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MP News: 13 साल से पुलिस जिसे सागर में तलाश रही थी, वह तो नागपुर में वैद्य बनकर जड़ी-बूटी बेच रहा था
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, सागर
Published by: रवींद्र भजनी
Updated Sat, 25 May 2024 12:19 PM IST
सार
मध्य प्रदेश के सागर में अजीबोगरीब मामला सामने आया है। 33 साल पहले हुई हत्या के मामले में दो आरोपी 13 साल से फरार थे। एक आरोपी महू जामगेट में पार्वती मंदिर में महंत बना था। दूसरा नागपुर में वैद्य बनकर जड़ी-बूटी बेच रहा था।
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सागर में हत्या के 33 साल पुराने मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
कहते हैं कि पुलिस के हाथ इतने लंबे होते है कि आरोपी चाहे आकाश में हो या पाताल में उसे खोज निकालती है। देवरी पुलिस ने भी हत्या के मामले में आरोपियों को खोजने की ठान ली और 33 साल पुराने हत्या के दो आरोपियों को 10 दिन में अलग-अलग स्थान से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों में से एक आरोपी भगवा कपड़े धारण कर इंदौर के पास जामगेट-महू के पार्वती मंदिर में बाबा बन गया था। दूसरा जड़ी-बूटी बेचने वाला वैद्य। अब दोनों जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं।
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33 साल पहले देवरी थाना क्षेत्र के ग्राम मछरिया में खेत में मवेशी घुसने के विवाद को लेकर हुई बाबूलाल पचौरी की जघन्य हत्या के मामले में 10 दिन के अंतर से दूसरा आरोपी भी नागपुर में जड़ी बूटी बेचते हुए पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। थाना प्रभारी रोहित डोंगरे ने बताया कि देवरी थाना क्षेत्र के ग्राम मछरिया में खेत में मवेशी घुसने को लेकर 1991 में हुए विवाद के चलते प्रभु दयाल पचौरी एवं उमाशंकर तिवारी ने बाबूलाल पचौरी की धारदार हथियार से जघन्य हत्या कर दी थी। इस मामले में जिला न्यायालय ने दोनों आरोपितों को दोष मुक्त कर दिया था। मामला उच्च न्यायालय से होकर सर्वोच्च न्यायालय पहुंचा और सुप्रीम कोर्ट से इन्हें उम्रकैद की सजा मिली। सजा के बारे में सुनते ही दोनों फरार हो गए थे। उन्हें पकड़ने के लिए वारंट जारी किया गया था। दोनों पिछले 13 साल से फरार थे। सर्वोच्च न्यायालय ने बार-बार दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए वारंट जारी किए। पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने हत्या के दोनों फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए,10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया। एवं थाना प्रभारी देवरी को पतासाजी के निर्देश दिए।
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थाना प्रभारी रोहित डोंगरे ने बताया कि एसपी के निर्देश के बाद पुलिस टीम बनाकर मुखबिर तंत्र और साइबर सेल की मदद से पहले आरोपी प्रभु दयाल पचौरी, उम्र 67 साल, को इंदौर के पास जामगेट स्थित मां पार्वती के मंदिर में नाम बदलकर भगवा रंग के कपड़े की वेशभूषा में महंत सिद्धेश्वर के रूप में गिरफ्तार किया था। दूसरे आरोपी की तलाश में पुलिस जुट गई। 10 दिन बाद दूसरे आरोपी को नागपुर के जगदंबा नगर मसाला टोली खालसा में पंडित जी के नाम से वैद्य बनकर जड़ी-बूटी बेचते गिरफ्तार किया है। गिरफ्त में आए आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।