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अभ्युदय मध्यप्रदेश : 1 नवंबर से राज्योत्सव, ड्रोन शो, आतिशबाजी, महानाट्य और संगीत कार्यक्रम होंगे आकर्षण
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: आनंद पवार
Updated Wed, 29 Oct 2025 07:23 PM IST
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सार
मध्यप्रदेश इस बार अपना 70वां स्थापना दिवस “अभ्युदय मध्यप्रदेश” थीम पर तीन दिवसीय भव्य आयोजन के रूप में मना रहा है। भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में 1 से 3 नवंबर तक चलने वाले इस समारोह में संस्कृति, रोजगार और विकास का संगम देखने को मिलेगा।
मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
मध्य प्रदेश इस बार अपना 70वां स्थापना दिवस 'अभ्युदय मध्य प्रदेश थीम से मनाने जा रहा है। राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में 1 से 3 नवंबर तक चलने वाले तीन दिवसीय समारोह की थीम 'उद्योग एवं रोजगार वर्ष' रखी गई है। संस्कृति विभाग के अनुसार, इस वर्ष का उत्सव प्रदेश के विकास, रोजगार सृजन और जनसहभागिता को समर्पित रहेगा। संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी ने बताया कि अभ्युदय मध्यप्रदेश केवल उत्सव नहीं, बल्कि एक साझा प्रयास है। यह समारोह हमारे प्रदेश की प्रगति, परंपरा और परिश्रम की यात्रा का प्रतिबिंब है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में हम इस आयोजन को प्रदेशव्यापी स्वरूप दे रहे हैं, ताकि हर जिला इस उत्सव से जुड़ सके। उन्होंने बताया कि समारोह का उद्घाटन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे, जबकि समापन कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल मुख्य अतिथि होंगे। इस दौरान प्रदेश के जनजातीय कलाकारों, युवा उद्यमियों और नवाचारकर्ताओं को सम्मानित किया जाएगा। भोपाल में तीनों दिन कार्यक्रम का आयोजन शाम 6.30 बजे से होगा।
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प्रमुख स्थानों पर सांस्कृतिक यात्रा निकाली जाएगी
स्थापना दिवस से पहले 30 और 31 अक्टूबर को भोपाल के प्रमुख स्थानों पर सांस्कृतिक यात्रा निकाली जाएगी। इसके साथ ही विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में चित्रकला, निबंध, वाद-विवाद और क्विज प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा रही हैं। संस्कृति विभाग ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे इस अवसर पर परिवार सहित आयोजन में शामिल हों और प्रदेश की उपलब्धियों का हिस्सा बनें। समारोह स्थल पर सुरक्षा, पार्किंग और स्वास्थ्य सुविधाओं की विशेष व्यवस्था की गई है।
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विविध सांस्कृति प्रस्तुतियां भी होगी
इसके अंतर्गत प्रदेश के सभी पांच लोक अंचलों यथा बुंदेलखंड, मालवा, निमाड़, बघेलखंड एवं चंबल सहित सभी सातों जनजातीय यथा गोंड, भील, बैगा, भारिया, सहरिया, कोरकू एवं कोल के पारंपरिक नृत्य प्रदर्शन के माध्यम से राज्य उत्सव में शामिल होने का आह्वान किया जाएगा। इसके साथ ही विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी होंगी। इस बार का प्रमुख आकर्षण सम्राट विक्रमादित्य पर आधारित महानाट्य, श्रीकृष्ण लीला पर केंद्रित सांगीतिक नृत्य नाट्य और एक भव्य ड्रोन शो रहेगा। साथ ही प्रसिद्ध गायक जुबिन नौटियाल, हंसराज रघुवंशी और स्नेहा शंकर लाइव प्रस्तुतियां देंगे।
