घाटशिला उपचुनाव: 'जनता बदलाव चाहती है, इसलिए एनडीए की जीत तय', आजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो बोले
Jharkhand: महतो ने कहा कि लोगों को सरकार से सवाल पूछने का भी अधिकार नहीं रह गया है, लोकतंत्र की जगह एक तरह की राजशाही ने ले ली है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की सूचना आयोग को निष्क्रिय बना दिया गया है।
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आजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो ने रविवार को कहा कि घाटशिला के लोग बदलाव चाहते हैं और सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) गठबंधन को सत्ता से हटाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि झामुमो सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। पार्टी कार्यकर्ताओं के बूथ स्तरीय सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए महतो ने कहा कि भाजपा विधायक व पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन की जीत निश्चित है।
बता दें कि झामुमो ने रामदास सोरेन के बड़े बेटे सोमेश को अपना उम्मीदवार बनाया है। झारखंड में आजसू पार्टी एनडीए की सहयोगी है। 11 नवंबर को होने वाले घाटशिला उपचुनाव की घोषणा मौजूदा झामुमो विधायक व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के 15 अगस्त को दिल्ली में निधन के बाद की गई थी। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला बोलते हुए महतो ने आरोप लगाया कि इस सरकार ने कोयला और बालू जैसे खनिजों के अवैध खनन को बढ़ावा दिया है और छह वर्षों में व्यापक भ्रष्टाचार हुआ है।
महतो ने कहा कि लोगों को सरकार से सवाल पूछने का भी अधिकार नहीं रह गया है, लोकतंत्र की जगह एक तरह की राजशाही ने ले ली है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की सूचना आयोग को निष्क्रिय बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि झारखंड विकास में पिछड़ गया है और मौजूदा सरकार ने सामाजिक सद्भावना को भी प्रभावित किया है। महतो ने कह कि सूबे में चल रही रंगदारी की प्रथा तभी खत्म होगी जब एनडीए को सत्ता में लाया जाएगा।
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बाबूलाल सोरेन ने कहा कि अलग झारखंड राज्य के आंदोलन में आजसू पार्टी ने अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने कह कि आंदोलन आजसू ने शुरू किया और भाजपा ने उस सपने को साकार किया। उन्होंने ‘इंडिया’ गठबंधन के उम्मीदवार को हराने को लेकर पूरा भरोसा जताया। पूर्व मंत्री रामचंद्र साहिस ने पार्टी कार्यकर्ताओं से हर गांव में जाकर एनडीए के समर्थन में जनसम्पर्क अभियान तेज करने का आह्वान किया।
इस बीच मुसाबनी प्रखंड के बंकाई गांव के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण के दौरान बड़े पुलिया निर्माण की मांग को लेकर उपचुनाव बहिष्कार की धमकी दी है। गांववालों ने रविवार को एक पुलिया के पास प्रदर्शन करते हुए बड़ी पुलिया बनाओ, वोट पाओ और नो कलवर्ट, नो वोट जैसे नारे लगाए। स्थानीय निवासी रामसिंह बिरुली ने फोन पर बताया कि डिग्री मोड़ से कोटापाटक तक बैंकाई होते हुए 12 किमी लंबी सड़क निर्माणाधीन है, लेकिन केवल छोटी पुलियाएं बन रही हैं। मानसून के दौरान ये पानी में डूब जाती हैं, जिससे एक दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क कट जाता है। एक जिला अधिकारी ने कहा कि प्रशासन ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया है कि बड़ी पुलियों के लिए संशोधित अनुमान संबंधित विभाग के विचाराधीन है।