पुलिस पर हमला कर छुड़ाया सुपारी किलर रोहित, एसआई को गोली मारी, अस्पताल में भर्ती
मुजफ्फरनगर में पेशी के बाद मिर्जापुर पर लाते समय पुलिस टीम पर हमला कर छुड़ाया गया रोहित उर्फ साडू सुपारी किलर है। वह एक साल से मिर्जापुर जेल में बंद था। रोहित के ऊपर हत्या समेत 22 मुकदमे दर्ज हैं।
जिला कारागार मिर्जापुर के जेलर सुरेश मिश्रा ने बताया कि रोहित उर्फ साडू 13 जुलाई 2018 को फैजाबाद जेल से प्रशासनिक आधार पर मिर्जापुर जेल में स्थानांतरित हुआ था। उसके ऊपर सहारनपुर में चार और मुजफ्फरनगर में 18 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें 15 से अधिक मामले हत्या के हैं।
रोहित उर्फ साडू सुपारी लेकर हत्या करता है। बीच-बीच में सहारनपुर और मुजफ्फनगर में पेशी के लिए ले जाया जाता था। सोमवार को एसआई दुर्ग विजय सिंह, कांस्टेबल सुनील उपाध्याय, सुनील प्रजापति, अखिलेश राय के साथ पुलिस अभिरक्षा में उसे पेशी के लिए मुजफ्फरनगर पेशी के लिए भेजा गया था।
पेशी के बाद उसे मिर्जापुर लाते समय बदमाशों ने जानसठ कोतवाली क्षेत्र के सलारपुर गांव के पास पुलिस की गाड़ी पर हमला कर दिया और रोहित को छुड़ा ले गए। बदमाशों की फायरिंग में एसआई घायल हुए हैं।
मऊ के रहने वाले हैं दरोगा दुर्ग विजय सिंह :
अपराधी रोहित को मुजफ्फनगर पेशी पर ले जाने वाले दरोगा दुर्ग विजय सिंह मऊ जिले के रानीपुर के निवासी हैं। वह मिर्जापुर पुलिस लाइन में तैनात हैं। सोमवार को एसआई दुर्ग विजय सिंह तीन सिपाहियों के साथ मुजफ्फरनगर पेशी में गए थे। वहां बदमाशों के हमले में वह घायल हो गए। हालत गंभीर होने पर उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया है। मिर्जापुर में वह अकेले रहते हैं। जेल प्रशासन की ओर से बदमाश रोहित को मुजफ्फनगर पेशी पर ले जाने के लिए फोर्स मांगने पर दरोगा दुर्ग विजय सिंह और तीन सिपाहियों को उनके साथ भेजा गया था।
कुख्यात अपराधी की सुरक्षा कम क्यों :
रोहित पर हत्या के अलावा कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके बाद भी उसे पेशी के लिए मुजफ्फरनगर सिर्फ एक एसआई और तीन कांस्टेबल के साथ भेजा गया। कुख्यात अपराधी की सुरक्षा अगर और बेहतर की गई होती तो दरोगा हमले में न घायल हुए होते, न ही आरोपी फरार होता।
गृह जनपद में पेशी का मिला लाभ :
रोहित मुजफ्फरनगर का निवासी है। वह फैजाबाद जेल में बंद था। रोहित की मुजफ्फरनगर जिले में सुशील मूछ गैंग से गहरी अदावत मानी जाती है। इसे देखते हुए रोहित को मिर्जापुर जेल भेजा गया था। मिर्जापुर से वह पेशी के लिए मुजफ्फरनगर जाता था। उसके साथियों ने उसके गृह जनपद में पुलिस पर हमला कर उसे छुड़ा लिया। इससे लग रहा है कि उसके साथियों ने पूर्व की पेशी के दौरान रेकी की होगी।