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Maharashtra: 'किसान सूखे से लड़ रहे और कृषि मंत्री विदेश में घूम रहे', वडेट्टीवार ने राज्य सरकार को घेरा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: श्वेता महतो
Updated Thu, 30 May 2024 03:32 PM IST
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सार
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि सूखे की इतनी विकट स्थिति है और सरकार लोगों और किसानों को यह बोलकर मूर्ख बना रही है कि आचार संहिता लागू है।

विजय वडेट्टीवार
- फोटो : ANI
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विस्तार
महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने राज्य के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब हमारे किसान सूखे से लड़ रहे हैं, तब कृषि मंत्री विदेश में घूमने चले गए। वडेट्टीवार जालना जिले में सूखे की स्थिति का जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात की। उन्होंने दावा किया कि पिछले तीन महीनों में मराठवाड़ा जिले में 267 किसानों ने आत्महत्या कर ली।
मीडिया से बात करते हुए वडेट्टीवार ने कहा, "कृषि मंत्री को बीज उपलब्धता, उर्वरक और फसलों की समीक्षा करनी चाहिए। लेकिन वह किसानों को उनके हाल पर छोड़कर विदेश घूमने चले गए। इस परिस्थिति में वह कैसे जा सकते हैं?" कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि बेमौसम बारिश और तूफान के कारण भी किसानों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, "सूखे की इतनी विकट स्थिति है और सरकार लोगों और किसानों को यह बोलकर मूर्ख बना रही है कि आचार संहिता लागू है। दूसरी तरफ उन्होंने चुनाव आयोग से 25,000 लाख रुपये का टेंडर जारी कर दिया। सरकार फसल क्षति सर्वेक्षण का आदेश देती है, लेकिन किसानों को कोई सहायता नहीं दी जाती। मराठवाड़ा में लोग सूखे से परेशान हैं। पिछले तीन महीनों में 267 किसानों ने आत्महत्या कर ली। यहां लोगों को पीने का पानी भी नहीं मिल रहा।"
किसानों के लिए बिजली बिल माफ करने की मांग
वडेट्टीवार ने किसानों के लिए बिजली बिल और लोन को माफ करने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को बीज भी फ्री में उपलब्ध कराया जाए। मवेशियों को भी चारा और पानी उपलब्ध कराया जान चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि सोने और हीरे पर दो-तीन रुपये सेवा कर लगाया जाता है। लेकिन ट्रैक्टर, बीज और खेती के उपकरणों पर 15 फीसदी जीएसटी लगाया जाता है। उन्होंने बताया कि बीज के कीमतें 25 से 38 फीसदी तक बढ़ गई है।

मीडिया से बात करते हुए वडेट्टीवार ने कहा, "कृषि मंत्री को बीज उपलब्धता, उर्वरक और फसलों की समीक्षा करनी चाहिए। लेकिन वह किसानों को उनके हाल पर छोड़कर विदेश घूमने चले गए। इस परिस्थिति में वह कैसे जा सकते हैं?" कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि बेमौसम बारिश और तूफान के कारण भी किसानों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा।
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कांग्रेस नेता ने आगे कहा, "सूखे की इतनी विकट स्थिति है और सरकार लोगों और किसानों को यह बोलकर मूर्ख बना रही है कि आचार संहिता लागू है। दूसरी तरफ उन्होंने चुनाव आयोग से 25,000 लाख रुपये का टेंडर जारी कर दिया। सरकार फसल क्षति सर्वेक्षण का आदेश देती है, लेकिन किसानों को कोई सहायता नहीं दी जाती। मराठवाड़ा में लोग सूखे से परेशान हैं। पिछले तीन महीनों में 267 किसानों ने आत्महत्या कर ली। यहां लोगों को पीने का पानी भी नहीं मिल रहा।"
किसानों के लिए बिजली बिल माफ करने की मांग
वडेट्टीवार ने किसानों के लिए बिजली बिल और लोन को माफ करने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को बीज भी फ्री में उपलब्ध कराया जाए। मवेशियों को भी चारा और पानी उपलब्ध कराया जान चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि सोने और हीरे पर दो-तीन रुपये सेवा कर लगाया जाता है। लेकिन ट्रैक्टर, बीज और खेती के उपकरणों पर 15 फीसदी जीएसटी लगाया जाता है। उन्होंने बताया कि बीज के कीमतें 25 से 38 फीसदी तक बढ़ गई है।