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Car Care Tips: आसान टिप्स और ट्रिक्स से कार की लाइफ बढ़ाएं, अच्छी देखभाल से मिलेगी लंबी उम्र, जानें डिटेल्स
ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अमर शर्मा
Updated Mon, 14 Jul 2025 05:10 PM IST
सार
अगर आप थोड़ी समझदारी और नियमित देखभाल करें, तो आपकी कार वर्षों तक बिना किसी बड़ी परेशानी के साथ चलेगी। यहां हम आपको बता रहे हैं कुछ आसान तरीके, जिनसे आपकी कार की उम्र लंबी हो सकती है।
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Car Maintenance Tips
- फोटो : Amar Sharma
कार को हमेशा अच्छी हालत में रखना सिर्फ उसकी चमक-दमक के लिए नहीं, बल्कि आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा और आरामदायक सफर के लिए भी जरूरी है। अगर आप थोड़ी समझदारी और नियमित देखभाल करें, तो आपकी कार वर्षों तक बिना किसी बड़ी परेशानी के साथ चलेगी। यहां हम आपको बता रहे हैं कुछ आसान तरीके, जिनसे आपकी कार की उम्र लंबी हो सकती है।

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Car maintenance filling engine oil
- फोटो : Freepik
इंजन ऑयल और फ्लूइड्स
इंजन ऑयल, ब्रेक फ्लूइड, ट्रांसमिशन ऑयल और कूलेंट को समय-समय पर बदलना बेहद जरूरी है। आमतौर पर इंजन ऑयल हर 15,000 किमी पर बदलवाना चाहिए। कूलेंट लगभग 50,000 किमी या दो साल में एक बार बदलना होता है। अगर आप धूल भरे इलाके में रहते हैं, तो एयर फिल्टर हर 10,000 किमी पर बदलें। अपनी कार की सर्विस मैन्युअल को पढ़ना और उसी अनुसार सर्विस कराना फायदेमंद रहेगा।
यह भी पढ़ें - Car Safety: अगर परिवार की सुरक्षा है आपकी प्राथमिकता, तो इन 5 कारों से बनाएं दूरी, GNCAP ने दी बेहद कम रेटिंग
इंजन ऑयल, ब्रेक फ्लूइड, ट्रांसमिशन ऑयल और कूलेंट को समय-समय पर बदलना बेहद जरूरी है। आमतौर पर इंजन ऑयल हर 15,000 किमी पर बदलवाना चाहिए। कूलेंट लगभग 50,000 किमी या दो साल में एक बार बदलना होता है। अगर आप धूल भरे इलाके में रहते हैं, तो एयर फिल्टर हर 10,000 किमी पर बदलें। अपनी कार की सर्विस मैन्युअल को पढ़ना और उसी अनुसार सर्विस कराना फायदेमंद रहेगा।
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Car Tyre Care Tips
- फोटो : Freepik
टायर और बैटरी का रखरखाव - सफर का पहला भरोसा
टायर आपकी कार की सेफ्टी का सबसे जरूरी हिस्सा है। हमेशा ध्यान रखें कि टायर की ग्रिप अच्छी हो और उनका क्लाइमेट रेटिंग आपके इलाके के अनुसार सही हो। अच्छी ब्रांडेड कंपनियों के टायर का इस्तेमाल करें। टायर आमतौर पर 40,000 से 80,000 किलोमीटर तक चलते हैं। लेकिन यह कार के वजन, सड़क की हालत और आपके ड्राइविंग स्टाइल पर भी निर्भर करता है। इलेक्ट्रिक कारों के टायर जल्दी घिसते हैं क्योंकि उनका वजन और टॉर्क ज्यादा होता है।
बैटरी की देखभाल में भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए। बैटरी टर्मिनल साफ रखें और कार को ठंडी, सूखी जगह पर पार्क करें। अगर कार रोजाना इस्तेमाल में नहीं है, तो हफ्ते में एक बार उसे जरूर स्टार्ट करें ताकि बैटरी डिस्चार्ज न हो।
यह भी पढ़ें - Tesla: क्या अब आपकी कार का नया को-ड्राइवर बनेगा ग्रोक? एलन मस्क टेस्ला कारों में ला रहे हैं अपना AI चैटबॉट
टायर आपकी कार की सेफ्टी का सबसे जरूरी हिस्सा है। हमेशा ध्यान रखें कि टायर की ग्रिप अच्छी हो और उनका क्लाइमेट रेटिंग आपके इलाके के अनुसार सही हो। अच्छी ब्रांडेड कंपनियों के टायर का इस्तेमाल करें। टायर आमतौर पर 40,000 से 80,000 किलोमीटर तक चलते हैं। लेकिन यह कार के वजन, सड़क की हालत और आपके ड्राइविंग स्टाइल पर भी निर्भर करता है। इलेक्ट्रिक कारों के टायर जल्दी घिसते हैं क्योंकि उनका वजन और टॉर्क ज्यादा होता है।
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Car Battery
- फोटो : Freepik
ब्रेक और वाइपर - सुरक्षा से समझौता नहीं
ब्रेक पैड्स आमतौर पर 40,000 किमी तक चलते हैं, लेकिन ब्रेकिंग की एफिशिएंसी को देखते हुए इन्हें समय से बदलवाना चाहिए। ब्रेक डिस्क की लाइफ करीब 70,000 से 75,000 किमी होती है। लेकिन अगर इनमें क्रैक या ज्यादा घिसावट दिखे तो तुरंत बदलवाएं।
वाइपर भी समय के साथ घिस जाते हैं, खासकर गर्म और सूखे मौसम में। अगर वाइपर सही से साफ नहीं कर रहे या आवाज कर रहे हैं, तो इन्हें जरूर बदलें।
यह भी पढ़ें - EV Charging Station: लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर ईवी के लिए बड़ा कदम, यूपी सरकार लगाएगी पांच चार्जिंग स्टेशन
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Car AC
- फोटो : Freepik
एयर कंडीशनर और स्पार्क प्लग - जरूरी रखरखाव
कार का AC भी समय-समय पर इस्तेमाल करते रहें, क्योंकि इसका लंबे समय तक इस्तेमाल न करने से गैस लीकेज हो सकती है। खुली खिड़की से ड्राइव करने पर ड्रैग बढ़ता है, जिससे फ्यूल एफिशिएंसी कम हो जाती है।
स्पार्क प्लग भी जरूरी हिस्सा है। अगर वे नॉर्मल हैं तो हर 20,000 किमी में बदलें। अगर प्लैटिनम या इरिडियम हैं तो 1 लाख किमी तक चल सकते हैं।
यह भी पढ़ें - FASTag: अब नहीं चलेगा 'टैग-इन-हैंड' का खेल, एनएचएआई लूज फास्टैग यूजर्स को करेगा ब्लैकलिस्ट
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