सब्सक्राइब करें

शहादत: उत्तराखंड पहुंचे शहीद हरेंद्र सिंह और अजय रौतेला के पार्थिव शरीर, घरों में मातम, तस्वीरें

संवाद न्यूज एजेंसी, कोटद्वार/नई टिहरी Published by: अलका त्यागी Updated Sun, 17 Oct 2021 09:26 PM IST
विज्ञापन
Jammu and Kashmir Encounter: Martyr Harendra Singh and Ajay Singh Rautela Dead bodies Reached Uttarakhand
शहीद हरेंद्र सिंह और अजय रौतेला के घर में पसरा मातम - फोटो : अमर उजाला
loader
जम्मू कश्मीर के पूंछ क्षेत्र में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए नायक हरेंद्र सिंह और सूबेदार अजय सिंह रौतेला के पार्थिव शरीर रविवार को उत्तराखंड पहुंचे। सोमवार को दोनों शहीदों के पार्थिव शरीर उनके घर भेजे जाएंगे और वहीं अंतिम संस्कार किया जाएगा। 

कोटद्वार के रिखणीखाल तहसील के गुर्ठेता ग्राम सभा के ग्राम पीपलसारी में मातम पसरा है। शहीद हरेंद्र सिंह के परिजनों को रविवार सुबह घटना की जानकारी दी गई। सूचना के बाद से शहीद की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। शहीद के पिता सेना से सेवानिवृत्त सैनिक हैं। बेटे की शहादत से वह भी गमगीन हैं, लेकिन अपना दर्द वह सीने में छिपाए हुए हैं।

Uttarakhand News: शहीद योगंबर सिंह की अंतिम यात्रा में उमड़ी भीड़, लगे पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे, तस्वीरें

शहीद का पार्थिव शरीर राजौरी से जौलीग्रांट तक विशेष विमान और इसके बाद सेना के विशेष वाहन से रविवार शाम को लैंसडौन सेना मुख्यालय लाया गया। सोमवार सुबह पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए गांव लाया जाएगा। इसके बाद गांव के पैतृक घाट पर ही शहीद का अंतिम संस्कार सैनिक सम्मान के साथ किया जाएगा। 

नायक हरेंद्र सिंह (35) पुत्र छवाण सिंह 16वीं गढ़वाल राइफल्स में तैनात थे। वर्तमान में वह सेना की 48 आरआर रेजीमेंट में जम्मू कश्मीर के पुंछ इलाके में ड्यूटी पर थे। 15 अक्तूबर की रात आतंकियों से मुठभेड़ में नायक हरेंद्र सिंह शहीद हो गए। 
Trending Videos
Jammu and Kashmir Encounter: Martyr Harendra Singh and Ajay Singh Rautela Dead bodies Reached Uttarakhand
शहीद हरेंद्र सिंह के घर में सांत्वना देने पहुचें लोग - फोटो : अमर उजाला
शहीद की मां सरोजनी देवी और पिता पूर्व सैनिक छवाण सिंह रावत अपने पैतृक गांव पीपलसारी में रहते हैं, जबकि उनकी पत्नी लता देवी दोनों बच्चों के साथ देहरादून के गढ़ीकैंट में रहती हैं। शहीद के पिता छवाण सिंह रावत ने बताया कि सेना की ओर से बीते शुक्रवार को उनके लापता होने की सूचना दी गई थी। शहीद होने की जानकारी उन्हें शनिवार देर शाम दी गई, लेकिन हरेंद्र की मां को रविवार सुबह ही इस बारे में बताया गया। तब से मां का रो-रोक बुरा हाल है। 
विज्ञापन
विज्ञापन
Jammu and Kashmir Encounter: Martyr Harendra Singh and Ajay Singh Rautela Dead bodies Reached Uttarakhand
शहीद अजय सिंह रौतेला के घर में सांत्वना देने पहुंचे लोग - फोटो : अमर उजाला
उधर, 17 गढ़वाल राइफल्स और वर्तमान में आरआर (राष्ट्रीय राइफल 48) के सूबेदार शहीद अजय सिंह रौतेला का पार्थिव शरीर रविवार दोपहर 2.30 बजे सेना के हवाई जहाज से जौलीग्रांट हवाई अड्डा पहुंचा। हवाई अड्डे पर सीएम पुष्कर सिंह धामी, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी सहित जनप्रतिनिधियों और आला अधिकारियों ने शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए। सोमवार सुबह शहीद का पार्थिव शरीर अपने रामपुर गांव पहुंचेगा। दोपहर को पूर्णानंद घाट मुनिकीरेती में उन्हें सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।
Jammu and Kashmir Encounter: Martyr Harendra Singh and Ajay Singh Rautela Dead bodies Reached Uttarakhand
शहीद अजय सिंह रौतेला के घर में सांत्वना देने पहुंचे लोग - फोटो : अमर उजाला
जम्मू कश्मीर के पुंछ में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में 14 अक्तूबर को टिहरी जिले के दो सैनिक शहीद हो गए थे। विमाण गांव के राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी का शनिवार को कोटेश्वर घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। वहीं सूबेदार अजय सिंह रौतेला (46) के शहादत की शनिवार देर शाम सेना और प्रशासन की ओर से पुष्टि की गई। सूबेदार अजय रौतेला के शहीद होने की सूचना मिलते ही उनके गांव रामपुर में कोहराम मच गया। वर्तमान में शहीद रौतेला का परिवार देहरादून में रहता है, लेकिन कुछ दिन पूर्व ही उनकी पत्नी विमला देवी, जुड़वा बेटे सुमित और अमित गांव पहुंचे थे। शहीद के चाचा अधिवक्ता हरपाल रौतेला ने बताया कि अजय रौतेला के तीन पुत्र हैं।
विज्ञापन
Jammu and Kashmir Encounter: Martyr Harendra Singh and Ajay Singh Rautela Dead bodies Reached Uttarakhand
शहीद अजय सिंह रौतेला के घर में सांत्वना देने पहुंचे लोग - फोटो : अमर उजाला
बड़े बेटे अरुण रौतेला ने हाल ही में बी.टेक पास किया है, जबकि सुमित और अमित इंटर में पढ़ते हैं। पत्नी विमला गृहणी हैं। शहीद के छोटे भाई शिक्षक दीपक रौतेला भी सूचना के बाद से गांव में हैं। वह किसी तरह परिजनों को संभाल रहे हैं। दीपक रौतेला ने बताया कि दो साल बाद भाई की सेवानिवृत्ति होनी थी, लेकिन उससे पहले आतंकियों के साथ मुठभेड़ में वह शहीद हो गए। शहीद का बड़ा बेटा अरुण जौलीग्रांट हवाई अड्डा पहुंचा। सोमवार सुबह 8 बजे शहीद के पार्थिव शरीर को सेना के जवान गांव रामपुर पहुंचाएंगे। दोपहर एक बजे पूर्णानंद घाट मुनिकीरेती में उनका राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। 
विज्ञापन
अगली फोटो गैलरी देखें

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed