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Jabalpur: सुरक्षा व गमगीन माहौल में हुआ अधिवक्ता का अंतिम संस्कार, घटना के विरोध में वकीलों ने कहीं किया काम
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जबलपुर
Published by: दिनेश शर्मा
Updated Sat, 01 Oct 2022 09:19 PM IST
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सार
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट जबलपुर में गत दिवस हुए हंगामे का असर आज भी नजर आया। जिस वकील की आत्महत्या पर बवाल हुआ था, उस अधिवक्ता का आज सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार किया गया। अधिवक्ताओं ने काम नहीं किया। पुलिस ने दो प्रकरण दर्ज किए हैं।

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट (फाइल फोटो)
- फोटो : अमर उजाला
विस्तार
सुरक्षा व गमगीन माहौल में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के अधिवक्ता का अंतिम संस्कार किया गया। सुरक्षा की दृष्टि से हाईकोर्ट व जिला न्यायालय में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात थे। मानसिक प्रताड़ना के तंग आकर युवा अधिवक्ता द्वारा आत्महत्या किए जाने तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग संबंधित पोस्ट भी सोशल मीडिया पर छाए रहे। अधिवक्ता द्वारा आत्महत्या किए जाने के विरोध में गत दिवस आक्रोशित साथियों ने हाईकोर्ट में शव रखकर उग्र प्रदर्शन किया था। पुलिस ने प्रदर्षन के नाम पर हिंसा करने वाले अज्ञात अधिवक्ताओं के खिलाफ दो प्रकरण दर्ज किए हैं।
गौरतलब है कि शुक्रवार को कोर्ट से लंच के बाद घर जाकर 40 वर्षीय अधिवक्ता अनुराग साहू ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जानकारी लगने पर आक्रोशित अधिवक्ता साथी शव लेकर चीफ जस्टिस के कोर्ट तक पहुंच गए और मिलने के लिए हंगामा करने लगे थे। इस दौरान एक अधिवक्ता ने अपनी हाथ की नस काट ली थी। घटना की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में पुलिस बल हाईकोर्ट परिसर में पहुंच गया था। पुलिस बल ने आक्रोशित अधिवक्ताओं को चीफ जस्टिस कोर्ट से हटाया तो वह परिसर में स्थित हनुमान मंदिर के सामने शव प्रदर्शन करने लगे थे। इस दौरान आक्रोशित अधिवक्ताओं ने स्टेट बार काउंसलिंग की बिल्डिग में स्थित वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष दत्त के चेम्बर में आग लगा दी थी। इसके अलावा उनकी पुलिस कर्मियों से झड़प भी हुई थी। जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने पुलिस को हल्का बल प्रयोग करने पड़ा था।
कलेक्टर की अनुमति से रात में अधिवक्ता के शव का पोस्टमॉर्टम करवाया गया था। अधिवक्ता का अंतिम संस्कार ग्वारीघाट मुक्तिधाम में गमगीन माहौल में किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में अधिवक्ता वर्ग उपस्थित था। सुरक्षा की दृष्टि से हाईकोर्ट व जिला न्यायालय में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात था।
नहीं किया काम
घटना के विरोध में राज्य अधिवक्ता परिषद ने शनिवार को प्रतिवाद दिवस मनाने की घोषणा की थी। शनिवार को प्रदेश के अधिवक्ता न्यायालय में उपस्थित नहीं हुए। राज्य अधिवक्ता परिषद ने उपाध्यक्ष आर के सिंह सैनी ने सभी प्रतिवाद दिवस को सफल बनाने के लिए प्रदेश के सभी अधिवक्ताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने पुलिस द्वारा किए गए लाठी चार्ज की घटना की निंदा करते हुए दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखने की बात कही है। उन्होंने बताया कि आगे की रणनीति तैयार करने दशहरा अवकाश के बाद 11 अक्टूबर को सभी बार एसोसिएशन की बैठक आयोजित की गई है।
पुलिस ने दर्ज की दो एफआईआर
