे को परेशान करने के लिए राज और उद्धव ठाकरे के बीच गठबंधन कराने के आरोपों पर पूछे गए सवाल पर फडणवीस ने कहा, 'जैसे मेरे राज के साथ संबंध हैं, वैसे ही शिंदे के भी हैं।'
यह भी पढ़ें - Congress Vs RSS: 'पंजीकृत नहीं तो फंडिंग कैसे?' प्रियांक खरगे का RSS पर वार, BJP बोली- रजिस्ट्रेशन जरूरी नहीं
मंत्रिमंडल में कोई भी मंत्री अक्षम नहीं- फडणवीस
महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में फेरबदल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कोई भी मंत्री अक्षम नहीं है। उन्होंने कहा, 'हम जल्द ही एक साल पूरा कर लेंगे और एक प्रदर्शन ऑडिट किया जाएगा।' फडणवीस ने यह भी कहा कि सत्तारूढ़ महायुति स्थानीय निकाय चुनावों के लिए राजनीतिक रूप से समझदारी भरे गठबंधन बनाएगी। उन्होंने कहा कि मुंबई महानगर क्षेत्र में, सत्तारूढ़ सहयोगी चुनाव पूर्व गठबंधन करेंगे, जबकि अन्य जगहों पर चुनाव बाद गठबंधन हो सकते हैं।
मतदाता सूची को लेकर की विपक्ष की आलोचना
सीएम फडणवीस ने स्थानीय निकाय चुनावों के लिए 'धारणा बनाने' के लिए मतदाता सूची पर आपत्ति जताने के लिए विपक्ष की आलोचना की। उन्होंने मतदाता सूची पर कोई आपत्ति या सुझाव नहीं दिया है। उन्होंने बताया कि वे मतदाता सूची के पूर्ण संशोधन का भी विरोध करते हैं। विपक्ष स्थानीय निकाय चुनावों को स्थगित करवाना चाहता है, लेकिन उनके पास कोई ठोस कारण नहीं है। भाजपा नेता ने कहा कि वे अब बिहार चुनाव प्रचार में मतदाता सूची के बारे में बात नहीं करते हैं।
Trending Videos
यह भी पढ़ें - Pan-India SIR: देशव्यापी विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर हुआ मंथन, जानें पहले किन राज्यों में किया जाएगा एसआईआर
विज्ञापन
विज्ञापन
महायुति में कोई बदलाव नहीं होगा- फडणवीस
इस दौरान सीएम फडणवीस ने स्पष्ट किया कि वर्तमान सत्तारूढ़ गठबंधन, जिसमें भाजपा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार की राकांपा शामिल हैं, में कोई बदलाव नहीं होगा। उन्होंने कहा, 'न तो कोई नया साझेदार बनेगा और न ही साझेदारों की अदला-बदली होगी।' उन्होंने स्थानीय निकाय चुनावों से पहले राज्य की मतदाता सूची में विसंगतियों का आरोप लगाने के लिए विपक्ष पर भी निशाना साधा। ये चुनाव 31 जनवरी, 2026 तक पूरे होने हैं।
'राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के प्रति कोई कटुता नहीं'
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि उनके मन में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के प्रति कोई कटुता नहीं है। उन्होंने कहा, '2024 के विधानसभा चुनावों के बाद राजनीतिक स्थिरता को देखते हुए, मुझे विश्वास है कि (नेताओं के बीच) सौहार्द वापस आएगा। इससे पहले, 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद राजनीतिक अस्थिरता के कारण, राजनीतिक नेताओं के बीच दुश्मनी जैसी स्थिति थी। मेरे 99 प्रतिशत राजनीतिक नेताओं के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध हैं।'
ठाकरे बंधुओं के साथ आने पर भी दी प्रतिक्रिया
मनसे प्रमुख राज ठाकरे और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के स्थानीय निकाय चुनावों में साथ आने की अटकलों पर फडणवीस ने कहा, 'अगर राज ठाकरे कहते हैं कि मैंने मराठी के मुद्दे पर दोनों भाइयों को करीब लाया, तो मैं इसे एक तारीफ मानता हूं।' मुख्यमंत्री ने कहा, 'पहले, पार्टियां तोड़ने के लिए मेरी आलोचना होती थी। कोई तीसरा व्यक्ति किसी राजनीतिक दल को नहीं तोड़ सकता। केवल महत्वाकांक्षाएं और अन्याय ही पार्टियों को तोड़ सकते हैं।' उन्होंने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद है कि स्थानीय निकाय चुनावों के बाद भी ठाकरे भाई साथ रहेंगे।
हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि ठाकरे ब्रांड का मतलब सिर्फ शिवसेना संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे हैं, और कोई नहीं। एकनाथ शिंदे को परेशान करने के लिए राज और उद्धव ठाकरे के बीच गठबंधन कराने के आरोपों पर पूछे गए सवाल पर फडणवीस ने कहा, 'जैसे मेरे राज के साथ संबंध हैं, वैसे ही शिंदे के भी हैं।'
यह भी पढ़ें - Congress Vs RSS: 'पंजीकृत नहीं तो फंडिंग कैसे?' प्रियांक खरगे का RSS पर वार, BJP बोली- रजिस्ट्रेशन जरूरी नहीं
मंत्रिमंडल में कोई भी मंत्री अक्षम नहीं- फडणवीस
महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में फेरबदल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कोई भी मंत्री अक्षम नहीं है। उन्होंने कहा, 'हम जल्द ही एक साल पूरा कर लेंगे और एक प्रदर्शन ऑडिट किया जाएगा।' फडणवीस ने यह भी कहा कि सत्तारूढ़ महायुति स्थानीय निकाय चुनावों के लिए राजनीतिक रूप से समझदारी भरे गठबंधन बनाएगी। उन्होंने कहा कि मुंबई महानगर क्षेत्र में, सत्तारूढ़ सहयोगी चुनाव पूर्व गठबंधन करेंगे, जबकि अन्य जगहों पर चुनाव बाद गठबंधन हो सकते हैं।
मतदाता सूची को लेकर की विपक्ष की आलोचना
सीएम फडणवीस ने स्थानीय निकाय चुनावों के लिए 'धारणा बनाने' के लिए मतदाता सूची पर आपत्ति जताने के लिए विपक्ष की आलोचना की। उन्होंने मतदाता सूची पर कोई आपत्ति या सुझाव नहीं दिया है। उन्होंने बताया कि वे मतदाता सूची के पूर्ण संशोधन का भी विरोध करते हैं। विपक्ष स्थानीय निकाय चुनावों को स्थगित करवाना चाहता है, लेकिन उनके पास कोई ठोस कारण नहीं है। भाजपा नेता ने कहा कि वे अब बिहार चुनाव प्रचार में मतदाता सूची के बारे में बात नहीं करते हैं।