अमर उजाला ब्यूरो
जम्मू। एकेडमी ऑफ हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन (एएचए) के जम्मू चैप्टर ने मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों, नर्सिंग और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए राज्य स्तरीय प्रबंधन विकास कार्यक्रम (एमडीपी) का आयोजन किया। कार्यक्रम के दूसरे दिन निदेशक समन्वयक नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेज डॉ. संजीव पुरी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में महिलाएं सशक्त हैं और हर क्षेत्र में बढ़कर काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि बहुत समय पहले महाराजा हरि सिंह ने कन्या भ्रूण हत्या और अमर गतिविधियों के खिलाफ कानून बनाया था। साथ ही लड़कियों के लिए शैक्षणिक संस्थान और अनाथ लड़कियों के लिए सहायता प्रदान की थी। इसका असर महिलाओं पर अब साफ दिख रहा है।
कार्यक्रम का उद्घाटन प्राचार्य डॉ. आशुतोष गुप्ता और डीन गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज डॉ. यशपाल शर्मा ने किया। कार्यक्रम के दूसरे दिन डॉ. संजीव पुरी ने महिला सशक्तिकरण और विकास पर एक सत्र की अध्यक्षता की। एसोसिएट प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग राजकीय महिला कॉलेज डॉ. सोनिया खजूरिया ने एक व्याख्यान दिया। उन्होंने सशक्तिकरण के बावजूद महिलाओं के सामने आने वाली कठिनाइयों के बारे में विस्तार से बताया। इस मौके पर मरीजों के बेहतर इलाज को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम में बताया गया कि मरीजों की सेवा करना ही चिकित्सकों का कर्तव्य है।