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कश्मीर से बिहार तक सियासी भूचाल: सीएम नीतीश के वायरल वीडियो को लेकर आक्रोश, धार्मिक स्वतंत्रता पर चोट का आरोप

अमर उजाला नेटवर्क, श्रीनगर Published by: निकिता गुप्ता Updated Wed, 17 Dec 2025 11:59 AM IST
सार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक महिला का हिजाब हटाने के वायरल वीडियो को लेकर कश्मीर में आक्रोश देखा गया है। महबूबा मुफ्ती, इल्तिजा मुफ्ती, जेकेपीसी और शिया एसोसिएशन ने इसे महिला गरिमा व संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ बताते हुए सार्वजनिक माफी की मांग की है।

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Outrage in Kashmir over the actions of the Bihar Chief Minister; JKPC and Shia Association write a letter.
महिला का हिजाब खींचकर विवाद में आए सीएम नीतीश कुमार - फोटो : एक्स/राजद/वीडियो ग्रैब
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विस्तार
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बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रमाणपत्र देते समय महिला का हिजाब खींचने के वायरल वीडियो पर कश्मीर में काफी आक्रोश है। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, इल्तिजा मुफ्ती, श्रीनगर के नेकां सांसद रुहुल्ला मेहदी, जेकेपीसी और ऑल जम्मू और कश्मीर शिया एसोसिएशन सहित रोष जताया है। वहीं इस मामले में बिहार के मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है।

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पीपल्स कॉन्फ्रेंस के महासचिव और ऑल जम्मू और कश्मीर शिया एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलवी इमरान अंसारी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर कहा कि यह कृत्य बहुत दुखद, अस्वीकार्य और भारत के लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों का स्पष्ट उल्लंघन है। ऐसा व्यवहार किसी उच्च संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को शोभा नहीं देता और यह देश भर के अल्पसंख्यक समुदायों को एक परेशान करने वाला संदेश भेजता है। किसी महिला का घूंघट जबरन हटाना उसके धर्म और व्यक्तिगत पसंद का सीधा अपमान है। यह भारत के लोकतंत्र की भावना के बिल्कुल विपरीत है।
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इस्लाम महिलाओं को गरिमा और सशक्तीकरण देता है, और हिजाब एक धार्मिक कर्तव्य है जो पवित्र कुरान के मार्गदर्शन के अनुसार आस्था, शालीनता और आत्म-सम्मान में निहित है। संबंधित महिला एक डॉक्टर थी, शिक्षा, सेवा और सशक्तीकरण का प्रतीक, और उसे सार्वजनिक रूप से अपमानित करना इस घटना की गंभीरता को और बढ़ाता है।

उन्होंने कहा, उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसी घटनाएं सार्वजनिक विश्वास को कमजोर करती हैं और सांप्रदायिक सद्भाव के ताने-बाने को नुकसान पहुंचाती हैं। मुख्यमंत्री बिना शर्त सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। 

नीतीश साहब का शायद पद छोड़ने का समय आ गया है : महबूबा
जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ राजनीतिक नेताओं ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सोशल मीडिया पर वायरल मुस्लिम महिला का बुर्का खींचने के वीडियो पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि वह बिहार के मुख्यमंत्री को मुस्लिम महिला के चेहरे से बुर्का हटाते हुए देखकर हैरान हैं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट में लिखा, क्या इसे बुढ़ापे का असर माना जाए या मुसलमानों को सार्वजनिक रूप से अपमानित करने का सामान्यीकरण? यह घटना परेशान करने वाली है। नीतीश साहब, शायद अब आपके पद छोड़ने का समय आ गया है? 

नीतिश ने खोया मानसिक संतुलन : इल्तिजा
पीडीपी की प्रवक्ता इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो किया वह घृणित और अस्वीकार्य है। वह उम्र दराज हैं, इसलिए उनका सम्मान करती हूं। उम्र की वजह से अगर वह दिमागी रूप से बीमार हो गए हैं और इस तरह की हरकत कर रहे हैं तो राज्य कैसे चलाएंगे। उन्हें चाहिए कि रिटायर हो जाएं और प्रदेश की बागडोर किसी और को सौंप दें। कहा, आपको कोई हक नहीं कि किसी का हिजाब हटाएं। यह कानूनी तौर पर अपराध भी है।

नीतीश कुमार को महिला से माफी मांगनी चाहिए : रुहुल्ला
नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद आगा सैयद रुहुल्ला मेहदी ने नीतीश कुमार के बर्ताव को अनुचित और परेशान करने वाला बताया। एक बयान में रुहुल्ला ने कहा कि सार्वजनिक रूप से एक मुस्लिम महिला का बुर्का खींचना गरिमा और व्यक्तिगत सम्मान का गंभीर उल्लंघन है। नीतीश कुमार को उस महिला और जनता से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए। इस घटना के मद्देनजर उनका पद से हट जाना आवश्यक है।

मुस्लिम महिला के चेहरे से नकाब हटाना निंदनीय : नेकां
नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने प्रवक्ता इमरान नबी डार ने कहा कि नीतीश कुमार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई है। हम उनसे और बिहार की भाजपा-जेडीयू सरकार से बिना शर्त सार्वजनिक माफी की भी उम्मीद करते हैं। उन्होंने इस हरकत को सही ठहराने के लिए कुछ टीवी न्यूज एंकरों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की। प्रवक्ता ने कहा, संविधान हर किसी को अपनी पसंद के कपड़े पहनने या अपनी पसंद के अनुसार व्यवहार करने का अधिकार देता है और कोई भी किसी पर अपनी शर्तें नहीं थोप सकता। राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि हमारी भावनाओं से जुड़ा है। डार ने कहा कि यह मुसलमानों को अपमानित करने की कोशिश है।

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