प्रदेशव्यापी आयोजन और जनभागीदारी
राज्यमंत्री लोधी ने बताया कि यह आयोजन केवल भोपाल तक सीमित नहीं है। शासन ने सभी जिलों में समानांतर रूप से स्थापना दिवस समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया है, जिसमें स्थानीय कलाकारों, स्कूल-कॉलेजों एवं स्वयंसेवी संगठनों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है। समारोह से पूर्व 30 एवं 31 अक्टूबर को सांस्कृतिक यात्राएं निकाली जाएंगी। 31 अक्टूबर को सायं 4 बजे माता मंदिर चौराहा से रोशनपुरा चौराहा तक महानाट्य के पात्रों और जनप्रतिनिधियों के साथ विशेष सांस्कृतिक यात्रा निकाली जाएगी। युवाओं को जोड़ने के लिए 29 अक्टूबर को विभिन्न शिक्षण संस्थानों में प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा रही हैं। राज्य मंत्री श्री लोधी ने प्रदेश के सभी नागरिकों से इस भव्य आयोजन में सपरिवार शामिल होने और अभ्युदय मध्य प्रदेश के साक्षी बनने का आह्वान किया।
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स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा
राज्योत्सव में एक जिला- एक उत्पाद मेला और व्यंजन उत्सव भी आयोजित होंगे, जिनमें प्रदेश के सभी संभागों की विशिष्ट शिल्पकला, हस्तनिर्मित वस्तुएं और स्थानीय व्यंजन प्रदर्शित किए जाएंगे। साथ ही जनजातीय नृत्य यात्रा पूरे राज्य की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करेगी।
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कब क्या होगा
2000 ड्रोन से विरासत से विकास पर आधारित शो
1 नवंबर (शुक्रवार)- स्थापना दिवस उद्घाटन समारोह, सांस्कृतिक झांकी और आतिशबाजी। कार्यक्रम में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू, केंद्रीय राज्य मंत्री कानून एवं न्याय अर्जुन राम मेघवाल मुख्य अतिथि रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सीएम डॉ. मोहन यादव करेंगे। कार्यक्रम में प्रदेश के 500 कलाकार भगवान श्रीकृष्ण की जीवन यात्रा को विश्ववृंद समवेत प्रस्तुति में सांगीतिक रूप में प्रस्तुत करेंगे। विरासत से विकास पर आधारित एक भव्य ड्रोन शो की प्रस्तुति भी दी जाएगी, जिसमें 2000 ड्रोन के माध्यम से अब तक का सबसे बड़ा विजुअल उत्सव होगा। इसके बाद सुप्रसिद्ध पार्श्वगायक जुबिन नौटियाल एवं ग्रुप, मुंबई द्वारा गीत-संगीत की सुमधुर प्रस्तुतियां दी जाएंगी। इसके अलावा भव्य आतिशबाजी का नजारा भी प्रदेशवासी देख सकेंगे। इसके पहले केंद्रीय मंत्री लाल परेड ग्राउंड में सुबह विभिन्न प्रदर्शनियों का शुभारंभ करेंगे।
महानाट्य सम्राट विक्रमादित्य की भव्य प्रस्तुति होगी
2 नवंबर (शनिवार)- महानाट्य सम्राट विक्रमादित्य की भव्य प्रस्तुति होगी। इस महानाट्य का निर्देशन संजीव मालवीय द्वारा किया गया है और इसे श्रीविशाला सांस्कृतिक एवं लोकहित समिति, उज्जैन के कलाकार मंच पर प्रस्तुत करेंगे। महानाट्य का मंचन 2 एवं 3 नवंबर दो दिनों तक किया जाएगा, ताकि हमारे प्रदेश का वैभवशाली इतिहास अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सके। इसके बाद सुगम संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी। दूसरे दिन सुगम संगीत के लिए सुप्रसिद्ध गायक हंसराज रघुवंशी एवं साथी, चंडीगढ़ उपस्थित रहेंगे, वे मेरा भोला है भंडारी, महादेवा, राधे राधे बोल मना इत्यादि अनेक भजनों को गाने के लिए लोकप्रिय हैं।
