सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Jammu and Kashmir ›   Jammu News ›   Jammu and Kashmir personnel of Darbar Move had their own homes yet they had taken government accommodation

जम्मू-कश्मीर: दरबार मूव के कर्मियों के अपने घर, फिर भी ले रखे थे सरकारी आवास

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू Published by: प्रशांत कुमार Updated Thu, 29 Jul 2021 04:07 PM IST
विज्ञापन
सार

सरकार ने सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को आवास खाली करने के लिए 30 दिन का अतिरिक्त समय दिया है। दरबार मूव के अधिकारियों और कर्मचारियों को सरकारी आवास आवंटन करने के लिए योजना बनाई जा रही है।

Jammu and Kashmir personnel of Darbar Move had their own homes yet they had taken government accommodation
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

दरबार मूव व्यवस्था से जुड़े कर्मचारियों ने जम्मू और श्रीनगर में अलग-अलग घर बना रखे हैं। बावजूद इसके वे सरकारी आवास का लाभ उठा रहे थे। ऐसे कई अधिकारियों और कर्मचारियों की पहचान हुई है, जो अपने रिहायशी आवास होने के बावजूद दरबार मूव में मिलने वाले सरकारी आवास पर कब्जा कर बैठे थे। कई ऐसे भी हैं जो नियमों को ताक पर रखकर आवास का लाभ ले रहे थे। ऐसे सभी कर्मचारियों से अब आवासीय आवंटन वापस लिए जा रहे हैं। नई व्यवस्था में खाली होने वाले आवासों को दरबार मूव के साथ संबंधित संभाग के दूरदराज जिलों से आने वाले कर्मियों को सरकारी आवास की सुविधा देने को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा ऐसे आवासों को अन्य कार्यों के लिए भी इस्तेमाल किया जाएगा। 

Trending Videos


सामान्य प्रशासनिक विभाग के आयुक्त सचिव मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि न्यूनतम स्तर पर कर्मचारियों से सरकारी आवास खाली करवाए जा रहे हैं। इनमें उनकर्मचारियों से आवास खाली करवाए जा रहे हैं जिन्हें इनकी सही जरूरत नहीं थी। दरबार मूव के साथ दोनों तरफ जरूरी स्टाफ रहता है। जिसमें जरूरी स्टाफ को आवास मुहैया करवाए जाएंगे और उन्हें दोनों जगह यह सुविधा दी जाएगी। दरबार मूव के दौरान देखा गया है कि कई सरकारी अधिकारी और कर्मचारी दूरदराज क्षेत्रों से संबंधित होते हैं और वे रोजाना अप डाउन नहीं कर सकते हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन


ऐसे में संबंधित संभाग में उन्हें आवास मुहैया करवाए जाएंगे, ताकि वे बेहतर ढंग से अपने कामकाज को कर सकें। नई व्यवस्था में आवास आवंटन का गंभीरता से आकलन किया जा रहा है, जिसमें जरूरत के मुताबिक ही आवास मुहैया करवाए जाएंगे। पहले की व्यवस्था में कई योग्य अधिकारी और कर्मचारी इससे वंचित हो रहे थे।

यह भी पढ़ें- तस्वीरों में देखें बादलों का तांडव: एक झटके में तहस-नहस हो गया पूरा गांव, लापता लोगों की तलाश जारी
यह भी पढ़ें- जानिए कब-कब बादलों ने मचाई तबाही: पढ़ें बादल फटने के कारण?, जिससे मौत बनकर आता है पानी का रेला

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed