सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   India News ›   EC defers Jul 2 meet with multi-party delegation sought by Cong as parties fail to confirm presence

Bihar: मतदाता सूची संशोधन पर विपक्षी दलों की चुनाव आयोग के साथ बैठक टली; नाम कटने की आंशकाओं पर EC की दो टूक

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: शुभम कुमार Updated Mon, 07 Jul 2025 10:00 AM IST
सार

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची जांच पर विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से 2 जुलाई को बैठक मांगी थी। लेकिन कांग्रेस की तरफ से बताए गए दलों में से किसी ने बैठक की पुष्टि नहीं की। इस कारण चुनाव आयोग ने बैठक को फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया है। हालांकि बाद में चुनाव आयोग ने पोलिंग बूथ से जुड़े नियम पर अहम जानकारी साझा की। 

विज्ञापन
EC defers Jul 2 meet with multi-party delegation sought by Cong as parties fail to confirm presence
चुनाव आयोग - फोटो : PTI
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

बिहार में निर्वाचन आयोग की तरफ से मतदाता सूची की गहन जांच कराने के एलान के बाद राज्य में सियासत गरमा गई है। विपक्षी दल लगातार चुनाव आयोग की इस घोषणा का विरोध कर रहे है। इसी सिलसिले में अपना पक्ष रखने के लिए विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से मुलाकात की मांग की थी, लेकिन अब यह बैठक स्थगित कर दी गई है। वहीं दूसरी ओर चुनाव आयोग ने नाम कटने की आशंकाओं को लेकर बड़ा बयान दिया है। आयोग ने कहा है कि जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत नागरिक केवल उसी विधानसभा क्षेत्र में वोट देने के हकदार हैं, जहां आप सामान्य निवासी हैं। 

Trending Videos


विपक्ष के साथ ईसी की बैठक स्थगित
सूत्रों के अनुसार, ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि कांग्रेस की तरफ से बताए गए विपक्षी दलों में से किसी ने भी अपनी उपस्थिति की पुष्टि नहीं की है। बता दें कि चुनाव आयोग की तरफ से घोषणा के बाद बीते 30 जून को कांग्रेस के एक कानूनी प्रतिनिधि ने चुनाव आयोग को एक ई-मेल भेजकर 2 जुलाई को तत्काल बैठक की मांग की थी। यह ई-मेल कांग्रेस की ओर से, विपक्षी गठबंधन के कई दलों की ओर से भेजा गया था। कांग्रेस प्रतिनिधि ने खुद को कई दलों की ओर से अधिकृत प्रतिनिधि बताया था।
विज्ञापन
विज्ञापन


जहां रह रहे हैं वहीं पंजीकरण कराना चाहिए- ईसी
मंगलवार को चुनाव आयोग ने मतदाता पंजीकरण को लेकर अहम जानकारी साझा की है। चुनाव आयोग के मुताबिक, जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत नागरिक केवल उसी विधानसभा क्षेत्र में वोट देने के हकदार हैं, जहां आप सामान्य निवासी हैं। ईसी का कहना है कि पात्र नागरिकों को केवल उन्हीं निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाता के तौर पर अपना पंजीकरण कराना चाहिए, जहां वे सामान्य तौर पर निवास करते हैं, न कि उस स्थान पर जहां उनका मूल निवास है।  

आयोग ने कहा कि बिहार में जारी गहन समीक्षा अभियान का उद्देश्य ऐसे तमाम लोगों की पहचान करना है, जिन्होंने जानबूझकर या अनजाने में विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों के मतदाता कार्ड अपने पास रख लिए हैं। आयोग के मुताबिक, लोगों का प्रवास से पहले का पुराना कार्ड रखना आपराधिक कृत्य है।

ये भी पढ़ें:- Congress Politics: 'दावे खोखले, हकीकत इससे काफी अलग', डिजिटल इंडिया पर खरगे का मोदी सरकार पर तीखा हमला

किसी भी दल ने नहीं की आधिकारिक पुष्टि

सूत्रों के अनुसार, ई-मेल मिलने के बाद चुनाव आयोग ने संबंधित दलों से यह स्पष्ट रूप से जानना चाहा कि वे इस बैठक में भाग लेंगे या नहीं। हालांकि, किसी भी दल की तरफ से अब तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई। इसी कारण आयोग ने यह बैठक फिलहाल के लिए स्थगित कर दी है।

ये भी पढ़ें:- Karnataka: कर्नाटक कांग्रेस में बदलाव की अटकलों पर विराम, सुरजेवाला बोले- नेतृत्व नहीं, कामकाज की हो रही जांच

चुनाव आयोग का एलान, और विपक्षी दलों का विरोध

गौरतलब है कि बिहार में चुनाव आयोग की तरफ से मतदाता सूची के विशेष संशोधन अभियान की प्रक्रिया चल रही है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को इस प्रक्रिया को लेकर आपत्तियां और शंकाएं हैं, जिसे लेकर वे चुनाव आयोग से मिलकर अपनी चिंता जताना चाहते थे। हालांकि, जब तक सभी दल अपनी सहभागिता की पुष्टि नहीं करते, तब तक यह बैठक आगे नहीं बढ़ेगी।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed