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Gujarat Election: मोदी की रैली के बाद बड़ा सवाल- क्या ‘औकात’ पर होगा चुनाव? 2017 के मणिशंकर न बन जाएं मिस्त्री
स्पेशल डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: हिमांशु मिश्रा
Updated Mon, 21 Nov 2022 04:57 PM IST
सार
कैसे गुजरात चुनाव में 'औकात' की एंट्री हुई? मधुसूदन मिस्त्री ने पीएम मोदी को लेकर क्या-क्या बोला और पीएम ने क्या पलटवार किया? इसके मायने क्या हैं?
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गुजरात विधानसभा चुनाव 2022
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है नेताओं की बयानबाजी भी तेज हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री के 'औकात' वाले बयान पर पलटवार किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा वे (कांग्रेस) राजपरिवार से हैं, मैं आम परिवार से हूं, जनता का सेवक हूं, मेरी पहले से ही कोई औकात नहीं है।
आइए समझते हैं कि आखिर क्या है पूरा मामला? कैसे गुजरात चुनाव में 'औकात' की एंट्री हुई? मधुसूदन मिस्त्री ने पीएम मोदी को लेकर क्या-क्या बोला और पीएम ने क्या पलटवार किया? इसके मायने क्या हैं?
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आइए समझते हैं कि आखिर क्या है पूरा मामला? कैसे गुजरात चुनाव में 'औकात' की एंट्री हुई? मधुसूदन मिस्त्री ने पीएम मोदी को लेकर क्या-क्या बोला और पीएम ने क्या पलटवार किया? इसके मायने क्या हैं?
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पहले जाानिए 'औकात' शब्द की एंट्री कहां से हुई?
12 नवंबर को कांग्रेस ने गुजरात चुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी किया था। इसमें एलान किया गया है कि अगर गुजरात में कांग्रेस की सरकार बनती है तो नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम बदल दिया जाएगा। इसी को लेकर एक टीवी चैनल ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री ने सवाल किया। पूछा कि आखिर इस तरह का वादा क्यों किया गया? इसका जवाब देते हुए मिस्त्री ने प्रधानमंत्री पर अभद्र टिप्पणी करते हुए ‘औकात’ शब्द का जिक्र किया।
12 नवंबर को कांग्रेस ने गुजरात चुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी किया था। इसमें एलान किया गया है कि अगर गुजरात में कांग्रेस की सरकार बनती है तो नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम बदल दिया जाएगा। इसी को लेकर एक टीवी चैनल ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री ने सवाल किया। पूछा कि आखिर इस तरह का वादा क्यों किया गया? इसका जवाब देते हुए मिस्त्री ने प्रधानमंत्री पर अभद्र टिप्पणी करते हुए ‘औकात’ शब्द का जिक्र किया।
पीएम मोदी ने कैसे किया पलटवार?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक रैली के दौरान मिस्त्री के 'औकात' वाले बयान पर पलटवार किया। पीएम मोदी ने कहा, 'कांग्रेस कहती है कि मोदी को औकात दिखा देंगे। यह अहंकार है कि मोदी को उसकी औकात दिखा देंगे। वे राजपरिवार से हैं, मैं आम परिवार से हूं, जनता का सेवक हूं, मेरी पहले से ही कोई औकात नहीं है। उन्होंने (कांग्रेस नेताओं ने) क्या-क्या नहीं कहा, नीच कहा, गंदी नाला का कीड़ा कहा, हमारी औकात नहीं है, अरे, विकास के मुद्दे पर चर्चा करो न। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक जमाना था जब साइकिल नहीं बनती थी, आज गुजरात में विमान बनवा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'विकास की चर्चा होनी चाहिए कि नहीं? किसने कितना काम किया, यह चर्चा होनी चाहिए कि नहीं? पानी पहुंचा कि नहीं, बिजली पहुंची कि नहीं, यह चर्चा होनी चाहिए कि नहीं? कांग्रेस को पता है कि बीजेपी का तो जबदस्त रिकॉर्ड है। कांग्रेस विकास के मुद्दे की चर्चा नहीं करती है, ये कहती है आ मोदी ने नी औकात बताबी देसू औकात.. (इस मोदी को औकात बता देंगे औकात..) मोदी को उसकी औकात दिखा देंगे, अहंकार है ये भाइयों अहंकार.. मोदी को उसकी औकात दिखा देंगे, अरे मां-बाप.. आपको तो पता राजपरिवार से हैं, मैं तो एक सामान्य परिवार की संतान हूं, मेरी कोई औकात नहीं थी, आपको मेरी औकात दिखाने की जरूरत नहीं है। अरे, मैं तो सेवक हूं सेवक, मैं तो सेवादार हूं,सेवक की, सेवादार की कहीं औकात होती है?'
