हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अरावली वन क्षेत्र स्थित अनंगपुर गांव में मंगलवार को अवैध निर्माण तोड़ने पहुंची वन विभाग और नगर निगम की टीम को विरोध का सामना करना पड़ा। कार्रवाई के विरोध में पहले ग्रामीणों ने अनंगपुर चौक पर जाम लगाया और बाद में गांव में पहुंचकर विभागीय टीम से बहस शुरू कर दी। इसी दौरान कुछ अज्ञात तत्वों ने पथराव कर दिया। हमले में जेसीबी चालक और एक अन्य कर्मचारी को चोटें आईं, जबकि छह जेसीबी मशीनों के शीशे भी टूट गए।
पांच फार्म हाउस व तीन घर जमींदोज: अनंगपुर में तोड़फोड़ करने पहुंची टीम पर पथराव, प्रशासन की कार्रवाई पर हंगामा
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन अरावली क्षेत्र में बने हुए भवनों पर कार्रवाई कर रहा है। इसी कड़ी में अब तक करीब 70 फार्म हाउस को तोड़ा जा चुका है। वहीं चार गांवों के साढ़े चार हजार से अधिक निर्माणों को तोड़ा जाएगा।
तीन फार्म हाउस और तीन मकान ध्वस्त
ग्रामीणों ने मंगलवार सुबह अनंगपुर चौक पर करीब 10 मिनट तक जाम लगाया। मौके पर पहुंचे पार्षद विजेंद्र व प्रशासन ने समझा-बुझाकर जाम हटवाया। दोपहर करीब 1:30 बजे कांग्रेस नेता विजय प्रताप भी मौके पर पहुंचे और लोगों को संबोधित किया। इसी बीच सूचना मिली कि विभागीय टीम गांव में जेसीबी लेकर पहुंच चुकी है और फार्महाउस व मकानों को गिराने की कार्रवाई शुरू हो गई है। सूचना मिलते ही ग्रामीण बड़ी संख्या में गांव के अंदर पहुंचे। उन्होंने टीम से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन उसी दौरान कुछ लोगों ने पीछे से पथराव कर दिया। घटना के बाद भारी पुलिस बल तैनात कर कार्रवाई जारी रखी गई। करीब 400 पुलिसकर्मी मौके पर बुलाए गए। प्रशासन ने पांच फार्म हाउस और तीन मकान ध्वस्त कर दिए। पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि ड्यूटी मजिस्ट्रेट की तरफ से पथराव की शिकायत दी जा रही है। शिकायत मिलने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
सानिया फॉर्म, गुप्ता फॉर्म, बिंदे भड़ाना फॉर्म, चंदा फॉर्म, एक अन्य फार्म के अलावा राजवीर, रामकुमार और एक अन्य व्यक्ति के घर पर तोड़फोड़ की कार्रवाई हुई।
कई साल से रह रहे हैं ग्रामीण
ग्रामीण लंबे समय से कार्रवाई पर रोक लगाने और जमीन को वैध ठहराने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह कार्रवाई एकतरफा है और उनके परिवारों को बेघर किया जा रहा है। लोगों की मांग है कि गांव को लाल डोरा की सीमा में शामिल कर दिया जाए। कानून बनने से पहले से वे यहां पर रह रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर की जा रही है कार्रवाई
आपको बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन अरावली क्षेत्र में बने हुए भवनों पर कार्रवाई कर रहा है। इसी कड़ी में अब तक करीब 70 फार्म हाउस को तोड़ा जा चुका है। वहीं चार गांवों के साढ़े चार हजार से अधिक निर्माणों को तोड़ा जाएगा। इसमें करीब 200 फार्म हाउस के शामिल होने की बात सामने आ रही है। जुलाई माह में वन विभाग की तरफ से तोड़फोड़ का अभियान जारी रहा था। वहीं पिछले हफ्ते के ब्रेक के बाद मंगलवार से प्रशासन ने दोबारा कार्रवाई शुरू कर दी है।