{"_id":"691b4b183aff98019607342f","slug":"airless-tyres-for-cars-everything-you-need-to-know-before-buying-airless-tires-advantages-and-disadvantages-2025-11-17","type":"photo-gallery","status":"publish","title_hn":"Airless Tyres: एयरलेस बनाम ट्यूबलेस टायर में कौन है बेहतर विकल्प? जानें कीमत, फायदे और नुकसान","category":{"title":"Automobiles","title_hn":"ऑटो-वर्ल्ड","slug":"automobiles"}}
Airless Tyres: एयरलेस बनाम ट्यूबलेस टायर में कौन है बेहतर विकल्प? जानें कीमत, फायदे और नुकसान
ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अमर शर्मा
Updated Mon, 17 Nov 2025 09:49 PM IST
सार
एयरलेस टायर भविष्य में पंक्चर-फ्री ड्राइविंग का समाधान माने जा रहे हैं। लेकिन अभी भी काफी लोग नहीं जानते कि ये कैसे काम करते हैं और इनके फायदे-नुकसान क्या हैं।
विज्ञापन
Airless Tyres
- फोटो : AI
भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री तेजी से बदल रही है, और इसके साथ टायर टेक्नोलॉजी में भी बड़ी क्रांति देखने को मिल रही है। एयरलेस टायर भविष्य में पंक्चर-फ्री ड्राइविंग का समाधान माने जा रहे हैं। लेकिन अभी भी काफी लोग नहीं जानते कि ये कैसे काम करते हैं और इनके फायदे-नुकसान क्या हैं।
Trending Videos
Airless Tyres
- फोटो : Freepik
एयरलेस टायर कैसे काम करते हैं
एयरलेस टायर पारंपरिक ट्यूबलेस टायरों से पूरी तरह अलग होते हैं। इनमें हवा या नाइट्रोजन नहीं भरी जाती। इसके बजाय, इनके अंदर रबर के स्पोक्स और बेल्ट होते हैं, जो टायर को मजबूत बनाते हैं और उसका आकार बनाए रखते हैं।
चूंकि इनमें हवा नहीं होती, इसलिए ब्लास्ट या पंक्चर होने का कोई खतरा नहीं रहता। किसी भी कील या पत्थर पर चढ़ने पर यह टायर अंदर मौजूद स्पोक्स के सहारे अपना आकार बदलकर आगे बढ़ जाते हैं।
यह भी पढ़ें - Auto Sales: प्रीमियम मोटरसाइकिलों की रफ्तार तेज, एंट्री-लेवल बाइकों की बिक्री में भारी गिरावट, जानें वजह
एयरलेस टायर पारंपरिक ट्यूबलेस टायरों से पूरी तरह अलग होते हैं। इनमें हवा या नाइट्रोजन नहीं भरी जाती। इसके बजाय, इनके अंदर रबर के स्पोक्स और बेल्ट होते हैं, जो टायर को मजबूत बनाते हैं और उसका आकार बनाए रखते हैं।
चूंकि इनमें हवा नहीं होती, इसलिए ब्लास्ट या पंक्चर होने का कोई खतरा नहीं रहता। किसी भी कील या पत्थर पर चढ़ने पर यह टायर अंदर मौजूद स्पोक्स के सहारे अपना आकार बदलकर आगे बढ़ जाते हैं।
यह भी पढ़ें - Auto Sales: प्रीमियम मोटरसाइकिलों की रफ्तार तेज, एंट्री-लेवल बाइकों की बिक्री में भारी गिरावट, जानें वजह
विज्ञापन
विज्ञापन
Airless Tyres
- फोटो : Freepik
कीमत और मेंटेनेंस
एयरलेस टायरों को हवा या नाइट्रोजन की जरूरत नहीं पड़ती, इसलिए न तो दबाव चेक करने की जरूरत होती है और न ही पंक्चर या ब्लास्ट का डर रहता है। इसकी वजह से इनका मेंटेनेंस लगभग जीरो है।
