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Bhopal News: भोपाल में इज्तिमा को लेकर विवाद, हिंदू संगठनों ने लगाया धार्मिक भेदभाव का आरोप,तैयारियां जोरों पर
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: संदीप तिवारी
Updated Wed, 05 Nov 2025 10:07 PM IST
सार
भोपाल में 14 से 17 नवंबर तक होने वाले आलमी तबलीगी इज्तिमा को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया है कि आयोजन समिति ने उन्हें व्यापारिक स्टॉल देने से इनकार किया, जबकि समिति का कहना है कि किसी धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया गया। इधर कार्यक्रम को लेकर तैयारियां चल रही है।
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तैयारियों को लेकर कमेटी की बैठक
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
14 से 17 नवंबर तक भोपाल के घासीपुरा ईटखेडी में आयोजित होने जा रहे आलमी तबलीगी इज्तिमा को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। हिंदू उत्सव समित के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने आरोप लगाया है कि इज्तिमा कमेटी ने हिंदू व्यापारियों को स्टॉल या दुकानें देने से मना कर दिया, जिसे धार्मिक भेदभाव के रूप में देखा जा रहा है। जबकि इज्तिमा कमेटी का कहना है कि इज्तिमा में किसी भी धर्म या जाति के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता।
अंतरराष्ट्रीय स्तर का धार्मिक आयोजन
गौरतलब है कि आलमी तबलीगी इज्तिमा एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का धार्मिक आयोजन है, जिसमें देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं। यह आयोजन वर्षों से भोपाल में होता आ रहा है और इसे धार्मिक समरसता एवं भाईचारे का प्रतीक माना जाता है। हालांकि इस वर्ष कुछ हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया है कि आयोजन समिति ने उन्हें व्यापारिक गतिविधियों के लिए समान अवसर नहीं दिए। उनका कहना है कि धार्मिक पहचान के आधार पर यह भेदभाव किया गया है।
किसी भी धर्म या जाति के आधार पर भेदभाव नहीं
इज्तिमा कमेटी के मीडिया प्रभारी डॉ. उमर हफीज ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज किया है। उनका कहना है कि इज्तिमा में किसी भी धर्म या जाति के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता। उन्होंने बताया कि पिछले वर्षों में हिंदू व्यापारियों ने इज्तिमा में भाग लिया था और इस वर्ष भी उन्हें समान अवसर प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आयोजन का उद्देश्य सिर्फ धार्मिक एवं सामाजिक समरसता बढ़ाना है और सभी समुदायों के लोग इसमें शामिल हो सकते हैं।
हिंदू संगठनों की आपत्ति और मांग
हिंदू संगठनों ने जिला कलेक्टर से मुलाकात कर इस मामले की शिकायत की है। उन्होंने आग्रह किया है कि इज्तिमा कार्यक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाए और इसे सार्वजनिक किया जाए। उनका आरोप है कि इस आयोजन में कभी-कभी विदेशी नागरिक शामिल होते हैं, जो अपने देश लौट जाते हैं, और ऐसी गतिविधियां देशहित के लिए सुरक्षित नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन से यह भी कहा कि कार्यक्रम में सभी समुदायों के व्यापारियों को समान अवसर दिए जाएं।
14 नवंबर से होगा आगाज
इज्तिमा का आगाज 14 नवंबर को शुरू होकर 17 नवंबर को दुआ -ए-खास के साथ समाप्त होगा। आलमी तब्लीगी इज्तिमा में इस बार दुनियाभर की जमातें शिरकत करेगीं। जिसमें अफगानिस्तान,कजाकिस्तान, मलेशिया, इंडोनेशिया, जकार्ता, बंगलादेश, अमेरिका, रूस आदि देशों की जमातें शामिल है।
पहले दिन होगें सैकड़ो निकाह
इज्तिमा में पहले दिन सैकड़ो की संख्या में सामूहिक निकाह होंगे। इसके रजिस्ट्रेशन के लिए मस्जिद कमेटी ने अलग-अलग इंतजाम किए है। आसपास के शहरो के सैकड़ो परिवार यहां रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं। उलेमाओ ने बताया कि यहां होने वाले निकाह बिना किसी फिजूलखर्ची और बेहद सादगी से होंते है, जो मौजूदा दौर में सारे समाज के लिये बहूत अच्छा संदेश है। इस तरह होने वाले निकाह की पहल को बढ़ावा देने की जरूरत है। यहां होने वाले निकाह के रजिस्ट्रेशन की दस्तावेजीकरा के लिए केवल 1 हजार फीस ली जा रही है। यानी इज्तिमा में केवल 1,000 रुपये में ही निकार संपन्न हो जाएगा।
यह भी पढ़ें-पूर्व CM अर्जुन सिंह की जयंती पर सीएम और नेता प्रतिपक्ष ने अर्पित की पुष्पांजलि, PCC में भी हुई सभा
लगभग 300 एकड़ में फैली व्यवस्थाऐं
