महिला क्रिकेट में ग्लैमर और कैरियर के विकल्प ने चंडीगढ़ के क्रिकेट के मैदानों में यंग बिग्रेड की नई पारी की शुरुआत करवा दी। छह साल पहले तक चुनिंदा 30 महिलाओं से अंडर-19, अंडर-20 और सीनियर टीम का चयन किया जाता था।
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विश्वकप ने भरा जोश: चंडीगढ़ में तैयार हो रही महिला क्रिकेटरों की यंग बिग्रेड, अभ्यास के लिए हैं सात मैदान
अरविंद वाजपेयी, अमर उजाला, चंंडीगढ़
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Wed, 05 Nov 2025 12:12 PM IST
सार
चंडीगढ़ में मौजूदा समय में 180 महिला क्रिकेटर यूटीसीए से रजिस्टर्ड हैं। जिनकी नियमित ट्रेनिंग होती है। इसमें 48 क्रिकेटर अंडर-15 आयु वर्ग की हैं।
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सेक्टर 16 में नेट प्रेक्टिस करतीं खिलाड़ी
- फोटो : अमर उजाला
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सेक्टर 16 में नेट प्रेक्टिस करतीं खिलाड़ी
- फोटो : अमर उजाला
गली क्रिकेट ने भी दी रफ्तार
यूटीसीए के पूर्व अध्यक्ष संजय टंडन ने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस और यूटी क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा करवाया गया गली क्रिकेट महिला क्रिकेट में एक मील का पत्थर साबित हुआ। इसमें वर्ष 2023 में छह टीमें आईं, वर्ष 2024 में 24 और वर्ष 2025 में 64। गली क्रिकेट में जो गर्ल्स आईं उनमें क्रिकेट के प्रति रुचि जगी और सात हजार गर्ल्स में से कुछ ऐसी निकलीं जो कि स्टेट टीम की सदस्य भी बनीं।
यूटीसीए के पूर्व अध्यक्ष संजय टंडन ने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस और यूटी क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा करवाया गया गली क्रिकेट महिला क्रिकेट में एक मील का पत्थर साबित हुआ। इसमें वर्ष 2023 में छह टीमें आईं, वर्ष 2024 में 24 और वर्ष 2025 में 64। गली क्रिकेट में जो गर्ल्स आईं उनमें क्रिकेट के प्रति रुचि जगी और सात हजार गर्ल्स में से कुछ ऐसी निकलीं जो कि स्टेट टीम की सदस्य भी बनीं।
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सेक्टर 16 में नेट प्रेक्टिस करतीं खिलाड़ी
- फोटो : अमर उजाला
बीसीसीआई का प्रयास
छह साल पहले यूटी क्रिकेट एसोसिएशन के पास करीब 30 लड़कियां क्रिकेट के लिए थीं। जिससे टीमें तैयार की जाती थीं। पहले लड़कियों के वर्ग में अंडर-19, अंडर-20 और सीनियर वर्ग कैटेगरी थी। इसके बाद बीसीसीआई ने कैच देम यंग के लिए अंडर-15 कैटेगरी इंट्रोड्यूस की। जिससे संख्या में बदलाव आया तीन साल पहले जबकि बीसीसीआई ने लड़कियों की मैच फीस में साठ फीसदी कर दी। इसके बाद बीसीसीआई ने मैच फीस लड़कों के बराबर कर दिया।
छह साल पहले यूटी क्रिकेट एसोसिएशन के पास करीब 30 लड़कियां क्रिकेट के लिए थीं। जिससे टीमें तैयार की जाती थीं। पहले लड़कियों के वर्ग में अंडर-19, अंडर-20 और सीनियर वर्ग कैटेगरी थी। इसके बाद बीसीसीआई ने कैच देम यंग के लिए अंडर-15 कैटेगरी इंट्रोड्यूस की। जिससे संख्या में बदलाव आया तीन साल पहले जबकि बीसीसीआई ने लड़कियों की मैच फीस में साठ फीसदी कर दी। इसके बाद बीसीसीआई ने मैच फीस लड़कों के बराबर कर दिया।
सेक्टर 16 में नेट प्रेक्टिस करतीं खिलाड़ी
- फोटो : अमर उजाला
यूटीसीए के आंकड़े
अंडर-15 गर्ल्स
2023 42
2024 41
2025 48
गली क्रिकेट में टीमें
वर्ष 2023 6 टीम
वर्ष 2024 24 टीम
वर्ष 2025 64 टीम
महिला क्रिकेट
2023 145
2024 142
2025 180
अंडर-15 गर्ल्स
2023 42
2024 41
2025 48
गली क्रिकेट में टीमें
वर्ष 2023 6 टीम
वर्ष 2024 24 टीम
वर्ष 2025 64 टीम
महिला क्रिकेट
2023 145
2024 142
2025 180
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सेक्टर 16 में नेट प्रेक्टिस करतीं खिलाड़ी
- फोटो : अमर उजाला
क्या कहती हैं क्रिकेटर
मैंने पांच साल पहले क्रिकेट शुरु किया था। मुझको यह अच्छा भी लगता था और अब कैरियर के विकल्प भी दिखाई देने लगे हैं। - आराधना बिष्ट, आल राउंडर
पांच साल मैंने क्रिकेट की शुरुआत की। उस समय आत्मविश्वास नहीं था पर अब ऐसा नहीं रह गया है ट्रेनिंग ने आत्मविश्वास भरपूर है। - गुलनाज ग्रेवाल, आलराउंडर
यूटीसीए ने महिला क्रिकेट को अपग्रेड करने का अथक प्रयास किया है। इसके साथ ही अब विश्व विजेता भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर, सेक्टर-16 के मैदान से निकलीं अमनजोत कौर और महिला क्रिकेट लीग में इतिहास रचने वाली दो करोड़ की नीलामी में गुजरात जायंट्स की सदस्य बनी अनकैप्ड काशवी गौतम भी प्रेरणा बन चुकी हैं। महिला क्रिकेट को इस जीत से नई दिशा मिली है। - रितु ध्रुव, कोच
मैंने पांच साल पहले क्रिकेट शुरु किया था। मुझको यह अच्छा भी लगता था और अब कैरियर के विकल्प भी दिखाई देने लगे हैं। - आराधना बिष्ट, आल राउंडर
पांच साल मैंने क्रिकेट की शुरुआत की। उस समय आत्मविश्वास नहीं था पर अब ऐसा नहीं रह गया है ट्रेनिंग ने आत्मविश्वास भरपूर है। - गुलनाज ग्रेवाल, आलराउंडर
यूटीसीए ने महिला क्रिकेट को अपग्रेड करने का अथक प्रयास किया है। इसके साथ ही अब विश्व विजेता भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर, सेक्टर-16 के मैदान से निकलीं अमनजोत कौर और महिला क्रिकेट लीग में इतिहास रचने वाली दो करोड़ की नीलामी में गुजरात जायंट्स की सदस्य बनी अनकैप्ड काशवी गौतम भी प्रेरणा बन चुकी हैं। महिला क्रिकेट को इस जीत से नई दिशा मिली है। - रितु ध्रुव, कोच