Indian Navy Day 2025: भारतीय नौसेना की ये पांच बातें हर देशवासी को जाननी चाहिए, जानें कब मनाते हैं ये दिन
Indian Navy Day 2025: भारतीय नौसेना दिवस हर साल 4 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष भी 4 दिसंबर 2025 को नौसेना दिवस को सम्मानित करने के लिए ये दिन मनाया जा रहा है। नौसेना बलों को सम्मानित करने और उनके योगदान की सराहना के लिए यह खास दिन मनाते हैं।
विस्तार
Indian Navy Day 2025: भारतीय सेना का नाम दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेनाओं में लिया जाता है। भारत की तीनों सेनाएं थल, जल और वायु देश की सीमाओं की सुरक्षा में तत्पर हैं। इतिहास पर नजर डालें तो दुश्मन देश ने जब भी भारत पर आक्रमण की कोशिश की जो जमीन के जरिए ही की। नौसेना की कड़ी सुरक्षा ने कभी विरोधियों को जल तक आने नहीं दिया। भारतीय नौसेना के जवानों को जल प्रहरी कहा जाता है जो अपने नाम की ही तरह जल मार्ग की सुरक्षा में मुस्तैद रहते हैं। उनके अदम्य साहस, पराक्रम और उपलब्धियों को सम्मान देने के लिए एक दिन समर्पित किया गया है। हर साल दिसंबर महीने में भारतीय नौसेना दिवस मनाते हैं। आइए जानते हैं भारतीय नौसेना से जुड़ी 5 सबसे अहम बातें।
कब मनाते हैं नौसेना दिवस?
भारतीय नौसेना दिवस हर साल 4 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष भी 4 दिसंबर 2025 को नौसेना दिवस को सम्मानित करने के लिए ये दिन मनाया जा रहा है। नौसेना बलों को सम्मानित करने और उनके योगदान की सराहना के लिए यह खास दिन मनाते हैं।
4 दिसंबर को ही क्यों मनाते हैं नौसेना दिवस
भारत के लिए यह दिन विजय दिवस की तरह ही है। 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में भारतीय नौसेना ने अहम योगदान दिया। जब 3 दिसंबर को भारतीय हवाई अड्डे पर पाकिस्तान ने हमला किया तो उसका जवाब देने के लिए हमारी नौसेना ने 4 और 5 की रात जवाबी हमला करते हुए सैकड़ों पाकिस्तानी नौसैनिकों को मार गिराया। इस मिशन का नेतृत्व कमोडोर कासरगोड पट्टणशेट्टी गोपाल राव ने किया। नौसेना की उपलब्धि और प्रयासों को स्वीकार करते हुए 4 दिसंबर को नेवी डे मनाते हैं।
पहली बार कब मनाया गया नौसेना दिवस?
भारत पाकिस्तान युद्ध के अगले साल 1972 को एक वरिष्ठ नौसेना अधिकारी सम्मेलन में इस दिन को मनाने का फैसला लिया गया और तय किया गया कि अब से हर साल 4 दिसंबर का दिन भारतीय नौसेना के शौर्य और पराक्रम को समर्पित किया जाएगा।
नौसेना का इतिहास और उपलब्धि
भारतीय नौसेना 1612 में अस्तित्व में आई, जब ईस्ट इंडिया कंपनी ने रायल इंडियन नेवी नाम से नौसेना बनाई। ईस्ट इंडिया कंपनी ने व्यापारिक जहाजों की सुरक्षा के उद्देश्य से एक नौसैनिक दल का गठन किया था। स्वतंत्रता के बाद 1950 में इसे भारतीय नौसेना के तौर पर पुनर्गठित किया गया। हालांकि आज हम नौसेना दिवस 4 दिसंबर को मनाते हैं, पर सबसे पहली बार यह दिन 21 अक्टूबर 1944 को मनाया गया था, जब भारत में ब्रिटिश शासनकाल के दौरान राॅयल इंडियन नेवी ने इस दिन को नेवी डे के रूप में चुना था।
भारतीय नौसेना की 7 जीत
ऑपरेशन विजय- 1961 में भारतीय नौसेना ने गोवा, दमन और दीव को पुर्तगाली शासन से मुक्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
1971 में नौसेना ने कराची बंदरगाह पर हमला करके बुरी तरह से नष्ट कर दिया।
ऑपरेशन कैक्टस- 1088 में भारतीय नौसेना ने मालदीव में तख्तापलट की कोशिश को नाकाम करके वहां के राष्ट्रपति को बचाने में मदद की थी।
ऑपरेशन पायथन-1971 के युद्ध में भारतीय नौसेना ने कराची बंदरगाह के पास एक पाकिस्तानी तेल शोधक कारखाने को नष्ट कर दिया।
आईएनएस विक्रांत 1961 को भारतीय नौसेना में शामिल हो गया। भारतीय नौसेना को एक शक्तिशाली विमान वाहक जहाज प्रदान किया।
भारतीय नौसेना का ध्वज परिवर्तन 2022 में नौसेना ने अपने ध्वज को बदल दिया और इसमें सत्यमेव जयते, अशोक चक्र और छत्रपति शिवाजी महाराज की सील को शामिल किया।