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IPL 2026 Auction: इन पांच अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ियों पर रहेगी सबकी नजर; क्या इस बार मिलेंगे नए हार्दिक-बुमराह?
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, अबू धाबी
Published by: स्वप्निल शशांक
Updated Mon, 15 Dec 2025 02:52 PM IST
सार
आईपीएल का इतिहास गवाह है, जहां मौका मिलता है, वहां सितारे जन्म लेते हैं। औकिब की स्विंग, प्रशांत की ऑलराउंड काबिलियत, अशोक की रफ्तार, फुलेत्रा की दुर्लभ स्पिन और कार्तिक की सिक्स हिटिंग पावर, इनमें से कोई भी खिलाड़ी आईपीएल 2026 में कहानी बदल सकता है।
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बाएं से- अशोक, क्रेंस, प्रशांत, कार्तिक, औकिब
- फोटो : Twitter
इंडियन प्रीमियर लीग सिर्फ एक क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं, बल्कि सपनों को पहचान देने वाला मंच है। यही वह लीग है जिसने कभी आर अश्विन, हार्दिक पांड्या, वरुण चक्रवर्ती, जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ियों को वैश्विक पहचान दिलाई। हर सीजन के साथ आईपीएल नई कहानियां गढ़ता है और अनकैप्ड खिलाड़ियों को वह मौका देता है, जो घरेलू क्रिकेट की सीमाओं से बाहर निकलकर अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंच सकते हैं।
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औकिब
- फोटो : Twitter
1. औकिब नबी: स्विंग से डेथ ओवर्स तक का सफर
जम्मू-कश्मीर के तेज गेंदबाज औकिब नबी (औकिब डार के नाम से रजिस्टर्ड) पिछले कुछ सत्रों से घरेलू क्रिकेट में लगातार विकेट चटकाते आए हैं। शुरुआत में एक पारंपरिक स्विंग गेंदबाज रहे औकिब ने हाल के समय में अपने खेल में डेथ ओवर्स की धार जोड़ ली है, जिसने उनकी वैल्यू कई गुना बढ़ा दी है। हालिया सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उनके आंकड़े इस बदलाव की गवाही देते हैं। उन्होंने सात मैचों में 15 विकेट, वो भी आठ से कम की इकॉनमी के साथ। केकेआर और सनराइजर्स हैदराबाद के साथ नेट बॉलर रह चुके औकिब अब उस मोड़ पर हैं, जहां फ्रेंचाइजियां उन्हें सिर्फ अभ्यास में नहीं, बल्कि प्लेइंग इलेवन में देखना चाहेंगी।
जम्मू-कश्मीर के तेज गेंदबाज औकिब नबी (औकिब डार के नाम से रजिस्टर्ड) पिछले कुछ सत्रों से घरेलू क्रिकेट में लगातार विकेट चटकाते आए हैं। शुरुआत में एक पारंपरिक स्विंग गेंदबाज रहे औकिब ने हाल के समय में अपने खेल में डेथ ओवर्स की धार जोड़ ली है, जिसने उनकी वैल्यू कई गुना बढ़ा दी है। हालिया सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उनके आंकड़े इस बदलाव की गवाही देते हैं। उन्होंने सात मैचों में 15 विकेट, वो भी आठ से कम की इकॉनमी के साथ। केकेआर और सनराइजर्स हैदराबाद के साथ नेट बॉलर रह चुके औकिब अब उस मोड़ पर हैं, जहां फ्रेंचाइजियां उन्हें सिर्फ अभ्यास में नहीं, बल्कि प्लेइंग इलेवन में देखना चाहेंगी।
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प्रशांत वीर
- फोटो : Twitter
2. प्रशांत वीर: क्या CSK को मिल गया जडेजा का रिप्लेसमेंट?
