जम्मू कश्मीर के पूंछ क्षेत्र में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए नायक हरेंद्र सिंह और सूबेदार अजय सिंह रौतेला के पार्थिव शरीर रविवार को उत्तराखंड पहुंचे। सोमवार को दोनों शहीदों के पार्थिव शरीर उनके घर भेजे जाएंगे और वहीं अंतिम संस्कार किया जाएगा।
कोटद्वार के रिखणीखाल तहसील के गुर्ठेता ग्राम सभा के ग्राम पीपलसारी में मातम पसरा है। शहीद हरेंद्र सिंह के परिजनों को रविवार सुबह घटना की जानकारी दी गई। सूचना के बाद से शहीद की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। शहीद के पिता सेना से सेवानिवृत्त सैनिक हैं। बेटे की शहादत से वह भी गमगीन हैं, लेकिन अपना दर्द वह सीने में छिपाए हुए हैं।
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शहीद का पार्थिव शरीर राजौरी से जौलीग्रांट तक विशेष विमान और इसके बाद सेना के विशेष वाहन से रविवार शाम को लैंसडौन सेना मुख्यालय लाया गया। सोमवार सुबह पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए गांव लाया जाएगा। इसके बाद गांव के पैतृक घाट पर ही शहीद का अंतिम संस्कार सैनिक सम्मान के साथ किया जाएगा।
नायक हरेंद्र सिंह (35) पुत्र छवाण सिंह 16वीं गढ़वाल राइफल्स में तैनात थे। वर्तमान में वह सेना की 48 आरआर रेजीमेंट में जम्मू कश्मीर के पुंछ इलाके में ड्यूटी पर थे। 15 अक्तूबर की रात आतंकियों से मुठभेड़ में नायक हरेंद्र सिंह शहीद हो गए।
कोटद्वार के रिखणीखाल तहसील के गुर्ठेता ग्राम सभा के ग्राम पीपलसारी में मातम पसरा है। शहीद हरेंद्र सिंह के परिजनों को रविवार सुबह घटना की जानकारी दी गई। सूचना के बाद से शहीद की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। शहीद के पिता सेना से सेवानिवृत्त सैनिक हैं। बेटे की शहादत से वह भी गमगीन हैं, लेकिन अपना दर्द वह सीने में छिपाए हुए हैं।
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