पुलिस ने गत दिवस हाईकोर्ट में उग्र प्रदर्शन करने वाले अधिवक्ताओं के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की हैं। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने बलाया कि आगजनी, तोड़फोड़, बलवा तथा शासकीय कार्य में बाधा डालने सहित अन्य धाराओं के तहत अज्ञात 50 से 70 अधिवक्ताओं के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की गई है।
सोशल मीडिया में छाया रहा प्रकरण
सोशल मीडिया में भी अधिवक्ता अनुराग साहू की आत्महत्या तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की पोस्ट छाई रही। पोस्ट अधिकांश अधिवक्ता वर्ग ने पोस्ट की थी। जिसमें जांच, पीड़ित परिवार को राहत राशि, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सहित अन्य मांग प्रमुख थी।
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गौरतलब है कि शुक्रवार को कोर्ट से लंच के बाद घर जाकर 40 वर्षीय अधिवक्ता अनुराग साहू ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जानकारी लगने पर आक्रोशित अधिवक्ता साथी शव लेकर चीफ जस्टिस के कोर्ट तक पहुंच गए और मिलने के लिए हंगामा करने लगे थे। इस दौरान एक अधिवक्ता ने अपनी हाथ की नस काट ली थी। घटना की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में पुलिस बल हाईकोर्ट परिसर में पहुंच गया था। पुलिस बल ने आक्रोशित अधिवक्ताओं को चीफ जस्टिस कोर्ट से हटाया तो वह परिसर में स्थित हनुमान मंदिर के सामने शव प्रदर्शन करने लगे थे। इस दौरान आक्रोशित अधिवक्ताओं ने स्टेट बार काउंसलिंग की बिल्डिग में स्थित वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष दत्त के चेम्बर में आग लगा दी थी। इसके अलावा उनकी पुलिस कर्मियों से झड़प भी हुई थी। जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने पुलिस को हल्का बल प्रयोग करने पड़ा था।
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कलेक्टर की अनुमति से रात में अधिवक्ता के शव का पोस्टमॉर्टम करवाया गया था। अधिवक्ता का अंतिम संस्कार ग्वारीघाट मुक्तिधाम में गमगीन माहौल में किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में अधिवक्ता वर्ग उपस्थित था। सुरक्षा की दृष्टि से हाईकोर्ट व जिला न्यायालय में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात था।
नहीं किया काम
घटना के विरोध में राज्य अधिवक्ता परिषद ने शनिवार को प्रतिवाद दिवस मनाने की घोषणा की थी। शनिवार को प्रदेश के अधिवक्ता न्यायालय में उपस्थित नहीं हुए। राज्य अधिवक्ता परिषद ने उपाध्यक्ष आर के सिंह सैनी ने सभी प्रतिवाद दिवस को सफल बनाने के लिए प्रदेश के सभी अधिवक्ताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने पुलिस द्वारा किए गए लाठी चार्ज की घटना की निंदा करते हुए दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखने की बात कही है। उन्होंने बताया कि आगे की रणनीति तैयार करने दशहरा अवकाश के बाद 11 अक्टूबर को सभी बार एसोसिएशन की बैठक आयोजित की गई है।
पुलिस ने दर्ज की दो एफआईआर
पुलिस ने गत दिवस हाईकोर्ट में उग्र प्रदर्शन करने वाले अधिवक्ताओं के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की हैं। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने बलाया कि आगजनी, तोड़फोड़, बलवा तथा शासकीय कार्य में बाधा डालने सहित अन्य धाराओं के तहत अज्ञात 50 से 70 अधिवक्ताओं के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की गई है।
सोशल मीडिया में छाया रहा प्रकरण
सोशल मीडिया में भी अधिवक्ता अनुराग साहू की आत्महत्या तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की पोस्ट छाई रही। पोस्ट अधिकांश अधिवक्ता वर्ग ने पोस्ट की थी। जिसमें जांच, पीड़ित परिवार को राहत राशि, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सहित अन्य मांग प्रमुख थी।