सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   India News ›   Mainpur Loksabha UpChunav Dimple Yadav Akhilesh Yadav Mulayam Singh Yadav Networth and Assets

Dimple Yadav: डिंपल पर अखिलेश का लाखों का उधार, संपत्ति 39 करोड़ से ज्यादा, फिर भी दोनों बे-'कार'

स्पेशल डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: हिमांशु मिश्रा Updated Mon, 14 Nov 2022 06:45 PM IST
सार

सोमवार को दाखिल किए गए चुनावी हलफनामे में डिंपल ने अपनी संपत्ति का ब्योरा दिया है। इसके मुताबिक उनके पास लखनऊ और सैफई में जमीन है। पिछले साढ़े दस महीने में उनकी संपत्ति घटी है। आइए जानते हैं कि डिंपल ने हलफनामे में क्या-क्या बताया है? 

विज्ञापन
Mainpur Loksabha UpChunav Dimple Yadav Akhilesh Yadav Mulayam Singh Yadav Networth and Assets
डिंपल यादव की संपत्ति - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

मैनपुरी लोकसभा सीट पर पांच दिसंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए डिंपल यादव ने सोमवार को नामांकन दाखिल कर दिया। डिंपल के साथ उनके पति और सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी मौजूद थे। दोनों ने पहले मुलायम सिंह यादव की समाधि पर श्रद्धांजलि दी और फिर नामांकन दाखिल किया। 
Trending Videos

 
डिंपल कन्नौज से दो बार सांसद चुनी जा चुकी हैं, जबकि दो चुनाव में हार का भी सामना करना पड़ चुका है। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान डिंपल ने कन्नौज से चुनाव लड़ा था, तब उन्हें भाजपा के सुब्रत पाठक ने हराया था।  
विज्ञापन
विज्ञापन

 
सोमवार को दाखिल किए गए चुनावी हलफनामे में डिंपल ने अपनी संपत्ति का ब्योरा दिया है। इसके मुताबिक उनके पास लखनऊ और सैफई में जमीन है। पिछले साढ़े दस महीने में उनकी संपत्ति घटी है। आइए जानते हैं कि डिंपल ने हलफनामे में क्या-क्या बताया है? 
 

पहली बार घटी डिंपल-अखिलेश की संपत्ति
2022 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने अपनी कुल संपत्ति 40 करोड़ 14 लाख से ज्यादा बताई थी। साढ़े दस महीने बाद ये घटकर 39 करोड़ 91 लाख 50 हजार 416 रुपये हो गई है। 2004 से अब तक अखिलेश यादव और डिंपल यादव ने जितनी बार चुनावी हलफनामा दायर किया हर बार उनकी संपत्ति में इजाफा हुआ। पहली बार ऐसा हो रहा है जब डिंपल-अखिलेश की संपत्ति में कमी आई है। 




इस हलफनामे के मुताबिक डिंपल के पास सवा लाख का कंप्यूटर, करीब साठ साल के गहने तो हैं लेकिन कार या बाइक नहीं है। इसी तरह अखिलेश के नाम पर 76 हजार का फोन करीब साढ़े पांच लाख की व्यायाम मशीन है लेकिन उनके नाम पर भी कोई गाड़ी नहीं है। 
 
 

लाखों के गहने, लखनऊ-सैफई में जमीनें
डिंपल के पास करीब 60 लाख रुपये के गहने हैं। इसमें सोने, चांदी, हीरे और मोती के आभूषण शामिल हैं। इसके अलावा लखनऊ और सैफई में डिंपल के नाम जमीनें भी हैं। डिंपल ने 1993 में आर्मी पब्लिक स्कूल, लखनऊ से हाईस्कूल की पढ़ाई की है। इसके बाद 1995 में इंटरमीडिएट और 1998 में बीकॉम की डिग्री ली। 2012 और फिर 2014 में दो बार डिंपल कन्नौज लोकसभा सीट से सांसद चुनी जा चुकी हैं।
 

अखिलेश ने डिंपल-मुलायम को दिया है उधार
अखिलेश यादव ने अपनी पत्नी डिंपल को 20 लाख का उधार दे रखा है। वहीं, पिता मुलायम सिंह यादव को दो करोड़ 13 लाख से ज्यादा का उधार दे रखा था। इसी तरह डिंपल ने भी गोविंद बल्लभ चतुर्वेदी और राम चतुर्वेदी नाम के दो लोगों का उधार दे रखा है। 
 
 

2009 से 2012 के बीच सात करोड़ रुपये बढ़ गई संपत्ति
डिंपल यादव ने 2009 में पहली बार चुनाव लड़ा था। फिरोजाबाद सीट से उन्होंने उपचुनाव में कांग्रेस के राजबब्बर का मुकाबला किया था। हालांकि, इस चुनाव में वह हार गईं थीं। तब उनके पास करीब चार करोड़ रुपये की संपत्ति थी। इसके बाद 2012 में डिंपल ने दूसरी बार लोकसभा का चुनाव कन्नौज से लड़ा। कन्नौज की सीट से पहले अखिलेश यादव सांसद थे, लेकिन 2012 में मुख्यमंत्री बनने के लिए उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। तब हुए उपचुनाव में डिंपल यादव निर्विरोध जीत गईं थीं। उस वक्त डिंपल के पास नौ करोड़ तीन लाख रुपये की संपत्ति थी।
 
 

2014: जब दो साल में बढ़ी थी 19 करोड़ रुपये संपत्ति
2014 के लोकसभा चुनाव में डिंपल यादव ने 28 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति बताई थी।  महज दो साल में उनकी संपत्ति में 19 करोड़ से ज्यादा का इजाफा हुआ।  2019 लोकसभा चुनाव के दौरान भी डिंपल ने अपने चुनावी हलफनामे में संपत्ति की जानकारी दी है। इस दौरान उनकी संपत्ति में करीब नौ करोड़ रुपये का इजाफा हुआ था।  और यह बढ़कर 37 करोड़ 78 लाख पहुंच गई।
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed