सीबीएसई बोर्ड समेत कई राज्यों में बोर्ड परीक्षाओं का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। बिहार में भले ही बोर्ड परीक्षाएं खत्म हो गई हैं और नतीजे भी आ चुके हैं लेकिन सीबीएसई बोर्ड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में बोर्ड परीक्षाएं मई से लेकर जून तक होनी हैं। जबकि प्रैक्टिकल एग्जाम मार्च से लेकर अप्रैल तक प्रस्तावित हैं।
बोर्ड एग्जाम 2021: विद्यार्थी टेंशन न लें, इन आसान टिप्स से शुरू करें परीक्षाओं की तैयारी
सीबीएसई समेत कई राज्यों में बोर्ड परीक्षाएं मई से लेकर जून तक होनी हैं।


टेंशन लेने की जरूरत नहीं
अब तक आपसे में से कई छात्र परीक्षा की तैयारी में जुट गए होंगे। हालांकि, सुविधाओं और शिक्षकों के मार्गदर्शन के अभाव में कुछ छात्रों को तैयारी करने में परेशानी भी आ रही होगी। लेकिन आपको चिंता करने या टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। आज हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ ऐसे टिप्स जो परीक्षा की तैयारी में आपकी मदद करेंगे। ये कुछ ऐसे टिप्स हैं, जो आपको बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर स्कोर प्राप्त करने में मददगार हो सकते हैं।

नोट्स को छोटे पॉइंट में बनाएं
कुछ ऐसी चीजें हैं जो बोर्ड परीक्षा की तैयारी के दौरान हर छात्र को ध्यान में रखनी चाहिए, चाहे वह किसी भी बोर्ड का हो। परीक्षार्थियों को चाहिए कि अभी से तैयारी शुरू कर दें। सभी नोट्स को छोटे पॉइंट में बनाएं, ताकि परीक्षा वाले दिन से पहले उन्हें तुरंत से रिवाइज किया जा सके। परीक्षाओं को लेकर चिंता कतई न करें। थोड़ी सी चिंता भी आपको पहले से याद चीजें भूला सकती है। इसलिए परीक्षा के दिनों में तनाव मुक्त रहना जरूरी है।

नकारात्मक विचारों से दूर रहें और लक्ष्य पर फोकस करें
परीक्षा शुरू होने में बचे कम दिनों को लेकर परेशान न हों। अपनी तैयारी मजबूत करिए। कैसे तैयारी करेंगे? टाइम ही कितना सा बचा है? पूरा साल कोरोना ने बेकार कर दिया। कोचिंग भी नहीं कर पाए। इन सब तरह की बातों से घबराने की जरूरत नहीं है। इन्हें इग्नोर कीजिए और अपने लक्ष्य पर फोकस कीजिए। आज से ही मन लगाकर तैयारी शुरू करेंगे तो भी अच्छे अंक प्राप्त कर सकेंगे। इसके लिए आपको नकारात्मक विचारों से दूर रहना होगा।

सिलेबस के आधार पर तैयारी में जुटें
सिलेबस के आधार पर तैयारी में जुट जाएंगे, तो ही आप सफलता प्राप्त कर पाएंगे। इससे आपको पता चलता रहेगा कि कौनसा पार्ट पूरा हो गया और अब कौनसा बचा है? सिलेबस सही से समझने से पता चल जाएगा कि आपको किसी विषय में तैयारी के लिए कितना समय देना है। पाठ्यक्रम समझने के बाद आप बिना समय गंवाए पढ़ाई के लिए टाइम टेबल बनाएं और उसका अनुसरण भी करें।