20 वर्षीय प्रशांत वीर, बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर, पहली बार यूपी टी20 लीग में नोएडा सुपर किंग्स के लिए चर्चा में आए थे। इसके बाद उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा। चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें ट्रायल्स में परखा है। संकेत साफ हैं कि फ्रेंचाइजी उन्हें रवींद्र जडेजा के लंबे विकल्प के रूप में देख रही है। हाल के हफ्तों में प्रशांत ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में मुंबई से लेकर कोलकाता तक में लगातार मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 170 के स्ट्राइक रेट से 112 रन बनाए। साथ ही नौ विकेट भी लिए। उनका इकोनॉमी रेट 6.76 का रहा। इन आंकड़ों ने बता दिया है कि शायद जल्द ही वह किसी आईपीएल टीम हिस्सा बन सकते हैं।
20 वर्षीय प्रशांत वीर, बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर, पहली बार यूपी टी20 लीग में नोएडा सुपर किंग्स के लिए चर्चा में आए थे। इसके बाद उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा। चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें ट्रायल्स में परखा है। संकेत साफ हैं कि फ्रेंचाइजी उन्हें रवींद्र जडेजा के लंबे विकल्प के रूप में देख रही है। हाल के हफ्तों में प्रशांत ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में मुंबई से लेकर कोलकाता तक में लगातार मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 170 के स्ट्राइक रेट से 112 रन बनाए। साथ ही नौ विकेट भी लिए। उनका इकोनॉमी रेट 6.76 का रहा। इन आंकड़ों ने बता दिया है कि शायद जल्द ही वह किसी आईपीएल टीम हिस्सा बन सकते हैं।
अशोक शर्मा
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3. अशोक शर्मा: रफ्तार, सुधार और सही समय
राजस्थान के तेज गेंदबाज अशोक शर्मा लगातार 140 किमी/घंटा से ऊपर की गति से गेंद फेंकने का दमखम रखते हैं। करियर के शुरुआती दौर में वह अनियमित जरूर रहे, लेकिन पिछले दो सत्रों में उन्होंने खुद को एक पूरी तरह विकसित फास्ट बॉलर के रूप में ढाला है। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के ग्रुप स्टेज में सात मैचों में उन्होंने 19 विकेट चटकाए। इस दौरान उनका गेंदबाजी औसत 12.10 का और इकोनॉमी रेट 8.84 का रहा। पेस बॉलर्स ढूंढ रही फ्रेंचाइजी इस गेंदबाज को खरीद सकती हैं। केकेआर और राजस्थान रॉयल्स की टीम का हिस्सा रहने के बावजूद उन्हें अब तक आईपीएल डेब्यू का मौका नहीं मिला, लेकिन इस बार माहौल अलग है। लगता है इंतजार खत्म होने वाला है।
राजस्थान के तेज गेंदबाज अशोक शर्मा लगातार 140 किमी/घंटा से ऊपर की गति से गेंद फेंकने का दमखम रखते हैं। करियर के शुरुआती दौर में वह अनियमित जरूर रहे, लेकिन पिछले दो सत्रों में उन्होंने खुद को एक पूरी तरह विकसित फास्ट बॉलर के रूप में ढाला है। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के ग्रुप स्टेज में सात मैचों में उन्होंने 19 विकेट चटकाए। इस दौरान उनका गेंदबाजी औसत 12.10 का और इकोनॉमी रेट 8.84 का रहा। पेस बॉलर्स ढूंढ रही फ्रेंचाइजी इस गेंदबाज को खरीद सकती हैं। केकेआर और राजस्थान रॉयल्स की टीम का हिस्सा रहने के बावजूद उन्हें अब तक आईपीएल डेब्यू का मौका नहीं मिला, लेकिन इस बार माहौल अलग है। लगता है इंतजार खत्म होने वाला है।
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क्रेन्स
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4. क्रेन्स फुलेत्रा: दुर्लभ कला, बड़ा आकर्षण
लेफ्ट-आर्म रिस्ट स्पिनर दुनिया भर में गिने-चुने हैं और यही बात क्रेन्स फुलेत्रा को खास बनाती है। सौराष्ट्र के लिए महज दो टी20 मैच खेलने वाले फुलेत्रा को सनराइजर्स हैदराबाद ने नेट बॉलर के तौर पर चुना था। एक तकनीकी वजह से वह एडम जैम्पा के रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम में नहीं आ सके, लेकिन उससे पहले ही उनकी प्रतिभा पहचानी जा चुकी थी। खास बात यह कि सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट ने खुद उनका नाम फ्रेंचाइजी को सुझाया था। अब कम से कम दो आईपीएल टीमें उनकी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उनके लिए सवाल क्षमता का नहीं, सही समय का है।
लेफ्ट-आर्म रिस्ट स्पिनर दुनिया भर में गिने-चुने हैं और यही बात क्रेन्स फुलेत्रा को खास बनाती है। सौराष्ट्र के लिए महज दो टी20 मैच खेलने वाले फुलेत्रा को सनराइजर्स हैदराबाद ने नेट बॉलर के तौर पर चुना था। एक तकनीकी वजह से वह एडम जैम्पा के रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम में नहीं आ सके, लेकिन उससे पहले ही उनकी प्रतिभा पहचानी जा चुकी थी। खास बात यह कि सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट ने खुद उनका नाम फ्रेंचाइजी को सुझाया था। अब कम से कम दो आईपीएल टीमें उनकी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उनके लिए सवाल क्षमता का नहीं, सही समय का है।