Indore News: इंदौर में क्रिसमस की धूम, गिरजाघरों में उमड़ा आस्था का सैलाब,सांता क्लॉज ने बांटी खुशियां
इंदौर में क्रिसमस की धूम है। गिरजाघर रोशनी से नहाए हुए है और शहर के शाॅपिंग माॅल भी सजे हुए है। चर्च में पवित्र मिस्सा के बाद रात को अराधना हुई। सुबह भी विशेष प्रार्थना में लोग उमड़े और एक दूसरे को बधाई दी।
विस्तार
इंदौर में क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह से शहर के अलग-अलग चर्च में ईसाई परिवारों की भीड़ उमड़ी। पहले उन्होंने प्रार्थना की और फिर दूसरे को क्रिसमस पर्व की बधाई दी। रेड चर्च में सुबह साढ़े साथ बजे हिन्दी में प्रार्थना हुई। जिसमे बताया गया कि क्रिसमस ईश्वर के पुत्र यीशु का जन्म उत्सव है। उन्होंने सभी को प्रेम, आंनद और शान की बात कही।
शहर के माॅल और बाजारों में भी क्रिसमस पर्व की रौनक रही। उधर रात 12 बजे प्रभु यीशु के जन्मोत्सव के साथ शुरू हो गया। शहर के नौ प्रमुख कैथोलिक चर्चों सहित अन्य गिरजाघरों में हजारों आस्थावान एकत्र हुए और प्रभु के जन्म की खुशियां मनाईं। चर्चों को भव्य रूप से सजाया गया। विशेष प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया गया। प्रभु यीशु के जन्म की सुंदर झांकियां और कैरोल गायन के सुरों से पूरा शहर गुंजायमान हो उठा।
इंदौर शहर में क्रिसमस का पर्व पूरे हर्षोल्लास और पारंपरिक श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। ईसाई समुदाय इस अवसर पर प्रेम, शांति और आपसी भाईचारे का संदेश प्रसारित कर रहा है। त्योहार के उपलक्ष्य में शहर के सभी प्रमुख चर्चों को आकर्षक विद्युत रोशनी और फूलों से सजाया गया है।
प्रभु यीशु के जन्म का उत्सव और कैरोल जुलूस
ईसाई समुदाय के लिए यह पर्व सेवा और परोपकार का प्रतीक है। इस दौरान सांता क्लॉज की वेशभूषा में सजे बच्चों ने लोगों का मन मोह लिया। 24 दिसंबर की मध्यरात्रि को ठीक 12 बजे प्रभु यीशु के जन्मोत्सव की मुख्य प्रार्थना सभाएं आयोजित की गईं, जिसके बाद केक काटकर एक-दूसरे को बधाई दी गई।
आकर्षक झांकियां और सेल्फी का क्रेज
चर्च परिसरों में बनाई गई चरनी और झांकियों को देखने के लिए बड़ी संख्या में युवा और श्रद्धालु पहुंचे। घास-फूस से बनी झोपड़ी में माता मरियम की गोद में बैठे बालक यीशु की छवि आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। लोग इन सुंदर दृश्यों के साथ सेल्फी लेने के लिए उत्साहित नजर आए। गड़रियों और ज्योतिषियों की प्रतिमाओं के माध्यम से यीशु के जन्म के प्रसंग को जीवंत रूप दिया गया है।
विशेष प्रार्थना और पवित्र मिस्सा का आयोजन
शहर के विभिन्न गिरजाघरों में बिशप और फादर के मार्गदर्शन में पवित्र मिस्सा अर्पित की गई। प्रार्थना के दौरान शहर और देश में शांति, बेहतर स्वास्थ्य और नई आशा के लिए दुआएं मांगी गईं। बच्चों ने नाटिका के माध्यम से प्रभु मसीह के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं का प्रदर्शन किया। चर्च की गूंजती घंटियों और प्रार्थनाओं ने वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया है।
शहर के प्रमुख चर्चों में रौनक
इंदौर में कैथेड्रल, पुष्पनगर, पिपल्याकुमार, सुखलिया, नंदानगर, नंदबाग और बेटमा सहित लगभग नौ प्रमुख कैथोलिक चर्च हैं। इसके साथ ही छावनी स्थित मसीही मंदिर में भी विशेष तैयारियां की गईं। 25 दिसंबर की सुबह से ही मिस्सा का दौर शुरू हो गया। उत्सव का यह सिलसिला 31 दिसंबर की प्रार्थना और 1 जनवरी 2026 को नववर्ष के स्वागत के साथ संपन्न होगा।

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