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए आगे कहा, 'अरे आपने मुझे नीच कहा, नीची जाति का कहा, मौत का सौदागर कहा, गंदी नाली का कीड़ा कहा, आपको जो कहना था वो कहा, आपको हमारी औकात बताने की जरूरत है? हमारी कोई औकात नहीं थी। मेहरबनी करके विकास के मुद्दों की चर्चा करो। गुजरात को विकसित गुजरात बनाने के लिए आओ मैदान में। औकात बताकर खेल से न भागो भाई।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक रैली के दौरान मिस्त्री के 'औकात' वाले बयान पर पलटवार किया। पीएम मोदी ने कहा, 'कांग्रेस कहती है कि मोदी को औकात दिखा देंगे। यह अहंकार है कि मोदी को उसकी औकात दिखा देंगे। वे राजपरिवार से हैं, मैं आम परिवार से हूं, जनता का सेवक हूं, मेरी पहले से ही कोई औकात नहीं है। उन्होंने (कांग्रेस नेताओं ने) क्या-क्या नहीं कहा, नीच कहा, गंदी नाला का कीड़ा कहा, हमारी औकात नहीं है, अरे, विकास के मुद्दे पर चर्चा करो न। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक जमाना था जब साइकिल नहीं बनती थी, आज गुजरात में विमान बनवा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'विकास की चर्चा होनी चाहिए कि नहीं? किसने कितना काम किया, यह चर्चा होनी चाहिए कि नहीं? पानी पहुंचा कि नहीं, बिजली पहुंची कि नहीं, यह चर्चा होनी चाहिए कि नहीं? कांग्रेस को पता है कि बीजेपी का तो जबदस्त रिकॉर्ड है। कांग्रेस विकास के मुद्दे की चर्चा नहीं करती है, ये कहती है आ मोदी ने नी औकात बताबी देसू औकात.. (इस मोदी को औकात बता देंगे औकात..) मोदी को उसकी औकात दिखा देंगे, अहंकार है ये भाइयों अहंकार.. मोदी को उसकी औकात दिखा देंगे, अरे मां-बाप.. आपको तो पता राजपरिवार से हैं, मैं तो एक सामान्य परिवार की संतान हूं, मेरी कोई औकात नहीं थी, आपको मेरी औकात दिखाने की जरूरत नहीं है। अरे, मैं तो सेवक हूं सेवक, मैं तो सेवादार हूं,सेवक की, सेवादार की कहीं औकात होती है?'
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए आगे कहा, 'अरे आपने मुझे नीच कहा, नीची जाति का कहा, मौत का सौदागर कहा, गंदी नाली का कीड़ा कहा, आपको जो कहना था वो कहा, आपको हमारी औकात बताने की जरूरत है? हमारी कोई औकात नहीं थी। मेहरबनी करके विकास के मुद्दों की चर्चा करो। गुजरात को विकसित गुजरात बनाने के लिए आओ मैदान में। औकात बताकर खेल से न भागो भाई।'
तो क्या अब 'औकात' के मुद्दे पर लड़ा जाएगा चुनाव?
इसे समझने के लिए हमने गुजरात के वरिष्ठ पत्रकार वीरांग भट्ट से बात की। उन्होंने कहा, 'मधुसूदन मिस्त्री का पीएम मोदी को लेकर दिया गया बयान करीब दस दिन पहले का है। तब भी इसके खिलाफ भाजपा के बड़े नेताओं ने आक्रोश व्यक्त किया था। हालांकि, इसके बावजूद ये चुनाव का मुद्दा नहीं बन पाया था। अब पीएम मोदी ने खुद मधुसूदन मिस्त्री को जवाब दिया है। इसी के साथ ये भी तय हो गया है कि अब ये एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन जाएगा। भाजपा किसी भी हालत में इसे हाथ से जाने नहीं देगी। जैसा 2017 में कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बयान के बाद हुआ था। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक का मुद्दा उठाया था। तब उन्होंने पीएम मोदी के लिए खून की दलाली शब्द का प्रयोग किया था। इसे भी भाजपा ने चुनाव में खूब भुनाया और इसका फायदा भी मिला।'
इसे समझने के लिए हमने गुजरात के वरिष्ठ पत्रकार वीरांग भट्ट से बात की। उन्होंने कहा, 'मधुसूदन मिस्त्री का पीएम मोदी को लेकर दिया गया बयान करीब दस दिन पहले का है। तब भी इसके खिलाफ भाजपा के बड़े नेताओं ने आक्रोश व्यक्त किया था। हालांकि, इसके बावजूद ये चुनाव का मुद्दा नहीं बन पाया था। अब पीएम मोदी ने खुद मधुसूदन मिस्त्री को जवाब दिया है। इसी के साथ ये भी तय हो गया है कि अब ये एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन जाएगा। भाजपा किसी भी हालत में इसे हाथ से जाने नहीं देगी। जैसा 2017 में कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बयान के बाद हुआ था। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक का मुद्दा उठाया था। तब उन्होंने पीएम मोदी के लिए खून की दलाली शब्द का प्रयोग किया था। इसे भी भाजपा ने चुनाव में खूब भुनाया और इसका फायदा भी मिला।'