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Kathua News: घने कोहरे और ठंड से जनजीवन प्रभावित, वाहनों की रफ्तार थमी
संवाद न्यूज एजेंसी, कठुआ
Updated Mon, 29 Dec 2025 01:32 AM IST
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रविवार की सुबह जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर छाई धुंध। संवाद
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तापमान में आई गिरावट से लोग ठिठुरने पर मजबूर
हाईवे पर 100 मीटर जबकि निचले ग्रामीण इलाकों में 50 मीटर रही दृश्यता
कठुआ। देश के अन्य मैदानी प्रदेशों की तरह अब जम्मू-कश्मीर भी घने कोहरे से ढक रहा है। रविवार को इससे बढ़ी ठंड के कारण कठुआ में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित दिखा। इस दौरान धुंध ने वाहनों की रफ्तार रोक दी। तापमान में आई गिरावट ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया। धुंध के कारण जिले के मैदानी इलाकों में सड़कों पर वाहनों की आवाजाही सबसे अधिक प्रभावित रही।
कोहरे के कारण हाईवे पर सुबह दृश्यता 100 मीटर जबकि कठुआ के निचले ग्रामीण इलाकों में यह 50 मीटर तक रही। मैदानी इलाकों में सुबह से हर ओर कोहरे का आलम देखने को मिला। इस वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग और लिंक मार्गों पर वाहन रेंगते रहे। दृष्यता कम होने से इस दौरान किसी दुर्घटना से बचने के लिए चालकों को दिन में लाइट जलाकर वाहन चलाने पड़े। सुबह 11 बजे तक जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर धुंध का प्रभाव देखने को मिला जबकि शहर के निचले इलाके में दोपहर बाद तक धुंध का प्रभाव रहा। मौसम में आए बदलाव से बढ़ी ठंड से निजात पाने के लिए कठुआ के विभिन्न चौक-चौराहे, घरों और दुकानों पर लोग अलाव सेंकते नजर आए।
भीषण ठंड का असर शहर में बाजार पर साफ देखने को मिला, यहां हर रविवार को लगने वाले बाजार में ग्राहकों के साथ दुकानदारों की की तादाद काफी कम रही। सार्वजनिक स्थलों पर लोगों की आमद कम देखने को मिली। ठंड के कारण जो बाजार सुबह 9 बजे सक्रिय हो जाता है वह 11 बजे तक बेनूर दिखाई दिया। ठंड के प्रकोप के चलते छह बजते ही एक बार फिर बाजार बेरौनक दिखाई दिया। ग्रामीण इलाकों में किसान अपने खेतों का काम निपटाने के बजाय अलाव सेंकते नजर आए।
कोट
आने वाले 31 दिसंबर तक इसी तरह के मौसम का अनुमान है। यह गेंहू की बिजाई कर चुके किसानों के लिए लाभदायक है। कुछ निचले इलाकों में इससे सब्जी की खेती करने वाले किसानों को नुकसान हो सकता है। इससे बचने के लिए किसान अपने खेतों की शाम के समय सिंचाई कर सकते हैं। ज्यादा धुंध सरसों की फसल को भी नुकसान पहुंचा सकती है, किसान इस पर नजर बनाए रखें।
- डॉ. विशाल महाजन, वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र कठुआ।
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हाईवे पर 100 मीटर जबकि निचले ग्रामीण इलाकों में 50 मीटर रही दृश्यता
कठुआ। देश के अन्य मैदानी प्रदेशों की तरह अब जम्मू-कश्मीर भी घने कोहरे से ढक रहा है। रविवार को इससे बढ़ी ठंड के कारण कठुआ में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित दिखा। इस दौरान धुंध ने वाहनों की रफ्तार रोक दी। तापमान में आई गिरावट ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया। धुंध के कारण जिले के मैदानी इलाकों में सड़कों पर वाहनों की आवाजाही सबसे अधिक प्रभावित रही।
कोहरे के कारण हाईवे पर सुबह दृश्यता 100 मीटर जबकि कठुआ के निचले ग्रामीण इलाकों में यह 50 मीटर तक रही। मैदानी इलाकों में सुबह से हर ओर कोहरे का आलम देखने को मिला। इस वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग और लिंक मार्गों पर वाहन रेंगते रहे। दृष्यता कम होने से इस दौरान किसी दुर्घटना से बचने के लिए चालकों को दिन में लाइट जलाकर वाहन चलाने पड़े। सुबह 11 बजे तक जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर धुंध का प्रभाव देखने को मिला जबकि शहर के निचले इलाके में दोपहर बाद तक धुंध का प्रभाव रहा। मौसम में आए बदलाव से बढ़ी ठंड से निजात पाने के लिए कठुआ के विभिन्न चौक-चौराहे, घरों और दुकानों पर लोग अलाव सेंकते नजर आए।
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भीषण ठंड का असर शहर में बाजार पर साफ देखने को मिला, यहां हर रविवार को लगने वाले बाजार में ग्राहकों के साथ दुकानदारों की की तादाद काफी कम रही। सार्वजनिक स्थलों पर लोगों की आमद कम देखने को मिली। ठंड के कारण जो बाजार सुबह 9 बजे सक्रिय हो जाता है वह 11 बजे तक बेनूर दिखाई दिया। ठंड के प्रकोप के चलते छह बजते ही एक बार फिर बाजार बेरौनक दिखाई दिया। ग्रामीण इलाकों में किसान अपने खेतों का काम निपटाने के बजाय अलाव सेंकते नजर आए।
कोट
आने वाले 31 दिसंबर तक इसी तरह के मौसम का अनुमान है। यह गेंहू की बिजाई कर चुके किसानों के लिए लाभदायक है। कुछ निचले इलाकों में इससे सब्जी की खेती करने वाले किसानों को नुकसान हो सकता है। इससे बचने के लिए किसान अपने खेतों की शाम के समय सिंचाई कर सकते हैं। ज्यादा धुंध सरसों की फसल को भी नुकसान पहुंचा सकती है, किसान इस पर नजर बनाए रखें।
- डॉ. विशाल महाजन, वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र कठुआ।

रविवार की सुबह जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर छाई धुंध। संवाद