Jammu Kashmir: 'थानों में नाकाबिल-चमचे अफसर, तो अपराध का यही हाल होगा'; बोले सुरिंदर चौधरी
उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने जम्मू में बढ़ते अपराध पर पुलिस की कार्यप्रणाली को लताड़ते हुए थानों में काबिल अफसर लगाने की नसीहत दी।

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उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने जम्मू में बढ़ते अपराध पर उपराज्यपाल प्रशासन को घेरा। उन्होंने कहा कि थानों में चापलूसी करने वाले अफसरों को लगा देंगे तो यही हाल होगा। शनिवार को जीएमसी जम्मू में बठिंडी के रहने वाले आमिर फारूक का हाल जानने पहुंचे चौधरी ने पुलिस की कार्यप्रणाली को जमकर लताड़ा।

पेशे से ठेकेदार फारूक पर कुछ दिन पहले एक प्राॅपर्टी डीलर ने तेजधार हथियार से हमला कर उन्हें घायल कर दिया था।उपमुख्यमंत्री ने कहा, दिनदहाड़े कहीं गोली, तो कहीं टोके चल रहे हैं। यह सब पुलिस की वजह है। थानों में काबिल अफसर नहीं हैं। इनके पास कोई सूचना का स्रोत नहीं है। लोगों से संपर्क नहीं है।
इससे अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। इस पर एलजी मनोज सिन्हा और डीजीपी को खुद सोच-विचार करना होगा। सिर्फ मामलों की जांच कराने के आदेशों से अपराध पर अंकुश नहीं लगेगा। शहर में लगातार अपराध का ग्राफ बढ़ना चिंताजनक है। जम्मू-कश्मीर पुलिस का इतिहास बहुत खास है, जिसने आतंकवाद का दंश झेला है। लोगों का पुलिस पर विश्वास रहा है, जो अब टूट चुका है। पुलिस को यह विश्वास हासिल करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। थानों में काबिल अफसरों को लगाना होगा।
जब राज्य था, तब अपराध कम था
सरकार के पास पुलिस का कंट्रोल नहीं है। ये कंट्रोल न होना सरकार को खूब खल रहा है। उपमुख्यमंत्री के पुलिस को लेकर लिए बयान से तो यहीं प्रतीत होता है। उपमुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि जब राज्य के अधीन पुलिस थी तो तब अपराध बहुत कम था। अब कमान सरकार के हाथ नहीं है तो अपराध का ये हाल है। बता दें कि जम्मू कश्मीर में यूटी होने की वजह से पुलिस की कमान केंद्र के हाथ में हैं।
आमिर की काट दी थी नाकबताते चलें कि कुछ दिन पहले बठिंडी में रहने वाले आमिर फारूक पर एक प्रापर्टी डीलर ने अपने कुछ साथियों से मिलकर हमला कर दिया। मूल रूप से राजोरी के रहने वाले आमिर की छाती, टांग पर टोकों से हमला किया। यहां तक कि उसकी नाक काट दी गई।