इज्तिमा कमेटी के मीडिया प्रभारी डॉ. उमर हाफिज ने बताया की हमारा लक्ष्य ग्रीन एंड क्लीन इज्तिमा सुनिश्चित करना है। यहॉ करीब 300 एकड़ में सुविधॉए की गई है, जिनमें 120 एकड़ में मुख्य पंडाल बनाये गये है, जहां करीब डेढ़ लाख जायरीन एक साथ बैठ सकेंगे। 50 हजार से अधिक वाहनो की क्षमता वाले 70 पार्किंग जोन बनाये गये है। ट्रैफिक डायवर्जन के लिए भोपाल-विदिशा रोड पर वैकल्पिक रूट्स है। यहॉ 24 घंटो 25 हजार वॉलंटियर्स व्यवस्थाऐं संभालेगें वहीं 5 हजार स्टाफ (पुलिस, नगर निगम) का भी हर समय तैनात रहेगा। हाइजीन के लिए स्वीपर बैग सिस्टम, वाहन रिपेयर यूनिट, धूल मुक्त पंडाल की व्यवस्था है, मेडिकल कैंप भी तैयार कर लिये गये है।
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विदेशी और दिव्यांगों के लिए ट्रांसलेटर
जमातो में शामिल विदेशी और दिव्यांगों के लिए ट्रांसलेटर का भी इंतेजाम है। बताया गया है की बीते साल इज्तिमा में 10 लाख से अधिक लोग शामिल हुए थे, इस साल यह संख्या 12-15 लाख तक पहुचंने का अनुमान है। प्रशासन अधिकारियो के अनुसार सुरक्षा के लिये 5 हजार पुलिसकर्मी तैनात किये जायेगें
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अंतरराष्ट्रीय स्तर का धार्मिक आयोजन
गौरतलब है कि आलमी तबलीगी इज्तिमा एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का धार्मिक आयोजन है, जिसमें देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं। यह आयोजन वर्षों से भोपाल में होता आ रहा है और इसे धार्मिक समरसता एवं भाईचारे का प्रतीक माना जाता है। हालांकि इस वर्ष कुछ हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया है कि आयोजन समिति ने उन्हें व्यापारिक गतिविधियों के लिए समान अवसर नहीं दिए। उनका कहना है कि धार्मिक पहचान के आधार पर यह भेदभाव किया गया है।
किसी भी धर्म या जाति के आधार पर भेदभाव नहीं
इज्तिमा कमेटी के मीडिया प्रभारी डॉ. उमर हफीज ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज किया है। उनका कहना है कि इज्तिमा में किसी भी धर्म या जाति के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता। उन्होंने बताया कि पिछले वर्षों में हिंदू व्यापारियों ने इज्तिमा में भाग लिया था और इस वर्ष भी उन्हें समान अवसर प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आयोजन का उद्देश्य सिर्फ धार्मिक एवं सामाजिक समरसता बढ़ाना है और सभी समुदायों के लोग इसमें शामिल हो सकते हैं।
हिंदू संगठनों की आपत्ति और मांग
हिंदू संगठनों ने जिला कलेक्टर से मुलाकात कर इस मामले की शिकायत की है। उन्होंने आग्रह किया है कि इज्तिमा कार्यक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाए और इसे सार्वजनिक किया जाए। उनका आरोप है कि इस आयोजन में कभी-कभी विदेशी नागरिक शामिल होते हैं, जो अपने देश लौट जाते हैं, और ऐसी गतिविधियां देशहित के लिए सुरक्षित नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन से यह भी कहा कि कार्यक्रम में सभी समुदायों के व्यापारियों को समान अवसर दिए जाएं।
14 नवंबर से होगा आगाज
इज्तिमा का आगाज 14 नवंबर को शुरू होकर 17 नवंबर को दुआ -ए-खास के साथ समाप्त होगा। आलमी तब्लीगी इज्तिमा में इस बार दुनियाभर की जमातें शिरकत करेगीं। जिसमें अफगानिस्तान,कजाकिस्तान, मलेशिया, इंडोनेशिया, जकार्ता, बंगलादेश, अमेरिका, रूस आदि देशों की जमातें शामिल है।
पहले दिन होगें सैकड़ो निकाह
इज्तिमा में पहले दिन सैकड़ो की संख्या में सामूहिक निकाह होंगे। इसके रजिस्ट्रेशन के लिए मस्जिद कमेटी ने अलग-अलग इंतजाम किए है। आसपास के शहरो के सैकड़ो परिवार यहां रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं। उलेमाओ ने बताया कि यहां होने वाले निकाह बिना किसी फिजूलखर्ची और बेहद सादगी से होंते है, जो मौजूदा दौर में सारे समाज के लिये बहूत अच्छा संदेश है। इस तरह होने वाले निकाह की पहल को बढ़ावा देने की जरूरत है। यहां होने वाले निकाह के रजिस्ट्रेशन की दस्तावेजीकरा के लिए केवल 1 हजार फीस ली जा रही है। यानी इज्तिमा में केवल 1,000 रुपये में ही निकार संपन्न हो जाएगा।
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लगभग 300 एकड़ में फैली व्यवस्थाऐं
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विदेशी और दिव्यांगों के लिए ट्रांसलेटर
जमातो में शामिल विदेशी और दिव्यांगों के लिए ट्रांसलेटर का भी इंतेजाम है। बताया गया है की बीते साल इज्तिमा में 10 लाख से अधिक लोग शामिल हुए थे, इस साल यह संख्या 12-15 लाख तक पहुचंने का अनुमान है। प्रशासन अधिकारियो के अनुसार सुरक्षा के लिये 5 हजार पुलिसकर्मी तैनात किये जायेगें