गायिका स्नेहा शंकर एवं साथी देंगे संगीत की प्रस्तुति
3 नवंबर (रविवार)- दोपहर 12 बजे से प्रदर्शनियां, शिल्प मेला एवं व्यंजन मेला रात्रि 10 बजे तक आयोजित किया जाएगा। सायंकालीन गतिविधि के अंर्तगत 6:30 बजे सर्वप्रथम सम्राट विक्रमादित्य महानाट्य की प्रस्तुति होगी। इसके बाद सुप्रसिद्ध गायिका स्नेहा शंकर एवं साथी, मुंबई की सुगम संगीत की प्रस्तुति होगी। स्नेहा शंकर चांद के टुकड़े, मेरा मेहबूब, हकूना मटाटा सहित अनेक गीतों को गाने के लिए लोकप्रिय हैं।
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प्रमुख स्थानों पर सांस्कृतिक यात्रा निकाली जाएगी
स्थापना दिवस से पहले 30 और 31 अक्टूबर को भोपाल के प्रमुख स्थानों पर सांस्कृतिक यात्रा निकाली जाएगी। इसके साथ ही विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में चित्रकला, निबंध, वाद-विवाद और क्विज प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा रही हैं। संस्कृति विभाग ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे इस अवसर पर परिवार सहित आयोजन में शामिल हों और प्रदेश की उपलब्धियों का हिस्सा बनें। समारोह स्थल पर सुरक्षा, पार्किंग और स्वास्थ्य सुविधाओं की विशेष व्यवस्था की गई है।
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विविध सांस्कृति प्रस्तुतियां भी होगी
इसके अंतर्गत प्रदेश के सभी पांच लोक अंचलों यथा बुंदेलखंड, मालवा, निमाड़, बघेलखंड एवं चंबल सहित सभी सातों जनजातीय यथा गोंड, भील, बैगा, भारिया, सहरिया, कोरकू एवं कोल के पारंपरिक नृत्य प्रदर्शन के माध्यम से राज्य उत्सव में शामिल होने का आह्वान किया जाएगा। इसके साथ ही विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी होंगी। इस बार का प्रमुख आकर्षण सम्राट विक्रमादित्य पर आधारित महानाट्य, श्रीकृष्ण लीला पर केंद्रित सांगीतिक नृत्य नाट्य और एक भव्य ड्रोन शो रहेगा। साथ ही प्रसिद्ध गायक जुबिन नौटियाल, हंसराज रघुवंशी और स्नेहा शंकर लाइव प्रस्तुतियां देंगे।
प्रदेशव्यापी आयोजन और जनभागीदारी
राज्यमंत्री लोधी ने बताया कि यह आयोजन केवल भोपाल तक सीमित नहीं है। शासन ने सभी जिलों में समानांतर रूप से स्थापना दिवस समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया है, जिसमें स्थानीय कलाकारों, स्कूल-कॉलेजों एवं स्वयंसेवी संगठनों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है। समारोह से पूर्व 30 एवं 31 अक्टूबर को सांस्कृतिक यात्राएं निकाली जाएंगी। 31 अक्टूबर को सायं 4 बजे माता मंदिर चौराहा से रोशनपुरा चौराहा तक महानाट्य के पात्रों और जनप्रतिनिधियों के साथ विशेष सांस्कृतिक यात्रा निकाली जाएगी। युवाओं को जोड़ने के लिए 29 अक्टूबर को विभिन्न शिक्षण संस्थानों में प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा रही हैं। राज्य मंत्री श्री लोधी ने प्रदेश के सभी नागरिकों से इस भव्य आयोजन में सपरिवार शामिल होने और अभ्युदय मध्य प्रदेश के साक्षी बनने का आह्वान किया।
