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ट्रैफिक जाम से निपटने में जनता की भूमिका आवश्यक : एसएसपी ट्रैफिक श्रीनगर
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- कहा विभाग ट्रैफिक को विनियमित कर सकता है, सड़कें नहीं बना सकता
अमर उजाला ब्यूरो
श्रीनगर। एसएसपी (ट्रैफिक सिटी) एजाज अहमद भट ने कहा कि संरचनात्मक कमियों की वजह से ट्रैफिक जाम को पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता लेकिन लोगों का अनुशासन जाम को रोक सकता है। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक जाम से निपटने में जनता की भूमिका आवश्यक है।
एसएसपी ने कहा कि ट्रैफिक विभाग श्रीनगर में प्रवर्तन और विनियमन के तरीकों को तेज कर रहा है जबकि लंबे समय तक जाम से राहत प्रशासन समन्वित अवसंरचनात्मक हस्तक्षेप पर निर्भर करती है। विभाग की भूमिका प्रवर्तन और विनियमन तक ही सीमित है। रोड वाइडनिंग, अल्टरनेट रूट और पार्किंग फैसिलिटी जैसे संरचनात्मक अपग्रेड प्रशासन के दायरे में आते हैं। उन्होंने कहा कि हम नियम तोड़ने वालों को विनियमित कर सकते हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना प्रशासन की जिम्मेदारी है। जिला प्रशासन नियमित रूप से हमारे सुझाव लेता है और अगर सुझावों को असरदार तरीके से लागू किया जाता है तो इन कदमों से जाम काफी कम हो सकता है।
एसएसपी ने कहा कि शहर के खास हिस्सों जिनमें श्री महाराजा हरि सिंह (एसएमएचएस) अस्पताल और सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के आसपास के इलाके शामिल हैं, में मरीजों की गाड़ियों और दूसरी गाड़ियों की आवाजाही रेहड़ी-फड़ी वालों और संकरी सड़क की वजह से प्रभावित होती है। कुछ इलाकों में एक्सक्लूजन जोन या वैकल्पिक रास्तों की जरूरत है। हम ऐसे पॉइंट्स की पहचान करने के लिए प्रशासन के साथ काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विभाग नए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) के तहत नियम तोड़ने वालों के खिलाफ स्मार्ट एनफोर्समेंट और कॉन्टैक्टलेस चालान सिस्टम के जरिए कार्रवाई तेज करेगा। कॉन्टैक्टलेस चालान सिस्टम से पारदर्शिता सुनिश्चित होगी। लोगों को नियम तोड़ने पर ऑटोमेटेड चालान मिलेंगे। अगर नियम तोड़ने वाले अपनी ड्राइविंग का तरीका नहीं बदलेंगे उन्हें पेनल्टी लगेगी।
उन्होंने आगे कहा कि संरचनात्मक सीमाओं और स्मार्ट विनियमन की वजह से ट्रैफिक जाम को पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता लेकिन लोगों का अनुशासन से ट्रैफिक जाम की समस्या से किसी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है जिससे आसान परिवहन सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। इसलिए हम लोगों से अनुशासन से लेन ड्राइविंग करने का अनुरोध करते हैं।
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अमर उजाला ब्यूरो
श्रीनगर। एसएसपी (ट्रैफिक सिटी) एजाज अहमद भट ने कहा कि संरचनात्मक कमियों की वजह से ट्रैफिक जाम को पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता लेकिन लोगों का अनुशासन जाम को रोक सकता है। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक जाम से निपटने में जनता की भूमिका आवश्यक है।
एसएसपी ने कहा कि ट्रैफिक विभाग श्रीनगर में प्रवर्तन और विनियमन के तरीकों को तेज कर रहा है जबकि लंबे समय तक जाम से राहत प्रशासन समन्वित अवसंरचनात्मक हस्तक्षेप पर निर्भर करती है। विभाग की भूमिका प्रवर्तन और विनियमन तक ही सीमित है। रोड वाइडनिंग, अल्टरनेट रूट और पार्किंग फैसिलिटी जैसे संरचनात्मक अपग्रेड प्रशासन के दायरे में आते हैं। उन्होंने कहा कि हम नियम तोड़ने वालों को विनियमित कर सकते हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना प्रशासन की जिम्मेदारी है। जिला प्रशासन नियमित रूप से हमारे सुझाव लेता है और अगर सुझावों को असरदार तरीके से लागू किया जाता है तो इन कदमों से जाम काफी कम हो सकता है।
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एसएसपी ने कहा कि शहर के खास हिस्सों जिनमें श्री महाराजा हरि सिंह (एसएमएचएस) अस्पताल और सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के आसपास के इलाके शामिल हैं, में मरीजों की गाड़ियों और दूसरी गाड़ियों की आवाजाही रेहड़ी-फड़ी वालों और संकरी सड़क की वजह से प्रभावित होती है। कुछ इलाकों में एक्सक्लूजन जोन या वैकल्पिक रास्तों की जरूरत है। हम ऐसे पॉइंट्स की पहचान करने के लिए प्रशासन के साथ काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विभाग नए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) के तहत नियम तोड़ने वालों के खिलाफ स्मार्ट एनफोर्समेंट और कॉन्टैक्टलेस चालान सिस्टम के जरिए कार्रवाई तेज करेगा। कॉन्टैक्टलेस चालान सिस्टम से पारदर्शिता सुनिश्चित होगी। लोगों को नियम तोड़ने पर ऑटोमेटेड चालान मिलेंगे। अगर नियम तोड़ने वाले अपनी ड्राइविंग का तरीका नहीं बदलेंगे उन्हें पेनल्टी लगेगी।
उन्होंने आगे कहा कि संरचनात्मक सीमाओं और स्मार्ट विनियमन की वजह से ट्रैफिक जाम को पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता लेकिन लोगों का अनुशासन से ट्रैफिक जाम की समस्या से किसी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है जिससे आसान परिवहन सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। इसलिए हम लोगों से अनुशासन से लेन ड्राइविंग करने का अनुरोध करते हैं।