लेकिन ये अभी बाजार में सीमित मात्रा में उपलब्ध हैं और कीमत भी ज्यादा है। जहां सामान्य ट्यूबलेस टायर 1,500 रुपये से 7,000 रुपये के बीच आते हैं, वहीं एयरलेस टायर की कीमत 10,000 रुपये से 20,000 रुपये तक होती है।
यह भी पढ़ें - Racing: जेके टायर नेशनल रेसिंग चैम्पियनशिप खत्म, नए चैंपियंस का रहा जलवा
एयरलेस टायरों को हवा या नाइट्रोजन की जरूरत नहीं पड़ती, इसलिए न तो दबाव चेक करने की जरूरत होती है और न ही पंक्चर या ब्लास्ट का डर रहता है। इसकी वजह से इनका मेंटेनेंस लगभग जीरो है।
लेकिन ये अभी बाजार में सीमित मात्रा में उपलब्ध हैं और कीमत भी ज्यादा है। जहां सामान्य ट्यूबलेस टायर 1,500 रुपये से 7,000 रुपये के बीच आते हैं, वहीं एयरलेस टायर की कीमत 10,000 रुपये से 20,000 रुपये तक होती है।
यह भी पढ़ें - Racing: जेके टायर नेशनल रेसिंग चैम्पियनशिप खत्म, नए चैंपियंस का रहा जलवा
Airless Tyres
- फोटो : Freepik
एयरलेस टायर के फायदे
यह भी पढ़ें - FASTag Annual Pass: तीन महीने में फास्टैग वार्षिक पास की बड़ी सफलता, राष्ट्रीय राजमार्ग यात्राओं में इतना रहा योगदान
- पंक्चर या ब्लास्ट का कोई खतरा नहीं
- मेंटेनेंस की जरूरत नहीं
- ज्यादा टिकाऊ और ऑफ-रोड में भी भरोसेमंद
- लंबे सफर और खराब सड़कों पर भी कारगर
यह भी पढ़ें - FASTag Annual Pass: तीन महीने में फास्टैग वार्षिक पास की बड़ी सफलता, राष्ट्रीय राजमार्ग यात्राओं में इतना रहा योगदान
विज्ञापन
Airless Tyres
- फोटो : Adobe Stock
एयरलेस टायर के नुकसान
एयरलेस टायर ऑटो इंडस्ट्री में भविष्य की बड़ी तकनीक हो सकते हैं, लेकिन फिलहाल इनके फायदे और कमियों को समझकर ही इस्तेमाल करना समझदारी होगी।
यह भी पढ़ें - College Bikes: पहली बार बाइक लेने वालों के लिए टॉप-5 बेस्ट 125cc मोटरसाइकिलें, जानें कीमत, पावर और फीचर्स
यह भी पढ़ें - Suzuki GSX-R1000R: सुजुकी जीएसएक्स-आर1000आर का 40वां एनिवर्सरी एडिशन लॉन्च, जानें डिटेल्स
यह भी पढ़ें - EV: भारत के प्रीमियम इलेक्ट्रिक कार बाजार में दिलचस्प मोड़, विनफास्ट ने बिक्री में टेस्ला को पछाड़ा
- ड्राइव के दौरान सवारी बाउंसी महसूस हो सकती है
- वाहन को चलाने में ज्यादा ड्रैग लगता है, जिससे माइलेज कम हो सकता है
- सड़क से ज्यादा संपर्क होने के कारण कंपन (वाइब्रेशन) बढ़ जाते हैं
- अभी यह तकनीक महंगी है और सीमित वाहनों के लिए उपलब्ध है
एयरलेस टायर ऑटो इंडस्ट्री में भविष्य की बड़ी तकनीक हो सकते हैं, लेकिन फिलहाल इनके फायदे और कमियों को समझकर ही इस्तेमाल करना समझदारी होगी।
यह भी पढ़ें - College Bikes: पहली बार बाइक लेने वालों के लिए टॉप-5 बेस्ट 125cc मोटरसाइकिलें, जानें कीमत, पावर और फीचर्स
यह भी पढ़ें - Suzuki GSX-R1000R: सुजुकी जीएसएक्स-आर1000आर का 40वां एनिवर्सरी एडिशन लॉन्च, जानें डिटेल्स
यह भी पढ़ें - EV: भारत के प्रीमियम इलेक्ट्रिक कार बाजार में दिलचस्प मोड़, विनफास्ट ने बिक्री में टेस्ला को पछाड़ा