ये भी पढ़ें- एमपी को नई सौगात: पीएमश्री पर्यटन हेलीकॉप्टर सेवा एक नवंबर से, भोपाल से उज्जैन के बीच सांकेतिक उड़ान होगी
स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा
राज्योत्सव में एक जिला- एक उत्पाद मेला और व्यंजन उत्सव भी आयोजित होंगे, जिनमें प्रदेश के सभी संभागों की विशिष्ट शिल्पकला, हस्तनिर्मित वस्तुएं और स्थानीय व्यंजन प्रदर्शित किए जाएंगे। साथ ही जनजातीय नृत्य यात्रा पूरे राज्य की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करेगी।
ये भी पढ़ें- MP News: मानव संग्रहालय में संगोष्ठी में सीएम यादव बोले- जीवन का सच्चा अर्थ सिखाती है प्रकृति के प्रति आस्था
कब क्या होगा
2000 ड्रोन से विरासत से विकास पर आधारित शो
1 नवंबर (शुक्रवार)- स्थापना दिवस उद्घाटन समारोह, सांस्कृतिक झांकी और आतिशबाजी। कार्यक्रम में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू, केंद्रीय राज्य मंत्री कानून एवं न्याय अर्जुन राम मेघवाल मुख्य अतिथि रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सीएम डॉ. मोहन यादव करेंगे। कार्यक्रम में प्रदेश के 500 कलाकार भगवान श्रीकृष्ण की जीवन यात्रा को विश्ववृंद समवेत प्रस्तुति में सांगीतिक रूप में प्रस्तुत करेंगे। विरासत से विकास पर आधारित एक भव्य ड्रोन शो की प्रस्तुति भी दी जाएगी, जिसमें 2000 ड्रोन के माध्यम से अब तक का सबसे बड़ा विजुअल उत्सव होगा। इसके बाद सुप्रसिद्ध पार्श्वगायक जुबिन नौटियाल एवं ग्रुप, मुंबई द्वारा गीत-संगीत की सुमधुर प्रस्तुतियां दी जाएंगी। इसके अलावा भव्य आतिशबाजी का नजारा भी प्रदेशवासी देख सकेंगे। इसके पहले केंद्रीय मंत्री लाल परेड ग्राउंड में सुबह विभिन्न प्रदर्शनियों का शुभारंभ करेंगे।
महानाट्य सम्राट विक्रमादित्य की भव्य प्रस्तुति होगी
2 नवंबर (शनिवार)- महानाट्य सम्राट विक्रमादित्य की भव्य प्रस्तुति होगी। इस महानाट्य का निर्देशन संजीव मालवीय द्वारा किया गया है और इसे श्रीविशाला सांस्कृतिक एवं लोकहित समिति, उज्जैन के कलाकार मंच पर प्रस्तुत करेंगे। महानाट्य का मंचन 2 एवं 3 नवंबर दो दिनों तक किया जाएगा, ताकि हमारे प्रदेश का वैभवशाली इतिहास अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सके। इसके बाद सुगम संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी। दूसरे दिन सुगम संगीत के लिए सुप्रसिद्ध गायक हंसराज रघुवंशी एवं साथी, चंडीगढ़ उपस्थित रहेंगे, वे मेरा भोला है भंडारी, महादेवा, राधे राधे बोल मना इत्यादि अनेक भजनों को गाने के लिए लोकप्रिय हैं।
गायिका स्नेहा शंकर एवं साथी देंगे संगीत की प्रस्तुति
3 नवंबर (रविवार)- दोपहर 12 बजे से प्रदर्शनियां, शिल्प मेला एवं व्यंजन मेला रात्रि 10 बजे तक आयोजित किया जाएगा। सायंकालीन गतिविधि के अंर्तगत 6:30 बजे सर्वप्रथम सम्राट विक्रमादित्य महानाट्य की प्रस्तुति होगी। इसके बाद सुप्रसिद्ध गायिका स्नेहा शंकर एवं साथी, मुंबई की सुगम संगीत की प्रस्तुति होगी। स्नेहा शंकर चांद के टुकड़े, मेरा मेहबूब, हकूना मटाटा सहित अनेक गीतों को गाने के लिए लोकप्रिय हैं।