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MP News: चलती ट्रेन में तड़पने लगी गर्भवती, रेलवे कोच बना इमरजेंसी वार्ड, मशक्कत से बची प्रसूता-नवजात की जान
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, विदिशा
Published by: विदिशा ब्यूरो
Updated Sun, 30 Nov 2025 07:32 PM IST
सार
आजमगढ़–मुंबई ट्रेन में बीना के पास गर्भवती महिला को अचानक प्रसव पीड़ा हुई और चलती ट्रेन में ही बच्ची का जन्म हो गया। सूचना पर रेलवे ने ट्रेन रोकी और डॉक्टरों की टीम ने मां-बच्चे को अस्पताल पहुंचाया। हीमोग्लोबिन कम होने व नवजात का वजन 1.8 किलो होने से दोनों को विदिशा रेफर किया गया।
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ट्रेन में जन्मा बच्चा
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
आजमगढ़ से मुंबई एलटीटी जा रही ट्रेन संख्या 20104 में शुक्रवार रात उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब बीना के पास एक गर्भवती महिला को अचानक तेज प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। कुछ ही मिनटों में कोच के अंदर ही एक नन्ही बच्ची का जन्म हो गया, जिसके बाद रेलवे और स्वास्थ्य विभाग तुरंत हरकत में आ गए।
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रात करीब 10:15 बजे यात्रियों ने घटना की सूचना रेलवे कंट्रोल रूम को दी। कंट्रोल रूम ने तत्काल स्थानीय स्टेशन को अलर्ट करते हुए ट्रेन को रोकने के निर्देश भेजे। ट्रेन रुकते ही शासकीय अस्पताल की एंबुलेंस, डॉक्टरों की टीम और स्वास्थ्यकर्मी मौके पर पहुंचे और कोच को अस्थायी वार्ड में बदल दिया। चिकित्सकों ने नवजात और प्रसूता की प्राथमिक जांच की और दोनों को स्ट्रेचर के माध्यम से एंबुलेंस में शिफ्ट कर अस्पताल भेजा। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले की निवासी रजिया खातून मुंबई की ओर यात्रा कर रही थीं, तभी अचानक रास्ते में ही प्रसव पीड़ा शुरू हो गई।
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जांच में पता चला कि रजिया का हीमोग्लोबिन मात्र 4 ग्राम है और नवजात का वजन 1.8 किलोग्राम, जिसके कारण दोनों की स्थिति को नाजुक माना गया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर देखभाल के लिए विदिशा जिला अस्पताल रेफर किया गया। रेलवे और स्वास्थ्य विभाग की त्वरित कार्रवाई से चलती ट्रेन में जन्मी इस नन्ही जान और उसकी मां को समय पर उपचार और सुरक्षा उपलब्ध हो सकी।
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