सब्सक्राइब करें

कमेंट

कमेंट X

😊अति सुंदर 😎बहुत खूब 👌अति उत्तम भाव 👍बहुत बढ़िया.. 🤩लाजवाब 🤩बेहतरीन 🙌क्या खूब कहा 😔बहुत मार्मिक 😀वाह! वाह! क्या बात है! 🤗शानदार 👌गजब 🙏छा गये आप 👏तालियां ✌शाबाश 😍जबरदस्त
Hindi News ›   Madhya Pradesh ›   Due to the negligence of the system in Sidhi district, the body remained in the mortuary for 24 hours

सीधी में लापरवाह सिस्टम: 24 घंटे चीरघर में पड़ा रहा शव, भूखे-प्यासे बैठे रहे परिजन, फिर 50 KM दूर कराया पीएम

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, सीधी Published by: सीधी ब्यूरो Updated Thu, 15 May 2025 05:29 PM IST
सार

सीधी जिले में पेड़ से गिरने से मृत वृद्ध का शव डॉक्टर न होने के कारण 24 घंटे चीरघर में पड़ा रहा। परिजनों को भूखे-प्यासे रात बितानी पड़ी और शव को 50 किमी दूर ले जाना पड़ा। सिविल सर्जन ने लापरवाही पर जांच व कार्रवाई की बात कही। 

विज्ञापन
Due to the negligence of the system in Sidhi district, the body remained in the mortuary for 24 hours
पोस्टमार्टम नहीं होने से रातभर परिजन चीरघर के बाहर ही बैठे रहे
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

सीधी जिले के भुइमाड थाना क्षेत्र में सिस्टम की लापरवाही और स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल उस वक्त खुल गई, जब एक वृद्ध का शव 24 घंटे तक चीरघर में यूं ही पड़ा रहा और पोस्टमार्टम नहीं हो सका। यह घटना जिले के ग्राम पंचायत दुधमनियां की है, जहां निवासी पियारे साकेत (60 वर्ष) की 14 मई को मछरकट्टा जंगल में पेड़ से गिरने से मौके पर ही मौत हो गई।

Trending Videos


घटना की जानकारी मिलते ही भुइमाड पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा तैयार कर शव को कठौतिया के चीरघर में रखवाया गया। लेकिन 14 मई को ही पोस्टमार्टम कराने की कोशिशों के बावजूद चिकित्सक उपलब्ध नहीं हो सके। परिणामस्वरूप शव रातभर वहीं पड़ा रहा और मृतक के परिजन भूखे-प्यासे रोते-बिलखते चीरघर में शव के पास ही रात गुजारने को मजबूर हो गए।
विज्ञापन
विज्ञापन


ये भी पढ़ें- छत्रसाल स्टेडियम के पीछे सुख नाले के पास मिला शव, हत्या की आशंका, जांच में जुटी पुलिस 

15 मई की सुबह जब परिजन दोबारा पुलिस से मिले तो उन्हें बताया गया कि अब शव को 50 किलोमीटर दूर कुसमी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाना होगा, क्योंकि कठौतिया में डॉक्टर नहीं आ पाएंगे। इस निर्देश से पहले से परेशान परिजनों पर और दुख का पहाड़ टूट पड़ा, क्योंकि उन्हें अपने निजी खर्चे और वाहन से शव को कुसमी ले जाना पड़ा।

ये भी पढ़ें- जमीन विवाद में बुजुर्ग सहित परिवार पर हमला, चार घायल, मामले की जांच में जुटी पुलिस

परिजन राजेश साकेत ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब भुइमाड क्षेत्र में चीरघर की व्यवस्था है तो डॉक्टर वहीं आकर पोस्टमार्टम क्यों नहीं करते? यह कोई पहली घटना नहीं है, लोग महीनों से ऐसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। मामले में सीधी जिले के सिविल सर्जन डॉ. एसबी खरे ने बताया कि उन्हें इस घटना की जानकारी नहीं थी, लेकिन अब वे पूरे मामले की जांच कराकर दोषी डॉक्टर पर कड़ी कार्रवाई करेंगे। 

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed