सब्सक्राइब करें

कमेंट

कमेंट X

😊अति सुंदर 😎बहुत खूब 👌अति उत्तम भाव 👍बहुत बढ़िया.. 🤩लाजवाब 🤩बेहतरीन 🙌क्या खूब कहा 😔बहुत मार्मिक 😀वाह! वाह! क्या बात है! 🤗शानदार 👌गजब 🙏छा गये आप 👏तालियां ✌शाबाश 😍जबरदस्त
Hindi News ›   Madhya Pradesh ›   Tiger T-185 Dies Due to Electrocution in Bandhavgarh Tiger Reserve

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व: चंदिया वन परिक्षेत्र में करंट से बाघ टी-185 की मौत, शिकारियों की तलाश तेज

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उमरिया Published by: उमरिया ब्यूरो Updated Sun, 14 Dec 2025 01:56 PM IST
सार

उमरिया जिले के चंदिया वन परिक्षेत्र में 8 वर्षीय नर बाघ टी-185 की करंट लगने से मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम में करंट की पुष्टि हुई है। वन विभाग ने इसे वन्यजीव अपराध मानते हुए विशेष टीम और डॉग स्क्वॉड से जांच शुरू कर दी है।

विज्ञापन
Tiger T-185 Dies Due to Electrocution in Bandhavgarh Tiger Reserve
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व। - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से जुड़े चंदिया वन परिक्षेत्र में एक नर बाघ की करंट लगने से मौत का मामला सामने आया है। मृत बाघ की पहचान टी-185 के रूप में हुई है, जिसकी उम्र करीब 8 वर्ष बताई जा रही है। शनिवार को चंदिया वन परिक्षेत्र के आरएफ-10 क्षेत्र में बाघ का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था। सूचना मिलने के बाद वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे इलाके को घेराबंदी में ले लिया गया।
Trending Videos


रविवार को विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने अधिकारियों की मौजूदगी में बाघ का पोस्टमॉर्टम किया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि बाघ की मौत करंट लगने से हुई है। इस घटना के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया है और इसे वन्यजीव अपराध मानते हुए जांच तेज कर दी गई है।
विज्ञापन
विज्ञापन


वन विभाग ने शिकारियों की तलाश के लिए विशेष टीम का गठन किया है। डॉग स्क्वॉड को भी मौके पर बुलाया गया है, जो आसपास के जंगल और संभावित रास्तों पर सर्चिंग कर रही है। आशंका जताई जा रही है कि अवैध शिकार के इरादे से जंगल में करंट फैलाया गया था, जिसकी चपेट में आकर बाघ की जान चली गई। बताया गया है कि बाघ टी-185 बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खितौली और चंदिया वन परिक्षेत्र में नियमित रूप से विचरण करता था। यह क्षेत्र बाघों की गतिविधियों के लिए संवेदनशील माना जाता है। घटना के बाद से वन विभाग ने इलाके में गश्त बढ़ा दी है और बिजली के अवैध तारों व उपकरणों की जांच भी की जा रही है।

ये भी पढ़ें- कल का 'ब्लैक स्पॉट' कैसे बन गया 'रेड कारपेट'? देशभर में भोपाल-जबलपुर हाईवे की चर्चा, क्या है खास

शहडोल के प्रभारी मुख्य वन संरक्षक अनुपम सहाय ने बताया कि प्रारंभिक जांच में बाघ की मौत का कारण करंट लगना सामने आया है। उन्होंने कहा कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। पोस्टमॉर्टम के बाद अधिकारियों की निगरानी में मध्यप्रदेश राज्य वन विकास निगम की चंदिया रोपणी में सुरक्षित स्थान पर बाघ का अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस घटना ने एक बार फिर जंगलों में अवैध गतिविधियों और वन्यजीव सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed