विदेशों की चमक दमक वाला जीवन जीने वाले एक बार हिंदुस्तान घूमने आए तो फिर यहीं के होकर रह गए। विदेशी लोगों को भी सनातन संस्कृति ऐसी भायी कि वह न सिर्फ यहां के संतों के अनुयायी बन गए, बल्कि कुछ खुद ही साधु बन गए। महाकुंभ में ऐसी ही कई विदेशी श्रद्धालु और संतों की दुनिया दिखाई देती है। यूरोप से ही 30 सदस्यीय दल के साथ आई फ्रांसेस भारतीय संस्कृति से इतनी प्रभावित हुई कि उसने अपना नाम बदलकर सीता रख दिया। सीता ने बताया कि उन्हें भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के बारे में बहुत कुछ जानने और सीखने को मिला। उन्होंने अपने गुरु से काफी कुछ ज्ञान प्राप्त किया। महाकुंभ मेले में भारतीयों के साथ ही विदेशी श्रद्धालु भी पहुंच रहे हैं। स्वामी ज्ञानेश्वर पुरी ने बताया कि वह क्रोशिया के रहने वाले हैं और अब जयपुर में रहते हैं। उन्होंने बताया 2007 में उनके गुरु महामंडलेश्वर स्वामी महेश्वरानंद गिरि उनके देश आए थे। जहां पर उन्होंने महेश्वरानंद गिरि के प्रवचनों को सुना। उन्होंने बताया कि स्वामी जी ने कई ऐसी बातें बताई कि मुझे भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा बहुत ही अच्छी लगने लगी। इसके बाद 2007 में संन्यास ग्रहण कर लिया।
कुंभ 2021ः ऐसी लागी लगन कि फ्रांसेस बनी सीता, हो गई मगन, महाकुंभ में पहुंचे ऐसे ही कई विदेशी बाबा और श्रद्धालु, तस्वीरें
दीपक प्रजापति, अमर उजाला, हरिद्वार
Published by: Nirmala Suyal Nirmala Suyal
Updated Mon, 22 Mar 2021 02:39 PM IST
विज्ञापन