सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Madhya Pradesh ›   Indore News ›   Indore's strength in public participation in cleanliness, expected to be number one for the seventh time also

Indore News: स्वच्छता में जनभागीदारी इंदौर की ताकत, सातवीं बार भी नंबर वन आने की उम्मीद

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, इंदौर Published by: अभिषेक चेंडके Updated Thu, 21 Sep 2023 04:08 PM IST
विज्ञापन
सार

इंदौर में स्वच्छता स्पर्धा के लिए नहीं अपनाई गई है। शहर में सफाई का सिस्टम विकसित हो चुका है। सबसे मजबूत कड़ी घर-घर कचरा संग्रहण है, जिससे आम आदमी जुड़ता है। 

Indore's strength in public participation in cleanliness, expected to be number one for the seventh time also
इंदौर में रहवासी भी करते है सफाई। - फोटो : amar ujala digital
loader
Trending Videos

विस्तार
Follow Us

इंदौर का स्वच्छता सर्वेक्षण हो चुका है और जल्द ही स्वच्छता रैंकिंग घोषित होने वाली है। शहर के जनप्रतिनिधियों व अफसरों को पूरी उम्मीद है कि इस बार भी इंदौर सफाई में नंबर वन आएगा। उसके पीछे वे जनता की जनभागीदारी स्वच्छता की सबसे बड़ी ताकत मानते हैं।

Trending Videos


उनका कहना है कि इंदौर में सफाई सिर्फ स्पर्धा में पहले स्थान पर आने के लिए नहीं होती है। सालभर इंदौरवासी सफाई में सहयोग करते हैं। रहवासी सफाई माॅडल की महत्वपूर्ण कड़ी हैं। स्वच्छता इंदौर की आदत बन चुकी है।
विज्ञापन
विज्ञापन




स्वच्छता में यह है इंदौर की ताकत

  • शत प्रतिशत घर-घर कचरा संग्रहण व्यवस्था लागू है। पूरा शहर कचरा पेटी विहिन है
  • संग्रहित कचरे की प्रोसेसिंग व्यवस्थित हो रही है। कचरे से प्राकृतिक गैस, खाद और ईधन बन रहा है। इंदौर कार्बन क्रेडिड के साथ प्लास्टिक क्रेडिट भी हासिल कर चुका है
  • शहर को पिछले साल वाटर प्लस में सेवन स्टार रैटिंग मिल चुकी है। नालों को प्रदूषण से मुक्त किया जा रहा है
  • कचरे को पुर्नउपयोग करने पर अब निगम ध्यान दे रहा है, कई रहवासी घरों में ही कचरे से खाद बनाने लगे हैं

थ्री आर पर इंदौर ने अच्छा काम किया

इंदौर ने थ्री आर पद्धति अपनाई है। रिड्यूज, रियूज और रिसायकल का सिस्टम भी शहर में बन रहा है। इंदौर पहले ही छक्का मार चुका है। हम सफाई के मामले में दूसरे शहरों के लिए माॅडल सिटी है। इस बार भी इंदौर स्वच्छता रैंकिंग में नंबर वन रहेगा। -इलैया राजा टी, कलेक्टर

इंदौर मेें स्वच्छता स्पर्धा के लिए नहीं

इंदौर में स्वच्छता स्पर्धा के लिए नहीं अपनाई गई है। शहर में सफाई का सिस्टम विकसित हो चुका है। सबसे मजबूत कड़ी घर-घर कचरा संग्रहण है। जिससे आम आदमी जुड़ता है। पांच अलग-अलग प्रकार से वह कचरे को वाहन में डालता है। इससे कचरे के निपटान में आसानी हो जाती है। अब हमारा फोकस कचरे के रियूज और रिसायकल पर है, ताकि घरों से कचरा कम निकले। -हर्षिका सिंह, निगमायुक्त

सातवीं बार भी रहेंगे नंबर वन

इंदौर में स्वच्छता का सर्वेक्षण हो चुका है। उम्मीद नहीं पूरा विश्वास है कि इंदौर फिर नंबर वन आएगा। हम अब प्रदूषण कम करने पर फोकस कर रहे है। इंदौर में 22 सितंबर को नो कार डे मनाया जा रहा है। इस तरह के नवाचारों से शहर का प्रदूषण कम करेंगे। - पुष्य मित्र भार्गव, मेयर

 

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed