कुछ महीनों के भीतर भारत में पेट्रोल और डीजल के दामों में एक रिकॉर्ड उछाल देखने को मिला है। कई बड़े शहरों में पेट्रोल के भाव 100 रुपये को पार कर चुके हैं। पेट्रोल और डीजल के दामों में आई इस तेजी के बाद लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में आप लोगों के भीतर ये सवाल जरूर उठा होगा कि आखिर पेट्रोल और डीजल इतने महंगे क्यों बिक रहे हैं? और इनके दामों को कैसे तय किया जाता है? अगर आप भी इस बात से अंजान हैं, तो आज हम इसी के बारे में जानेंगे कि भारत में पेट्रोल और डीजल के दामों को किस प्रकार से निश्चित किया जाता है।
पेट्रोल और डीजल के दाम किसी एक चीज पर निर्भर नहीं करते हैं। इनके दामों को तय करते वक्त कई चीजों को ध्यान में रखा जाता है। ग्लोबल ऑयल मार्केट से लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकारें इनके मूल्य को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से -
पेट्रोल और डीजल के दाम किसी एक चीज पर निर्भर नहीं करते हैं। इनके दामों को तय करते वक्त कई चीजों को ध्यान में रखा जाता है। ग्लोबल ऑयल मार्केट से लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकारें इनके मूल्य को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से -