केदारनाथ धाम में बाबा केदार के भक्तों को 16 घंटे से अधिक समय तक दो चरणों में धर्म दर्शन कराए जा रहे हैं। वहीं रात 11 से सुबह 4 बजे तक विशेष पूजाएं की जा रही हैं। कपाट खुलने से अभी तक मंदिर बमुश्किल से एक घंटे के लिए बंद हो रहा है। वहीं बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के कर्मचारी रोटेशन में यात्रा ड्यूटी में जुटे हुए हैं।
दो मई से शुरू हो चुकी केदारनाथ यात्रा में पांच दिन में ही दर्शनार्थियों की संख्या 1 लाख 20 हजार से अधिक पहुंच चुकी है। मंदिर परिसर में देर रात दो बजे से ही श्रद्धालु लाइन में खड़े हो रहे हैं। यहां सुबह 5 बजे से भक्तों को गर्भगृह से बाबा केदार के धर्म दर्शन कराए जा रहे हैं।
दोपहर 12 बजे बाल भोग के लिए मंदिर के कपाट बंद हो जाते हें। इस दौरान गर्भगृह की साफ-सफाई और यज्ञ-हवन की गतिविधियां होते हैं। इसके बाद एक बजे पुन: मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोले जा रहे हैं और उन्हें सभामंडप से ही दर्शन कराए जा रहे हैं।
Uttarakhand: वेडिंग डेस्टिनेशन बनकर उभर रहा ये मंदिर, हर महीने हो रही 100 शादियां, दुनिया भर से आ रहे जोड़े
दो मई से शुरू हो चुकी केदारनाथ यात्रा में पांच दिन में ही दर्शनार्थियों की संख्या 1 लाख 20 हजार से अधिक पहुंच चुकी है। मंदिर परिसर में देर रात दो बजे से ही श्रद्धालु लाइन में खड़े हो रहे हैं। यहां सुबह 5 बजे से भक्तों को गर्भगृह से बाबा केदार के धर्म दर्शन कराए जा रहे हैं।
दोपहर 12 बजे बाल भोग के लिए मंदिर के कपाट बंद हो जाते हें। इस दौरान गर्भगृह की साफ-सफाई और यज्ञ-हवन की गतिविधियां होते हैं। इसके बाद एक बजे पुन: मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोले जा रहे हैं और उन्हें सभामंडप से ही दर्शन कराए जा रहे हैं।
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