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Health Tips: बाथरूम में फोन चलाने की आदत से बढ़ जाता है इस गंभीर बीमारी का जोखिम, पढ़ ले ये स्टडी

हेल्थ डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: शिखर बरनवाल Updated Thu, 04 Dec 2025 11:34 AM IST
सार

Haemorrhoids Health Tips: बाथरूम में फोन चलाना एक ऐसी समस्या है जो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकती है। अमेरिका में इसी विषय पर एक स्टडी में पाया गया कि ऐसा करने से 46 % तक पाइल्स का खतरा बढ़ जाता है। आइए इस लेख में इसी के बारे में विस्तार से जानते हैं।

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Health Tips Using Phone in Bathroom Increases Risk of Disease, Study Reveals
बाथरूम में फोन चलाने की आदत कितना खतरनाक - फोटो : Amar Ujala

Phone Use In Toilet Danger: आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन हम के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। इन स्मार्ट फोन का अलगोरिदम ऐसा होता है कि लोग कई घंटों तक इस फोन पर समय बिता देते हैं। इसी कड़ी में बहुत से लोग घंटों टॉयलेट सीट पर बैठकर सोशल मीडिया स्क्रॉल करना या खबरें पढ़ना पसंद करते हैं। मगर विशेषज्ञों ने इस आदत को पाइल्स (हेमोरॉयड्स रोग) के बढ़ते जोखिम से जोड़ा है। अमेरिका के बेथ इजराइल डिकॉनेस मेडिकल सेंटर के एक नई स्टडी में यह बात सामने आई है। 



पाइल्स गुदा या मलाशय क्षेत्र की सूजी हुई नसें होती हैं, जिससे दर्द और रक्तस्राव हो सकता है। इस स्टडी के अनुसार यह बीमारी सिर्फ अमेरिका में हर साल लगभग 40 लाख लोगों को डॉक्टर के पास ले जाती है। स्टडी बताती है कि टॉयलेट सीट पर बैठकर स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वाले लोगों में पाइल्स का खतरा काफी बढ़ जाता है, क्योंकि यह आदत अनजाने में टॉयलेट पर बिताए गए समय को बहुत लंबा खींच देती है। यह जोखिम खासकर युवाओं में अधिक देखा गया है। इसलिए आइए इस लेख में इसी के बारे में विस्तार से जानते हैं।

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Health Tips Using Phone in Bathroom Increases Risk of Disease, Study Reveals
बाथरूम में फोन चलाने की आदत - फोटो : Adobe Stock

स्टडी का चौंकाने वाला खुलासा: 46% अधिक जोखिम
शोधकर्ताओं ने 125 स्वस्थ वयस्कों पर एक सर्वेक्षण किया और पाया कि 66 प्रतिशत लोग टॉयलेट पर स्मार्टफोन का उपयोग करते हैं। स्टडी में यह सामने आया कि जो प्रतिभागी टॉयलेट पर स्मार्टफोन इस्तेमाल करते थे, उनमें पाइल्स का जोखिम, इस्तेमाल न करने वालों की तुलना में 46 प्रतिशत अधिक था। इस जोखिम की गणना में व्यायाम, फाइबर सेवन और उम्र जैसे अन्य कारकों को भी ध्यान में रखा गया था।


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बाथरूम में फोन चलाने से पाइल्स होता है - फोटो : Freepik.com

टॉयलेट पर समय बढ़ाना है मुख्य समस्या
इस अध्ययन का सबसे महत्वपूर्ण निष्कर्ष यह है कि स्मार्टफोन के कारण टॉयलेट पर बिताया गया समय अनावश्यक रूप से बढ़ जाता है। शोधकर्ताओं का सुझाव है कि लंबे समय तक टॉयलेट सीट पर बैठे रहने से गुदा ऊतकों पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे वहां की नसें सूज जाती हैं और पाइल्स का कारण बनती हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि समस्या फोन चलाने से नहीं, बल्कि फोन चलाने के कारण टॉयलेट पर लंबे समय तक बैठे रहने से है।


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टॉयलेट में फोन चलाने की आदत - फोटो : Freepik.com

सबसे लोकप्रिय गतिविधियां
स्टडी में यह भी बताया गया कि टॉयलेट पर सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाली गतिविधियां क्या थीं। मरीजों ने बताया कि वे अक्सर सोशल मीडिया स्क्रॉल करते हैं या खबरें पढ़ते हैं। इन डिजिटल आदतों का सीधा असर मलाशय पर पड़ रहा है। शोधकर्ताओं का मानना है कि इस अध्ययन के निष्कर्ष चिकित्सकों को मरीजों को सलाह देने में मदद करेंगे। भविष्य में ऐसी रणनीतियों पर काम किया जा सकता है जो बाथरूम में लंबे समय तक स्मार्टफोन के उपयोग को सीमित किया जा सके।

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टॉयलेट में फोन चलाने से बचें - फोटो : Adobe Stock
बचाव के लिए सरल उपाय
पाइल्स के जोखिम से बचने के लिए कुछ सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए। टॉयलेट पर 5 से 10 मिनट से ज्यादा न बैठें। टॉयलेट पर जाते समय भूलकर भी साथ में स्मार्टफोन न लाजाएं। अपनी डाइट में फाइबर (सब्जियां, फल, साबुत अनाज) की मात्रा बढ़ाएं, ताकि मल त्याग आसान हो। खूब पानी पिएं और नियमित रूप से व्यायाम करें। ये आदतें टॉयलेट पर लगने वाले समय को कम करेंगी और पाइल्स से बचाव करेंगी।

EXPERT REACTION: Scrolling on the toilet linked to haemorrhoids

नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
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