World Kindness Day: सिर्फ एक दयालु कदम बदल सकता है पूरी दुनिया, जानिए विश्व दयालुता दिवस का इतिहास और महत्व
World Kindness Day 2025: जानिए कब और क्यों मनाया जाता है विश्व दयालुता दिवस। जानिए इसका इतिहास, महत्व और वह संदेश जो पूरी दुनिया में इंसानियत का भाव जगाता है।
विस्तार
World Kindness Day 2025: आज के समय में जब इंसान भावनाओं से अधिक सुविधाओं में उलझ गया है, तब दयालुता वह शक्ति है जो हमें इंसान बनाए रखती है। दयालुता केवल एक गुण नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है। जब हम दूसरों के साथ संवेदनशील व्यवहार करते हैं, तो हम दुनिया को बेहतर जगह बना रहे होते हैं। इसी संदेश को दुनिया भर में फैलाने के लिए हर साल 13 नवंबर को विश्व दयालुता दिवस मनाया जाता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि छोटी-सी सहानुभूति भी किसी के जीवन में बड़ी रोशनी बन सकती है।
विश्व दयालुता दिवस कब मनाया जाता है?
हर साल वर्ल्ड काइंडनेस डे 13 नवंबर को पूरी दुनिया में मनाया जाता है। इस दिन लोगों को प्रेरित किया जाता है कि वे दूसरों के प्रति दया, करुणा और मदद का भाव रखें। चाहे वह कोई जानवर हो, इंसान या प्रकृति हो।
विश्व दयालुता दिवस का इतिहास
विश्व दयालुता दिवस की शुरुआत 13 नवंबर 1998 को विश्व दयालुता आंदोलन (WKM) के तहत हुई। यह संगठन 1997 में टोक्यो जापान में बना था, जब विभिन्न देशों के सामाजिक समूहों और संगठनों ने यह निर्णय लिया कि दुनिया में प्रेम और करुणा का संदेश फैलाने के लिए एक वैश्विक दिन होना चाहिए।
इसके बाद 2000 के दशक में यह आंदोलन कई देशों में फैल गया जिनमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, भारत, इटली, नाइजीरिया, सिंगापुर, यूके और यूएसए प्रमुख हैं। 2019 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा इसे वैश्विक स्तर पर मान्यता मिली, ताकि इसे सभी देशों में आधिकारिक तौर पर मनाया जा सके।
विश्व दयालुता दिवस का महत्व
- मानवता का आधार यानी दयालुता ही वह सूत्र है जो समाज को जोड़ता है।
- मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाती है। जब आप किसी के प्रति दया दिखाते हैं, तो ऑक्सिटोसिन नामक ‘हैप्पी हार्मोन’ बढ़ता है, जिससे तनाव कम होता है।
- सामाजिक एकता के लिए महत्वपूर्ण है। यह दिन हर वर्ग, धर्म और देश के लोगों को एक सूत्र में बांधता है।
- सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार करता है। दयालु व्यवहार से एक व्यक्ति कई लोगों के जीवन को रोशन कर सकता है।
विश्व दयालुता दिवस कैसे मनाएं?
- किसी जरूरतमंद की मदद करें, बिना पहचान के।
- पेड़ लगाएं और पर्यावरण के प्रति दयालु बनें।
- जानवरों के लिए पानी या खाना रखें।
- अपने आस-पास के बुजुर्गों से बात करें, उनका हाल पूछें।