साल 2016 में 22 में से 21 सीट लाने वाली भाजपा, वर्ष 2021 में 35 में से सिर्फ 12 सीटों पर सिमट कर रह गई है। राजनीतिक विश्लेषक भी नतीजे देखकर चौंक गए हैं। भाजपा के लिए कई राष्ट्रीय नेता चंडीगढ़ पहुंचे लेकिन उसका भी कुछ खास लाभ नहीं हुआ। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस डंपिंग ग्राउंड, महंगाई, सांसद किरण खेर का लोगों के बीच न आना, पार्षदों का कामकाज, किसान आंदोलन, महंगाई समेत कई मुद्दों को उठाती रही लेकिन भाजपा इन्हें मुद्दा मानने से ही इनकार करती रही। इन्हीं मुद्दों ने भाजपा को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है।
1. लोगों के बीच सांसद किरण खेर की नामौजूदगी
लोगों में सांसद किरण खेर के प्रति काफी गुस्सा था, जो निगम चुनाव के नतीजों में दिखा। भाजपा इससे इनकार करती रही। किरण खेर अपना इलाज कराने के लिए दिसंबर 2020 में मुंबई चली गईं। सोशल मीडिया पर खूब चर्चा रही कि वह एक टीवी शो में हिस्सा ले रही हैं लेकिन अपने लोकसभा क्षेत्र नहीं पहुंचीं। मतदान से एक दिन पहले किरण खेर चंडीगढ़ पहुंचीं। उन्होंने सोशल मीडिया पर कई वीडियो डाले और आप-कांग्रेस पर निशाना साधा। इसके बाद कमेंट में भी लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर की।
1. लोगों के बीच सांसद किरण खेर की नामौजूदगी
लोगों में सांसद किरण खेर के प्रति काफी गुस्सा था, जो निगम चुनाव के नतीजों में दिखा। भाजपा इससे इनकार करती रही। किरण खेर अपना इलाज कराने के लिए दिसंबर 2020 में मुंबई चली गईं। सोशल मीडिया पर खूब चर्चा रही कि वह एक टीवी शो में हिस्सा ले रही हैं लेकिन अपने लोकसभा क्षेत्र नहीं पहुंचीं। मतदान से एक दिन पहले किरण खेर चंडीगढ़ पहुंचीं। उन्होंने सोशल मीडिया पर कई वीडियो डाले और आप-कांग्रेस पर निशाना साधा। इसके बाद कमेंट में भी लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर की।