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Indore News: हाई कोर्ट में नेत्रदान की गूंज, 40 से ज्यादा वकील बने ‘आंखों का उजाला’ देने वाले दाता
अमर उजाला, डिजिटल डेस्क, इंदौर
Published by: अर्जुन रिछारिया
Updated Fri, 28 Nov 2025 07:48 AM IST
सार
Indore News: इंदौर हाई कोर्ट परिसर में आयोजित नेत्रदान जागरूकता सत्र ने वकीलों और न्यायिक समुदाय में नई ऊर्जा भर दी।
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- फोटो : अमर उजाला, डिजिटल डेस्क, इंदौर
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विस्तार
इंदौर हाई कोर्ट परिसर स्थित बार काउंसिल हॉल में नेत्रदान जागरूकता को समर्पित एक विशेष टॉक एवं इंटरएक्टिव सेशन आयोजित किया गया। इस महत्वपूर्ण सत्र के मुख्य वक्ता डॉ. तेजेश ए. मेहता रहे, जिन्होंने नेत्रदान के महत्व और इसके सामाजिक प्रभाव पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने प्रतिभागियों को जागरूक करते हुए समझाया कि मृत्यु के बाद हमारी आंखें किसी जरूरतमंद व्यक्ति के जीवन में उजाला बन सकती हैं और इसलिए प्रत्येक नागरिक को नेत्रदान के लिए आगे आना चाहिए।
डॉ. मेहता का संदेश-आंखें व्यर्थ न जाएं, उपहार बनें
डॉ. मेहता ने जोर देकर कहा कि मृत्यु के बाद हमारी आंखें व्यर्थ न जाएं; हमें उन्हें किसी जरूरतमंद को उपहार में दे देना चाहिए। उनके प्रेरक संदेश ने उपस्थित वकीलों, न्यायाधीशों और कोर्ट स्टाफ पर गहरा प्रभाव डाला। सभी ने नेत्रदान आंदोलन की आवश्यकता और उपयोगिता को समझते हुए इस मिशन को समर्थन देने की इच्छा व्यक्त की। उल्लेखनीय है कि डॉ. मेहता पिछले पांच वर्षों से रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3040 के साथ मिलकर नेत्रदान जागरूकता अभियान पर लगातार काम कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने हजारों लोगों को जागरूक किया और अनेक लोगों को नेत्रदान के लिए प्रेरित भी किया।
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देश में लाखों लोग कर सकते हैं लाभ
रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3040 के पब्लिक इमेज चेयरपर्सन घनश्याम सिंह और रोटरी क्लब इंदौर चोइथराम की अध्यक्ष अनुजा ताओसे ने बताया कि भारत में लाखों कॉर्नियल ब्लाइंड मरीज हैं जिन्हें नेत्रदान एक नया जीवन दे सकता है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम समाज में जागरूकता बढ़ाने के लिए बेहद आवश्यक हैं, क्योंकि नेत्रदान न केवल रोगियों की जिंदगी बदल सकता है बल्कि इसे एक राष्ट्रीय आंदोलन का रूप भी दिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि रोटरी क्लब लगातार ऐसे अभियानों के माध्यम से समाज को नेत्रदान की दिशा में प्रेरित कर रहा है।
40 से अधिक वकीलों ने भरे नेत्रदान फॉर्म, लिया आजीवन जागरूकता का संकल्प
सत्र में हाई कोर्ट के कई वरिष्ठ और गणमान्य अधिवक्ता जिनमें रितेश इनानी, लोकेश मेहता, मीना सफेकर, रजनीश ताऊसे, अर्चना मेहता, धर्मेंद्र बड़े और अन्य सदस्य शामिल थे। सभी ने उत्साहपूर्ण भागीदारी दर्ज कराई। कार्यक्रम की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि 40 से अधिक हाई कोर्ट वकीलों ने मौके पर ही नेत्रदान फॉर्म भरकर आगामी समय में नेत्रदान जागरूकता को बढ़ावा देने का संकल्प लिया। इस सामूहिक प्रतिबद्धता ने यह संदेश दिया कि यदि समाज का जागरूक वर्ग आगे आए तो नेत्रदान को बड़े स्तर पर एक सफल जनआंदोलन बनाया जा सकता है।
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40 से अधिक वकीलों ने भरे नेत्रदान फॉर्म, लिया आजीवन जागरूकता का संकल्प
सत्र में हाई कोर्ट के कई वरिष्ठ और गणमान्य अधिवक्ता जिनमें रितेश इनानी, लोकेश मेहता, मीना सफेकर, रजनीश ताऊसे, अर्चना मेहता, धर्मेंद्र बड़े और अन्य सदस्य शामिल थे। सभी ने उत्साहपूर्ण भागीदारी दर्ज कराई। कार्यक्रम की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि 40 से अधिक हाई कोर्ट वकीलों ने मौके पर ही नेत्रदान फॉर्म भरकर आगामी समय में नेत्रदान जागरूकता को बढ़ावा देने का संकल्प लिया। इस सामूहिक प्रतिबद्धता ने यह संदेश दिया कि यदि समाज का जागरूक वर्ग आगे आए तो नेत्रदान को बड़े स्तर पर एक सफल जनआंदोलन बनाया जा सकता है।